कहावत है कि बकरे कि माँ कब तक खैर मनाएगी, एक दिन तो छुरी के नीचे आएगी, ठीक वही स्थिति अरविन्द केजरीवाल की है। इस बात को आम आदमी पार्टी से लेकर देश की समस्त पार्टियां भलीभांति जानती हैं। और कांग्रेस सूत्रों के अनुसार केजरीवाल को कम से कम 2 साल पहले गिरफ्तार कर लेना चाहिए था। I.N.D.I. गठबंधन में कांग्रेस से समझौता एक सोंची-समझी राजनीति है। यह भी संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं कि केजरीवाल अपने आपको निर्दोष साबित करने सारा आरोप मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पर डाल दे, क्योकि केजरीवाल के पास एक भी मंत्रालय नहीं।
दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गिरफ्तारी तलवार लटकी हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें सातवां समन जारी किया है और 26 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले उन्हें छह समन जारी किए जा चुके हैं लेकिन वे ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। वे हर बार नए-नए बहाने बनाकर पेशी के लिए खुद को अनुपलब्ध बताते रहे। झारखंड के मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन को भी 10 समन जारी किया गया था और अंततः उन्हें ईडी के सामने सरेंडर करना पड़ा। दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली सरकार किस तरह लिप्त है उसे इस बात से समझा जा सकता है कि केजरीवाल के करीबी मनीष सिसोदिया करीब एक साल से जेल में हैं और उन्हें जमानत नहीं मिल रही है।केजरीवाल को ED का 7वां समनदिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी का 7वां समन मिला है। ईडी ने 22 फरवरी 2024 को उन्हें समन भेजते हुए पूछताछ के लिए 26 फरवरी 2024 को बुलाया है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल को 19 फरवरी 2024 को ED के सामने पेश होना था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए और हर बार नया बहाना बनाते रहे। अब देखना है कि सातवें समन पर केजरीवाल कौन सा बहाना बनाते हैं।
#ED issues #Kejriwal 7th summons in excise policy casehttps://t.co/SaUKDMChKZ
— Economic Times (@EconomicTimes) February 22, 2024
केजरीवाल को 7 समन और 7 बहाने
केजरीवाल को छठा समन
दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने छठा समन 14 फरवरी को भेजा था और 17 फरवरी को पेश होने के लिए कहा था।केजरीवाल ED के छठे समन पर भी पेश नहीं हुए। केजरीवाल; AAP ने कहा- समन गैर कानूनी, वैधता का मामला अब कोर्ट में
अरविंद केजरीवाल को ED ने 31 जनवरी को पांचवां समन भेजा और दो फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया।
आम आदमी पार्टी केजरीवाल को पांचवें समन पर कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी किए गए समन के पीछे एक ‘‘राजनीतिक षड्यंत्र’’ है और विपक्ष के नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने चौथा समन 13 जनवरी को जारी किया और 18 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया।
केजरीवाल के चौथे समन पर आम आदमी पार्टी ने कहा, “ईडी ने कहा है कि केजरीवाल आरोपी नहीं हैं, फिर उन्हें क्यों बुलाया जा रहा है? भ्रष्ट नेता बीजेपी में जाते हैं, उनके मामले बंद हो जाते हैं। हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है, हमारा कोई भी नेता बीजेपी में नहीं जाएगा।”
सीएम केजरीवाल को ईडी ने तीसरा समन 22 दिसंबर को जारी किया और उन्हें तीन जनवरी को पेश होने को कहा था। लेकिन केजरीवाल ईडी के सामने पेश होने के बजाय विपश्यना के लिए पंजाब के होशियारपुर पहुंच गए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईडी के तीसरे समन पर 3 जनवरी को जांच एजेंसी को लिखित जवाब भेजा। उन्होंने ईडी को अवगत कराया कि फिलहाल राज्यसभा चुनाव और गणतंत्र दिवस की तैयारियों में व्यस्त हैं। वह एजेंसी की किसी भी प्रश्नावली का जवाब देने को तैयार हैं।
दिल्ली के शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दूसरा समन 18 दिसंबर 2023 को भेजा और 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ED (प्रवर्तन निदेशालय) के दूसरे समन पर अपना जवाब दिया। उन्होंने अपने जवाब में लिखा कि मैं हर कानूनी समन मानने को तैयार हूं, लेकिन ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह ही गैर-कानूनी है।
दिल्ली की शराब नीति में हुए घोटाले से जुड़े मामले में ED ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पहला समन 30 अक्टूबर 2023 को भेजा था और पूछताछ के लिए 2 नवंबर को बुलाया था।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल शराब नीति केस में पूछताछ के लिए जांच एजेंसी ED के सामने पेश नहीं हुए। इसके बदले केजरीवाल ने ED को एक लेटर भेजकर समन को वापस लेने को कहा। साथ ही केजरीवाल ने जांच एजेंसी से सवाल किया कि, आपने समन में मुझे यह नहीं बताया कि मैं संदिग्ध हूं या गवाह।
दिल्ली शराब घोटाले में ईडी के पांच समन ठुकराने के बाद दिल्ली कोर्ट ने 7 फरवरी को सीएम अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया और 17 फरवरी को पेश होने को कहा।
केजरीवाल ने अपनी वर्चुअल पेशी के दौरान कहा, ‘मैं फिजिकली आना चाहता था लेकिन ये अचानक विश्वास प्रस्ताव आ गया। बजट सत्र चल रहा है, 1 मार्च तक चलेगा। इसके बाद कोई भी तारीख दी जा सकती है।’ जिस पर कोर्ट ने कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की पेशी के लिए 16 मार्च की तारीख तय कर दी।
ईडी ने कोर्ट में बताया है कि वह पांच बिंदुओं को आधार बनाकर अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है। ईडी के अनुसार जांच में पांच पॉइंट्स सामने आये हैं, जिसमें पहला हिया कि प्रोसीड ऑफ क्राइम के दौरान 338 करोड रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं।
मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने 338 करोड रुपए की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। जिसमें यह साबित हो रहा था कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचा है। पार्टी के संरक्षक अरविंद केजरीवाल है इसलिए उनसे पूछताछ करना जरूरी है।
वहीं ईडी का दूसरा पॉइंट है कि आबकारी घोटाले के आरोपी इंडोस्पिरिट के डायरेक्टर समीर महेंद्रू ने पूछताछ में ईडी को बताया कि अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी विजय नायर ने उसकी मुलाकात फेस टाइम एप्प के जरिये अरविंद से करवाई थी। जिसमें अरविंद केजरीवाल ने उससे बोला था कि विजय नायर उसका आदमी है और उसे नायर पर भरोसा रखना चाहिए।
वहीं तीसरा पॉइंट ईडी ने बताया है कि नई आबकारी नीति को लेकर मीटिंग अरविंद केजरीवाल के घर पर भी हुई थी।
चौथा पॉइंट मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद ने पूछताछ के दौरान बताया कि आबकारी नीति में 6 प्रतिशत का मार्जिन प्रॉफिट था, जिसे अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से ही 12 प्रतिशत किया गया था। यानी आबकारी नीति बनाने में अरविंद केजरीवाल की भी भूमिका थी।
पांचवां और आखिरी पॉइंट नई आबकारी नीति को लेकर जो कैबिनेट बैठक हुई थी वह कैबिनेट बैठक मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जाती है। ईडी इन्हीं पांच पॉइंट्स को लेकर अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है।
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