यह स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति नहीं है, रफाह के लिए आंसू बहाने वालों को वहां छोड़ आना चाहिए; Bollywood गद्दारों की जमात बन गया है

नुसरत भरुचा 
सुभाष चन्द्र

फिल्म ‘लव, सेक्स और धोखा’ (2010) से चर्चा में आईं अभिनेत्री नुसरत भरुचा ने भी कई अन्य सेलेब्स की तरह फिलिस्तीन के लिए इंस्टाग्राम स्टोरी लगाई है। ‘All Eyes On Rafah’ वाली इस इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए गाजा पट्टी में स्थित रफ़ा में इजरायल के हमले की निंदा की गई है। हम यहाँ नुसरत भरुचा का जिक्र इसीलिए कर रहे हैं, क्योंकि जब अक्टूबर 2023 में फिलिस्तीन स्थित हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुस कर 1100 निर्दोषों को मार डाला था और यहूदी मुल्क पर 5000 रॉकेटों से हमला किया गया था, तब वो इजरायल में ही थीं।

लेखक 
चर्चित Youtuber 
अभिनेत्री नुसरत भरूचा, एक दाउदी बोहरा मुस्लिम, उसी म्यूजिक फेस्टिवल में थी जहां हमास ने इज़रायल में बर्बर हमला किया था जिसमें 1400 निर्दोष इज़राइली नागरिक मारे गए थे और यह लड़की 2 दिन तहखाने में छुपी रही। इसके परिवार ने भारत सरकार से मदद मांगी और इज़रायल ने इसे इसे ढूंढ कर भारत सकुशल भेजा। वापस आकर इसने खुद बयान किया किस मुश्किल में थी ये और बच कर आना कठिन था।

होटल के बेसमेंट में ही वो शेल्टर बना हुआ था। होटल से 2 किलोमीटर की ही दूरी पर भारतीय दूतावास स्थित था, लेकिन उस समय ये दूरी तय करनी भी खतरे से खाली नहीं थी। नुसरत भरुचा होटल के शेल्टर से ही मदद के लिए लोगों को फोन कॉल कर रही थीं। उनका कहना था कि उस दौरान इजरायल और भारत के दूतावासों ने उनकी मदद की। इजरायल के एक टैक्सी ड्राइवर ने उनकी मदद की, वहाँ के फ़िल्मी लोगों ने कॉल किया, होटल के कर्मचारियों ने उनका ख्याल रखा।

जब नुसरत भरुचा वहाँ से लौटी थीं, तब उन्हें टैग कर के मुंबई स्थित इजरायली दूतावास ने लिखा भी था कि हम आपको अकेले नहीं छोड़ेंगे। नुसरत भरुचा को उस दौरान एयरपोर्ट ले जाया गया था और किसी अन्य देश की फ्लाइट में उन्हें बिठाया गया। उन्होंने खुद बताया था कि उस दौरान कई बार वो रोने लगती थीं। उन्होंने भारत सरकार के साथ-साथ तब इजरायल को भी धन्यवाद दिया था। ‘सोनू के टिट्टू की स्वीटी’ (2018) और ‘राम सेतु’ (2022) में काम कर चुकीं अभिनेत्री अब इजरायल के विरोधी फिलिस्तीन के लिए इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगा रही हैं।

ये अहसानफरामोश नुसरत आज हमास के समर्थन में खड़ी है और पोस्ट लिख रही है। अगर इसका काम तमाम हो गया होता तो इसके परिवार को कैसा लगता जो आज इसकी हरकतों पर खामोश हैं। इसे नहीं भूलना चाहिए कि कल ऐसी हालत फिर खड़ी हो गई, तब सरकार भी कुछ नहीं करेगी।

कांग्रेस ने अपने manifesto में हमास को समर्थन देने की बात कही थी और राहुल गांधी की भाजपा जीत के बाद देश को आग लगाने की धमकी को देख कर लगता है, गृह युद्ध की तैयारी हो चुकी या देश को दंगों के आग में झुलसाने की तैयारी है। ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि Bollywood और Cricket जगत के कुछ सिरफिरे देश में दंगे भड़काने की लिखी गई इबारत को पूरा करने में लगे हैं। ये निर्लज्ज कश्मीर में हुए हिंदुओं के नरसंहार पर खामोश थे और फिल्म The Kashmir Files को मनघडंत कहानी बता रहे थे लेकिन आज ये आतंकी हमास के साथ खड़े हैं और रफाह के लिए टसुए बहा रहे हैं।

Bollywood के इन निर्लज्जों में शामिल हैं माधुरी दीक्षित, वरुण धवन, सोनम कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, मलाइका अरोड़ा, यो यो हनी सिंह, नोरा फतेही, कृति खरबंदा, रश्मिका मंधाना, रकुल प्रीत, काजल अग्रवाल, सैफ अली का बेटा इब्राहिम अली और क्रिकेट जगत के चहल की बीवी धनश्री वर्मा, रोहित शर्मा की बीवी रितिका सजदेह और यहां तक मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी और कई अन्य और, इन सभी ने इंस्टाग्राम स्टोरी पोस्ट करते हुए एक ही तरह की फोटो शेयर की है।

भारत सरकार जिस संगठन को आतंकी मानती है, उसके साथ जाने का कोई औचित्य नहीं है। इस बेशर्म लोगों ने उस दिन एक आंसू नहीं बहाया था जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था, हमास के दरिंदों ने अल्लाहु अकबर का नारा लगाते हुए 40 बच्चों की गर्दन रेतकर हत्या कर दी, दर्जनों बच्चों को जिन्दा जला दिया, एक महिला को दो दिन भूखा रख कर बाद में मांस भात खाने को दिया और फिर उसे बताया कि जो मांस उसने खाया, वो उसके अपने बच्चे का था। इन्हें याद नहीं हमासी दरिंदों ने एक महिला को अर्धनग्न हालत में खुले ट्रक में रेप करके सड़कों पर घुमाते रहे।

ये Bollywood के लोग हमास के समर्थन में खड़े होकर खुद दरिंदे बन गए हैं। इन्हे गाज़ा के लिए आंसू बहाने हैं या रफाह के लिए, कुछ भी करें लेकिन वहां जाकर करें। अब भारत सरकार को चाहिए इन सबकों प्लेन में बिठाकर रफाह भेज दे। या मोसाद को चाहिए इन्हे उठा कर ले जाए। अब देश को ऐसी गद्दारी सहन नहीं करनी चाहिए। किसी को इन Bollywood वालों को sound कर देना चाहिए कि सरकार तुम्हे रफाह भेजने पर विचार कर सकती है।

चुनाव नतीजे आने के बाद यदि कहीं भी दंगे भड़काए जाते हैं तो सबसे पहले राहुल गांधी को UAPA में बंद कर देना चाहिए उसके बयान के आधार पर और सभी दलों के प्रमुख नेताओ पर हंटर चला देना चाहिए। गृह युद्ध की कोशिस की जाए तो सेना लगा कर कुचल देना चाहिए। CAA और किसान आंदोलन की तरह अब सहन नहीं होना चाहिए।

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