इस अज्ञानी मौलाना अरशद मदनी ने जिस जहर को उगला है, उसके असर का अंजाम नहीं सोंचा। इतने जमावड़े में उनके चहिते मौलाना को उसी के मंच से चुनौती देना बहुत हिम्मत का काम नहीं, बल्कि इन जहरीले मौलानाओ को होश में आने का संकेत दे दिया गया है। यानि महंत धीरेन्द्र शास्त्री की बात कि 'हद में रहोगे, ठीक है..." अब यह प्रश्न खड़ा हो रहा है, "क्या मुस्लिम देश मदनी की बात से सहमत हैं? या मौलाना की जहरीली बात का समर्थन करते है?" समस्त मुस्लिम देशों को मौलाना से पूछना होगा कि किस आधार पर ॐ को अल्लाह बताया है?
लोकेश मुनि ने कहा है वे बलिदान स्वीकार कर सकते हैं। लेकिन अपने सामने अपनी धर्म और संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते। जैन मुनि ने बताया है कि यही कारण है कि उन्होंने मौलाना अरशद महमूद मदनी के बयान का विरोध किया था। उन्हें शास्त्रार्थ की चुनौती दी थी।जैन मुनि ने इस घटना का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, “मुझे अपनी शहादत मंजूर थी। मैं अपनी आँखों के सामने अपने धर्म, संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए विरोध किया, शास्त्रार्थ की चुनौती दी।”
जैन मुनि ने रविवार (12 फरवरी 2023) को मदनी को जमीयत के मंच से ही चुनौती दी थी। जब वे मदनी का विरोध कर रहे थे, तब सामने मुस्लिम भीड़ मौजूद थी और मंच पर विभिन्न धर्मों के गुरु मौजूद थे। दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अधिवेशन का रविवार को आखिरी दिन था। लोकेश मुनि के विरोध के बाद जैन और हिंदू धर्मगुरुओं ने जमीयत का मंच छोड़ दिया था।
इस्लामी संगठन जमीयत के प्रमुख मौलाना अरशद महमूद मदनी ने मनु, आदम तथा ॐ और अल्लाह को एक बताया था। इसको लेकर जैनाचार्य लोकेश मुनि ने मौलाना को लताड़ लगाते हुए मंच छोड़ दिया था।
मौलाना मदनी को लोकेश मुनि ने लगाई थी लताड़
मुझे अपनी शहादत मंजूर थी-जैन आचार्य लोकेश
— Acharya Lokesh Muni (@Munilokesh) February 13, 2023
मैं अपनी आँखों के सामने अपने धर्म, संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता,इसलिए विरोध किया, शास्त्रार्थ की चुनौती दी। pic.twitter.com/hlIDx7l4vl
जितनी कहानी सुनाई है अल्लाह मनु ये वो हम इससे सहमत नहीं हैं,
— मारवाड़ी मामा (@RamnarayanDadh6) February 13, 2023
आओ मदनी शास्त्रार्थ कर लो"*
जब जमीयत की भरी सभा के बीच शेर की तरह दहाड़े जैन मुनि लोकेश..जी!
मंच पर बैठने वाले कोई भी मौलाना आपकी चुनौती नहीं स्वीकारेगा क्यों कि वोह सभी जानते हैं कि १४०० साल तक ही उनका इतिहास है और जैन धर्म/हिंदु धर्म तो आदि अनंत काल से है!🙏 सत्य भी अहिंसक तरीके से सबके सामने निर्भीक होकर बोलने के लिए प्रणाम 🙏
— Pankaj Bhimani (@PankajBhimani5) February 13, 2023
नमन है, नमन है, मुनि जी आपको।
— Aditya Live 🇮🇳 (@JyotsanaaSingh) February 13, 2023
और धिक्कार है, उन कथित संत को जो, भगवा पहने के वही बैठे रहे । सनातन समाज को अपने हर भाई के लिए खड़ा होना चाहिए
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