‘इजरायल के जालिमों फिलिस्तीन खाली करो’: धरने पर बैठीं महबूबा मुफ़्ती ने दी ‘बंदूक उठाने’ वाली धमकी, बोलीं – जुल्म बंद नहीं हुआ तो…

फिलिस्तीन के समर्थन में सड़क पर उतरीं महबूबा मुफ्ती (साभार-X हैंडल महबूबा मुफ़्ती)
इजरायल पर हमास द्वारा किए गए आतंकी हमले के जवाब में इजरायल-हमास के बीच 15वें दिन भी युद्ध जारी है। इजरायली सेना लगातार गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बना रही है। इसी बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी खुलेआम फिलिस्तीन के समर्थन में उतर आई हैं।

भारत में टीवी चर्चाओं से लेकर सड़क तक इजराइल के विरुद्ध विधवा विलाप करने वाले हमास द्वारा बेगुनाह 14,000 नागरिको को मारे जाने पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं? पहल करने वाले को गुनहगार क्यों नहीं बोलते? इजराइल के विरुद्ध शोर मचाने वाले उस समय क्यों चुप थे, जब इस्लामिक आतंकवादी भारत में निर्दोष लोगों के खून की होली खेल रहे थे? ये पाखंडी पाकिस्तान द्वारा भारत के कश्मीर के हिस्से को हड़पने पर क्यों चुप हैं? 

दूसरे, ये वही पाखंडी नेता हैं, जो पुलवामा में मारे गए जवानों पर सरकार से कार्यवाही की मांग कर रहे थे, और जब सरकार ने कार्यवाही की तो सबूत मांग रहे थे। पुलवामा में जितने निर्दोष मारे गए, उससे हज़ार गुना तो हमास ने इजराइल में मारे हैं, तो क्या इजराइल सरकार हाथों में चूड़ियां पहनकर बैठी रहती? इन पाखंडी वोट के भूखे नेताओं को विदेशी विपक्ष से शिक्षा लेनी चाहिए, जो संकट की इस घडी में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हत्यारों को सजा देने के लिए तत्पर हैं। लेकिन ये भारतीय छद्दम सेक्युलरिस्ट्स कभी 'हिन्दू आतंकवाद' तो कभी 'भगवा आतंकवाद' कहकर हिन्दुओं को बदनाम कर आतंकवादियों का बचाव कर रहे थे। 

जितना शोर भारत के पाखंडी छद्दम सेक्युलर नेता मचा रहे है, किसी में किसी मुस्लिम देश से इन्हें अपने देश में शरण देने को कहने की हिम्मत है? एक बार एक देश ने गलती की थी, लेकिन वहां जेहादी हरकतें करने पर देश से बाहर कर दिया था। इसी वजह से कोई मुस्लिम देश इन्हीं शरण देने को तैयार नहीं। 

 

महबूबा मुफ़्ती ने श्रीनगर में सड़क पर उतरकर फिलिस्तीन का झंडा लिए हुए विरोध-प्रदर्शन किया। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वह इजरायल का विरोध और फिलिस्तीन का समर्थन करती नजर आती हैं। हालाँकि, पूरे प्रदर्शन में उन्होंने हमास के आतंकियों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला।

 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह फिलिस्तीन का झंडा लिए सड़क पर बैठ कर विरोध-प्रदर्शन कर रही थीं। उन्होंने इजरायल गो बैक के नारे लगाते हुए कहा, “फिलिस्तीन में 1500 बच्चे मारे गए हैं और पूरी दुनिया तमाशा देख रही है। अगर इजरायल को फिलिस्तीन पर जुल्म करने से नहीं रोका गया तो नतीजा खतरनाक होगा। पूरी दुनिया को इजरायल पर दबाव बना, जंगबंदी को लागू कराना चाहिए।”

गो बैक इजरायल गो बैक के नारेबाजी कर रहे पीडीपी के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इजरायल को गाजा पट्टी पूरी तरह से खाली कर फिलिस्तीनियों को उनका हक दे देना चाहिए। प्रदर्शन में शामिल महबूबा मुफ्ती ने कहा कि फिलिस्तीन के हालात अत्यंत गंभीर हैं। और पूरी दुनिया तमाशा देख रही है। किसी को भी फिलिस्तीन में 1500 बच्चों की मौत नजर नहीं आ रही है।

इतना ही नहीं महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में पीडीपी कार्यकर्ताओं ने भी आज पार्टी मुख्यालय के बाहर फिलिस्तीन के समर्थन में धरना दिया। धरने पर बैठे पीडीपी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीनियों के समर्थन में लिखे नारों वाले बैनर और तख्तियाँ ले रखी थी। 

वहीं महबूबा मुफ्ती ने रूस-यूक्रेन युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि जब यूक्रेन में दो वर्ष के भीतर 500 बच्चे मारे गए तो पूरा विश्व चीखने लगा था। आज फिलिस्तीन में हजारों की संख्या में लोग मारे जा रहे हैं तो कोई बात नहीं कर रहा है। हम दुनिया भर के देशों से अपील करते हैं कि इजरायल पर दबाव बनाकर सीजफायर कराओ। अगर इजरायल का यह जुल्म बंद नही कराया गया तो इसके नतीजे बहुत खतरनाक होंगे।

इतना ही नहीं उन्होंने लगभग धमकी देते हुए कहा कि यदि इजरायल का यह जुल्म बंद नहीं हुआ तो और भी लोग बन्दूक उठाएँगे। इससे दुनिया में और भी अधिक हालात खराब होंगे। इसलिए हम कहते हैं कि इजरायल के जालिमों फिलिस्तीन को खाली करो। 

हमास द्वारा इजरायल पर किए गए आतंकी हमले में जहाँ करीब 1400 लोग मारे गए हैं वहीं 200 से अधिक के बंधक बनाए जाने की बात भी सामने आई है। इसके बाद गाजा पर इजरायल द्वारा की गई कार्रवाई में सैकड़ों बच्चों सहित करीब 4,137 लोगों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। जबकि दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा 13,000 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।


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