चारों ओर से मुस्लिम देशों से घिरे होने के बावजूद इजराइल के किसी से नहीं डरने का कारण है कि देश पर हुए किसी भी द्वारा किये हमले का मुंह तोड़ जवाब देने पर समूचा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा रहता है, क्योकि वहां भारत की तरह सबूत मांगने वाला गैंग नहीं। सत्ता में पार्टी कोई भी हो देशहित सबसे ऊपर है, लेकिन भारत में देशहित पीछे अपना वोटबैंक सुरक्षित रहना चाहिए। 2014 से पहले भारत में कितने आतंकी हमले हुए, लेकिन तत्कालीन सरकारें मुस्लिम वोटबैंक के तलवे चाटते 'हिन्दू आतंकवाद' और 'भगवा आतंकवाद' के नाम से हिन्दुत्व को कलंकित करती रही, बेगुनाह हिन्दू साधु/साध्वियों को झूठे आरोपों में जेल में डालने का काम करती रही। भारत के विपक्ष को इजराइल का विरोध करने की बजाए इजराइल के पैरों में बैठकर देशभक्ति सीखनी चाहिए।
इजरायल ने ईरान के कुछ सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले किए हैं। इजरायल का यह हमला ईरान के इसफहान प्रांत में हुआ है। बताया गया है कि इजराइल ने इसफहान प्रांत में एक एयरपोर्ट और ईरान के सैन्य साजोसामान को निशाना बनाया। अभी इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ईरान ने कहा है कि यह हमला काफी छोटा था और उसे कोई नुकसान नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार, इजरायल ने यह हमला शुक्रवार (19 अप्रैल, 2024) सुबह किया है। इजरायल ने यह हमला ड्रोन के जरिए किया है। ईरानी मीडिया का कहना है कि इजरायल का हमला सफल नहीं हो पाया क्योंकि उसने इजरायली ड्रोन को हवा में ही मार गिराया।
इसफहान में शुक्रवार सुबह तेज धमाके सुने गए। बताया जा रहा है कि इजरायल का हमला ईरान के असफ़हान के एयरपोर्ट को निशाना बना कर किया गया था। इस हमले के बाद ईरान के बड़े शहरो में एयरपोर्ट बंद कर दिए गए और साथ ही हवाई उड़ानों पर भी रोक लगा दी गई। ईरान की राजधानी तेहरान भी इससे प्रभावित हुई है।
ईरानी अन्तरिक्ष एजेंसी के मुखिया ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इजरायली हमले के विषय में बताते हुए कहा कि यह कुछ ड्रोन के द्वारा किया गया था जिसने कोई नुकसान नहीं हुआ। ईरान की सरकारी मीडिया का कहना है कि देश के सुरक्षा ढाँचे ने तीन ड्रोन मार गिराए थे। जिस जगह यह हमला हुआ वह ईरानी सेना का एक प्रमुख बेस माना जा रहा है।
कुछ न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल का यह हमला एक मिसाइल हमला था। हालाँकि, इस बात कि अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि इजरायल के इस हमले के विषय में 24-48 घंटे पहले सूचित कर दिया गया था। इजरायल का यह हमला ईरान के परमाणु संस्थानों के आसपास किया गया है। हालाँकि, ईरानी परमाणु प्रोग्राम को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है।
इजरायल का यह हमला ईरान के हमले का जवाब माना जा रहा है। ईरान ने हाल ही में इजरायल पर लगभग 300 ड्रोन के जरिए हमला किया था। ईरान ने इजरायल के कई शहरों को निशाना बनाया था। ईरान ने इजरायल पर मिसाइल भी दागी थी। इजरायल ने तमाम ड्रोन को हवा में ही मार गिराया था।
ईरान और इजरायल के बीच यह तनाव 1 अप्रैल के बाद से चालू हुआ है। इजरायल ने 1 अप्रैल को सीरिया में ईरानी दूतावास को निशाना बनाया था। इजरायल ने इस दूतावास पर हवाई हमला किया था। इस हवाई हमले में ईरान के कई बड़े सैन्य अधिकारी मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी।
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