एक गैर कानूनी काम करने के बाद सुप्रीम कोर्ट का फिर एक और टेस्ट ; केजरीवाल की जेल से बाहर रहने की मनघडंत कहानी; डॉक्टर 3 लाख में बिक गया पुणे में साबित हुआ; केजरीवाल ने कितने में खरीदा?

सुभाष चन्द्र

जिस तरह एक साजिश के तहत केजरीवाल को जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता ने अंतरिम जमानत दी थी बिना जमानत मांगे और सब नियमों को ताक पर रख कर, उसी वक्त लग रहा था कोई script लिखी गई है कि जेल वापसी से पहले केजरीवाल कोई नाटक करेगा और जेल से बाहर रहने की साजिश करेगा। 

केजरीवाल की नानी ने भागवत गीता का उपदेश नहीं बताया कि 'विनाश काल विपरीत बुद्धि' यानि जेल से जमानत लेने से पटकथा लिखनी शुरू हो गयी थी। सोने पर सुहागा 'शीश महल में मालीवाल कांड'।

 

केजरीवाल ने जो कहानी गढ़ी है उस पर कोई भी विश्वास नहीं कर सकता। केजरीवाल ने कहा है कि हिरासत में रहने के दौरान उसका 6-7 किलो वजन कम हुआ (इसे जेल अधीक्षक से प्रमाणित किया जाना चाहिए क्योंकि मुझे ध्यान पड़ता है इसका वजन शायद एक किलो कम हुआ था) और अचानक कम हुए वजन व सेहत संबंधी दिक्कतों को देखते हुए उसे पीइटी-सीटी स्कैन(PET CT scan) सहित कई जांच कराने की जरूरत है। उसने मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर की सलाह सुप्रीम कोर्ट में जमा कराइ है। उसने यह भी कहा है कि डॉक्टर ने पूरे शरीर का  पीइटी-सीटी स्कैन कराने को कहा है जिससे किसी तरह के कैंसर न होना सुनिश्चित हो, और उसे होल्टर मॉनीटर भी पहनना होगा

जेल जाने पर केजरीवाल का AIIMS से जाँच करवानी चाहिए, मेडिकल रिपोर्ट में फर्क आने पर डॉक्टर पर कार्यवाही करनी चाहिए।  

कल पुणे में सामने आया है कि डॉक्टर ने 2 जवानों को गाड़ी से कुचलने वाले नाबालिग का खून का सैंपल ही बदल दिया जिसके एवज में उसे 3 लाख रुपए मिले। यानी डॉक्टर 3 लाख में बिक गया और जब केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी जमानत manage कर ली तो डॉक्टर की रिपोर्ट तो किसी भी कीमत पर बनवा सकता है। 

इतनी गंभीर बीमारियां बता रहा है और भरी गर्मी में चुनाव प्रचार कर रहा है। कैंसर टेस्ट का मतलब है कुछ तो शंका होगी और लेशमात्र भी ऐसा हो सकता तो उसका चुनाव प्रचार में जाना संभव ही नहीं है। 

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चर्चित YouTuber 

आज उनके वकील सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में खड़े हुए और कल ही केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करने की गुहार लगाई। लेकिन जस्टिस जे के माहेश्वरी और जस्टिस विश्वनाथन की बेंच ने तुरंत सुनवाई करने से मना करते हुए कहा कि केजरीवाल की गिरफ़्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई पूरी कर चुका है और फैसला 17 मई को सुरक्षित कर लिया है और अब हम इस याचिका पर कुछ नहीं कर सकते, आप CJI के पास जाएं, वे ही इसे listing के लिए आदेश दे सकते हैं

सिंघवी गिड़गिड़ाता रहा कि बस 7 दिन की medical extension है यह कोई स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं है। सिंघवी साहब यह कोई 7 दिन की बात नहीं है, इतने दिनों के बाद तो आपका खरीदा हुआ डॉक्टर और टेस्ट करने को कहेगा और फिर इलाज बता कर कहेगा bed rest चाहिए 15 दिन का। किसे बेवकूफ बना रहे हो?

आखिर “शेर” को क्या हुआ जी, जमानत पर बाहर आने के बाद पार्टी ने नारा लगाया था

“जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल जी छूट गए", "मोदी जी जा रहे हैं, केजरीवाल जी आ रहे हैं" और "देखो देखो कौन आया, शेर आया शेर आया"

चीफ जस्टिस को चाहिए , वे इसे 2 जून को surrender करने के लिए कहें और यह भी आदेश दिया जाए कि जो कुछ भी टेस्ट या medical advice AIIMS के डॉक्टर कहेंगे, वह कराये जाएंगे। केजरीवाल अभी जमानत पर है जिसका मतलब है अभी जेल में ही है और स्वतः बिना जेल अधीक्षक की अनुमति वो कोई डॉक्टर की सलाह नहीं ले सकता

Supreme Court is once again on Test - देखते हैं फेल होता है या पास?

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