सैम पित्रोदा का असली नाम है “सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा” (उम्र है 82 वर्ष) लेकिन अंग्रेज़ों को भी मात दे दी है इन्होनें और सुपर अंग्रेज़ बन चुके हैं, इसलिए इनके लिए “राम नाम सत्य है” तो नहीं कहा जाएगा। इनके नाम और चरित्र में कोई मेल नहीं है। कांग्रेस की Indian Overseas Congress के अध्यक्ष के पद पर रहते हुए ये महाशय राहुल गांधी के Political Guru हैं जिन्होंने राहुल गांधी को उसकी विशेषताओं के अनुसार निकृष्ट से निकृष्ट भाषा बोलना सिखाया है और विदेशों में राहुल की सभी सभाओं को ये ही आयोजित करते हैं जहां से राहुल गांधी इनके मार्गदर्शन में भारत को गालियां देकर देश को नीचा दिखाते हैं।
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लेखक चर्चित यूटूबर |
पित्रोदा ने घटिया भाषा की सभी हदें पार करते हुए 140 करोड़ भारतवासियों का अपमान कर दिया। पित्रोदा ने कहा :-
“भारत में पूर्व के लोग दिखने में चीनी जैसे लगते हैं; पश्चिम के लोग अरब के जैसे लगते हैं; उत्तर के लोग कुछ हद तक “सफ़ेद” (white) और दक्षिण के लोग अफ्रीकी लगते हैं। इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता, हम सब आपस में भाई बहन हैं”।
भारत की “विविधता में एकता” के लिए ऐसा वर्णन कोई घृणित मानसिकता का व्यक्ति ही कर सकता है और आज विश्व में शायद ही कोई देश होगा जो भारतीयों के बारे में ऐसा सोचता या कहता होगा।
उसके बयान से किनारा करते हुए कांग्रेस के ठेकेदार जयराम रमेश ने कहा है -"The analogies drawn by Mr Sam Pitroda in a podcast to illustrate India's diversity are most unfortunate and unacceptable. The Indian National Congress completely dissociates itself from these analogies”
कांग्रेस इस तरह हलके में पित्रोदा जैसे वरिष्ठ नेता के बयान से कैसे किनारा कर सकती है और जयराम राम के पास क्या authority है ऐसे किनारा करने की जबकि पित्रोदा फर्जी गांधी परिवार के सबसे करीब हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने पित्रोदा के बयान की न आलोचना की और न उससे खुद को अलग किया और न ही उनके जड़खरीद गुलाम अध्यक्ष खड़गे ने कुछ कहा है।
सैम पित्रोदा का केवल कांग्रेस की Indian Overseas Congress के अध्यक्ष के पद इस्तीफा देना काफी नहीं है। उसे कांग्रेस से निष्कासित न करना साबित करता है कि कांग्रेस और गांधी परिवार पित्रोदा की सोच से सहमत हैं। सोनिया गांधी की विदेशी संस्कृति और उसके बच्चों की विदेशी मानसिकता भारतीयों को वैसे ही समझती है जैसा पित्रोदा ने कहा और सत्य यह ही है कि उसके बोल “फर्जी गांधी” परिवार के ही बोल हैं।
सरकार को अब दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी देकर ट्रायल कोर्ट को हेराल्ड केस को 6 महीने में अंजाम तक पहुंचाने के निर्देश देने के लिए कहना चाहिए और सैम पित्रोदा को वापस भारत लाने के लिए कदम उठाने चाहिए और उसके लिए पित्रोदा का पासपोर्ट रद्द कर देना चाहिए और 140 करोड़ भारतियों का अपमान करने के लिए पित्रोदा पर देशद्रो का केस दर्ज करना चाहिए।
वैसे इस जैसे 82 साल के आदमी का कुछ नहीं होगा क्योंकि अगर सजा हो भी जाती है तो सीधा हॉस्पिटल में होगा सजा का ऐलान होते ही लालू की तरह। सुप्रीम कोर्ट उसकी उम्र देख कर तुरंत जमानत भी दे देगा क्योंकि अमेरिका का गुलाम जो है।
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