पहलवानों के धरने में “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” विवादित नारे लगने क्या किसान आंदोलन और शाहीन बाग की तरह टूलकिट का हिस्सा तो नहीं?

भारत में जब भी चुनाव आते हैं या फिर कोई विदेशी अतिथि टूलकिट कोई न कोई फुलझड़ी छोड़ देता है। पहलवानों के जिस आंदोलन में हर भारतीय की सहानुभूति नज़र आ रही थी, लेकिन मोदी विरोधी नारे लगने से सहानुभूति विरोध में बदलनी शुरू हो चुकी है। "मोदी तेरी कब्र खुदेगी" जैसे नारों के लगने ने प्रमाणित कर दिया है कि पहलवानों का ये धरना शाहीन बाग और किसान आंदोलन "टुकड़े-टुकड़े गैंग" की तरह सोरेस के धन पर चल रहे टूलकिट का ही हिस्सा है। क्योकि टूलकिट का मूल उद्देश्य देश में अराजकता बनाए रखना है। जिस कारण इनकी उचित मांग भी जनता को अनुचित लगने लगी है। क्या नरेंद्र मोदी से पहले किसी दूसरे प्रधानमंत्री के विरुद्ध ऐसे नारे लगे थे?   

दिल्ली का जंतर-मंतर इस समय पुरुष और महिला पहलवानों के धरना की वजह से मोदी विरोधी सियासी अखाड़ा बन गया है। ओलंपिक पदक विजेता और रेसलर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की अगुवाई में पहलवानों का एक गुट यौन शोषण के मामले में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। लेकिन पहलवानों के इस धरने में कांग्रेस और अन्य दलों के फर्जी सियासी पहलवान भी कूद पड़े है। धरना स्थल पर पहुंचकर प्रियंंका गांधी वाड्रा एक रेसलर कोच की तरह खिलाड़ियों को दांव-पेंच सिखाती नजर आईं। इसके अलावा अन्य दलों के नेताओं में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की होड़ लग गई। वहीं धरने में शामिल लोगों द्वारा “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” के विवादित नारे लगाए गए। इससे आशंका जतायी जा रही है कि इस प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस का टूलकिट काम कर रहा है।

दरअसल जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने को सियासी दलों ने हाइजैक कर लिया है। इस धरने का इस्तेमाल प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस और अन्य दोलों के नेता महिला पहलवानों को न्याय दिलाने की जगह अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लग गए हैं। 28 अप्रैल, 2023 को धरना स्थल पर कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और उनके बेटे दिपेंद्र हुड्डा भी पहुंचे थे। इस दौरान ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी’ के विवादित नारे लगे। इस नारे ने साबित कर दिया कि किसान आंदोलन की तरह फिर अराजकता फैलाने के लिए टूलकिट गैंग सक्रिय हो गया है।

यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि प्रदर्शन तो खिलाड़ी कर रहे है। लेकिन इससे राजनीति की गंध क्यों आ रही है ? आज पीटी ऊषा, मैरी कॉम और योगेश्वर दत्त से ज्यादा विश्वसनीय माफिया और बाहुबली पप्पू यादव हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि ये कोई आंदोलन नहीं शाहीनबाग पार्ट -3 है। 2024 आ रहा है अभी और शाहीन बाग बनेंगे। कांग्रेस और उसका टूलकिट गैंग मौका मिलते ही प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जहर उगलने लग जाता है। इससे पहले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के विरोध में, किसान आंदोलन और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भी पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए थे।

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