ओडिशा के बालासोर में हुए शुक्रवार (2 जून 2023) की शाम को हुए भीषण रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इसको लेकर देश में राजनीति तेज हो गई है। विपक्षी दल रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफा माँग रहे हैं। हालाँकि, रेल मंत्री कह रहे है कि यह राजनीति करने का वक्त नहीं है।
अश्विनी से इस्तीफा माँगने वालों में रेल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हैं। ये तीनों ही नेता केंद्र की विभिन्न सरकारों में रेल मंत्री रह चुके हैं। इनका आरोप है कि ये अब तक सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है, इसलिए रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
ममता बनर्जी तो इसके लिए मौत के आँकड़ें तक बढ़ाने की कोशिश करती नजर आईं। उन्होंने यहाँ तक झूठा दावा कर दिया कि बालासोर में दुर्घटनाग्रस्त हुईं दो बोगियों में फँसे लोगों को रेस्क्यू करने का भी काम नहीं किया गया। हालाँकि, मौके पर मौजूद अश्विनी ने ममता को बीच में रोका और उन्होंने मौत के आँकड़ें सही बताए और रेस्क्यू की बात को झूठा साबित किया।
साल 2010 में ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहते हुए पश्चिम बंगाल के सैंथिया में एक बड़ा रेल हादसा हुआ था। इस हादसे में सैकड़ों लोग मारे गए थे। राहत और बचाव कार्य की ऐसी स्थिति थी कि समय पर सहायता नहीं मिलने के कारण कई लोगों की जान चली थी। घटनास्थल से मलबे को हटाने में कई दिन लग गए थे। मृतकों के अंतिम संस्कार तक की उचित व्यवस्था नहीं की गई थी।
Vid-1 Mamta Banerjee Arguing with Rail Minister who was monitoring the rescue operation
— Rajib Nanda 🇮🇳 (@rajib_nanda) June 3, 2023
Vid-2 Mamata Banerjee as Railway Minister, just after Sainthia train accident in 2010
Don’t worry Didi!
Karma has its own menu card & it will serve you what you deserve.#OdishaTrainAccident pic.twitter.com/nhBLMiyzcS
हालाँकि, इन तीनों लोगों के रेल मंत्री के रूप में कार्यकाल देखें तो वो ग्रस्त सवालों के घेरे में आ जाएँगे। आँकड़े बताते हैं कि रेलमंत्री के रूप में सबसे अधिक रेल दुर्घटनाएँ और लोगों की मौत नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुए और उसके बाद ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहते हुए।
रेलमंत्री के रूप में नीतीश कुमार
रेल मंत्री ममता बनर्जी हादसे को लेकर संसद में जवाब दी थीं
“kabhi-kabhi human error ho jata hai”
— BALA (@erbmjha) June 3, 2023
Mamata Banerjee when she was the union minister for railways back then.
pic.twitter.com/eEHuQuUtp4
Ye hai inkaa legacy jab ye sambhaal rahe they ministry.. Aur dusron pe ungli uthayenge. Her qualification is nowhere near Ashwini Vaishnav sirs . So she should rather not blame anyone and shut up
— Manas (@ManasSomeya) June 4, 2023
रेलमंत्री रूप में लालू यादव
भाजपा नेता ने बताया काम का रिकॉर्ड
Stop politicising the unfortunate Balasore tragedy because track record of Railway Ministers, under the UPA, to put it mildly, was nothing short of disaster. Ironically, these ‘worthies’ are the ones demanding resignation of the most qualified Railway Minister India has had in… pic.twitter.com/PV2BAr5WKi
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 4, 2023
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