उत्तर प्रदेश : सपा नेताओं और कट्टर इस्लामियों ने चुनाव के समय UP Police का बता वायरल किया पंजाब का वीडियो

सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसे उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है। इस वीडियो में एक युवक द्वारा किसी महिला को पहले डाँटते, फिर पीटते हुए देखा जा सकता है। समाजवादी पार्टी से जुड़े कई नेताओं व कुछ कट्टर इस्लामी हैंडलों ने इसे UP पुलिस विरोधी रूप और रंग देने का प्रयास किया है। इन लोगों ने वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को UP कैडर IPS अधिकारी आशीष तिवारी बताया है। अब चर्चा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पंजाब के वीडियो को प्रदेश का बताने वाले पर कठोर कार्यवाही किये जाने की गुहार लगा रही है, ताकि भविष्य में कोई काली करतूत करने की हिम्मत न कर सके, क्योकि इससे पुलिस की छवि ख़राब हो रही है। ऑपइंडिया ने इस वीडियो की पड़ताल की।

समाजवादी पार्टी की सरकार में राजयमंत्री के ओहदे पर रह चुके नेता आईपी सिंह ने 21 सेकेंड लम्बे इस वीडियो को शुक्रवार (31 मई 2024) को अपने X हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो में महिला की पिटाई के दौरान पास ही खड़ा एक अन्य व्यक्ति सब चुपचाप देखता है। सामने मौजूद कोई अन्य व्यक्ति चुपके से पूरी घटना रिकॉर्ड करता है, जो बाद में वायरल हो गई। इस वीडियो की आड़ में सपा नेता आईपी सिंह ने UP की योगी सरकार तक को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।

आईपी सिंह की ही तरह उनकी पार्टी के यासर शाह, राघवेंद्र यादव, सत्या यादव और राहुल यादव आदि ने भी इसे IPS आशीष तिवारी से जुड़ी घटना बतानी शुरू कर दी। मामले को कथित तौर पर UP पुलिस व योगी सरकार से जुड़ने की आहट पाकर कुछ समुदाय विशेष के लोग भी सक्रिय हो गए। इनमें फिरदौस फिजा प्रमुख हैं। अपने X हैंडल से फिरदौस ने पुलिस अधिकारी पर की गई कार्रवाई का अपडेट तक पूछ डाला। खास बात यह है कि भारत के इस मसले में फिरदौस ने #Netanyahu, #Rafah और #Genocide जैसे हैशटैग लगाए।

 X के अलावा भी इस वीडियो को कुछ अन्य लोगों ने सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्मों पर शेयर किया है।

वायरल वीडियो की सच्चाई

ऑपइंडिया ने इस वायरल वीडियो की पड़ताल की। अपनी पड़ताल के दौरान हमने पाया कि 27 मई 2024 को UP पुलिस द्वारा इस घटना पर सफाई दी गई है। पुलिस ने बताया, “यह वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर थाना जीरकपुर, मोहाली, पंजाब में सन् 2018 की घटना से संबंधित है।”
जब हम इस वीडियो की तह तक गए तो पता चला कि जिसे UP कैडर IPS आशीष तिवारी बताया जा रहा है, वो असल में पंजाब का AIG आशीष कपूर है।
जब हम इस वीडियो की तह तक गए तो पता चला कि जिसे UP कैडर IPS आशीष तिवारी बताया जा रहा है, वो असल में पंजाब का AIG आशीष कपूर है।
आशीष कपूर पूर्व में 1 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के मामले में सस्पेंड भी किया जा चुका था। साल 2023 में यह वीडियो पहली बार वायरल होने के बाद आशीष कपूर पर FIR भी दर्ज कर ली गई थी। जिस महिला की पिटाई हो रही है, उसने आशीष कपूर पर केस दर्ज करवाया था। केस में उसने आशीष पर खुद से जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। बाद में आशीष कपूर को जेल भी काटनी पड़ी थी। साल 2022 में पंजाब कैडर अधिकारी आशीष कपूर बर्खास्त भी कर दिए गए थे।
इस पूरे मामले पर ऑपइंडिया ने आईपीएस आशीष तिवारी से बात की। आशीष तिवारी उच्च शिक्षा के लिए फिलहाल अमेरिका में हैं। उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होते ही सूचना पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई थी, जिसका पुलिस ने खंडन भी कर दिया है।
आशीष तिवारी ने अपील भी की है कि लोग किसी भी खबर को बिना सोचे-समझे और पूरी सच्चाई जाने बिना शेयर अथवा विश्वास करने से बचें। अतः हमारी पड़ताल में यह निकल कर सामने आया कि वायरल हो रहा वीडियो UP के आईपीएस आशीष तिवारी के बजाय पंजाब कैडर के अधिकारी आशीष कपूर का है।

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