भगवान कृष्ण ने कहा आत्मा नहीं मरती, प्राणी मरता है और आत्मा दूसरा शरीर धारण करती है, लेकिन आज दुष्ट मानव कहता है, हे कृष्ण, मैं जीते जी अपनी आत्मा को मार भी सकता हूं और जीवित भी रह सकता हूं ; कर्मफल की चिंता नहीं

सुभाष चन्द्र

आज वर्तमान में यह विचित्र स्थिति दिखाई दे रही है। ऐसा ही प्रतीत हो रहा है दुष्ट मानव जैसे भगवान को चुनौती देकर कह रहा है कि मुझे अपनी आत्मा को मार कर जीना भी आता और मुझे नहीं चिंता कल इस कर्म का क्या फल मिलेगा, किस जन्म में मिलेगा मुझे नहीं पता और जब उस जन्म का पता ही नहीं तो अपना जीवन अपनी मर्जी से ही जी कर रहूँगा 

पुणे में एक किशोर वेदांत अग्रवाल के हाथों मारे गए 2 युवा IT Professionals की हत्या करने पर भी उसे बचाने के लिए ससून जनरल अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डाक्टर अजय तावड़े और अस्पताल के CMO श्रीहरि हलनोर को गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने वेदांत को बचाने के लिए उसके खून के सैंपल कूड़ेदान में फ़ेंक कर ऐसे व्यक्ति के सैंपल टेस्ट कर दिए जिसमे शराब का कोई अंश नहीं था ऐसे मार दिया अपनी आत्मा को डॉक्टरों ने

दूसरों का जीवन बचाने वाले डॉक्टर ने इस काम को 3 लाख रुपए में कर के अपनी आत्मा को मार दिया वेदांत के पिता विशाल अग्रवाल ने ही जोर लगाया होगा और उन्हें खरीदा होगा, 2 जवानों के जीवन की कोई कीमत नहीं बस अपना बेटा बचना चाहिए यह है अपनी आत्मा को मारना

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चर्चित YouTuber 
तीन दिन पहले ही विवेक विहार दिल्ली के बेबी केयर हॉस्पिटल में आग लगने से नवजात बच्चे झुलस कर मर गए जिस अस्पताल की capacity 5 बच्चों की थी, वहां 15 से ज्यादा बच्चे रख कर बिना इंतज़ाम किए पैसा कमाते रहे सेंटर में गैर कानूनी तरीके से ऑक्सीजन सिलिंडर भर कर बेचने का धंधा चल रहा था यानी बच्चो की चिंता कम और कमाई की ज्यादा थी यह है अपनी आत्मा को मारना याद रहे यह अस्पताल भी केजरीवाल सरकार के आधीन है

ऐसे और बहुत मामले मिलेंगे जिनमें इंसान कोई चिंता नहीं करता और समझने की कोशिश ही नहीं करता कि किस कर्म का दंड उसे मिला है लालू यादव 1000 करोड़ का चारा घोटाला करके 32 साल की सजा पा कर और भगवान राम से टकरा कर भी नहीं समझा कि उसकी दुर्दशा क्यों हुई और आज भी अपनी आत्मा को मार कर सीना चौड़ा करके मोदी को धमकी दे रहा और उसका ललुआ मोदी को “बेड रेस्ट” पर भेजने की धमकी दे रहा है

जिस खानदान के हाथ में 60 साल तक भारत की सत्ता थी, वो नहीं समझ सका कि आज 10 साल से सत्ता से विहीन क्यों है और भाई बहन और माताश्री बदहवास बोलते फिरते हैं और पार्टी को 50 सीट लोकसभा की जीतने के पापड़ बेलने पड़ते हैं इतना होने पर भी भगवान से सीधा टकराते हैं यह है अपनी आत्मा को मारना

जिसे जनता ने भरोसा करके भारी बहुमत से सत्ता दी, वो केजरीवाल जनता को धोखा देकर घोटाले करके जेल पहुंच गया लेकिन फिर भी समझ नहीं रहा कि उसे किस कर्म का दंड मिल रहा है यह है आत्मा को मारना और फिर भी जिंदा रहना ममता बनर्जी किस हद तक गिर चुकी है लेकिन उसे कोई चिंता नहीं है 

ऐसे और भी बहुत लोग मिलेंगे लेकिन ईश्वर न्याय जरूर करता है हर किसी को कर्मफल मिलता है चाहे अगले जन्म में और कहीं कहीं भगवान जल्दी ही कृपा करके इसी जन्म में खेल कर देते हैं 

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