आन्दोलनजीवी योगेंद्र यादव की हो गई कम्बल कुटाई

महाराष्ट्र के अकोला में योगेन्द्र यादव के एक कार्यक्रम में जम कर लात-घूंसे चले। योगेन्द्र यादव के साथ भी धक्का-मुक्की इस दौरान की गई। हंगामा करने का आरोप वंचित बहुजन अघाड़ी के कार्यकर्ताओं पर लग रहा है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कई लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि इस दौरान योगेन्द्र यादव के साथ भी पिटाई हुई।

योगेंद्र की उन्ही की मीटिंग में पिटाई होना अपने आपमें बहुत कुछ बिलकुल साफ कर रहा है, फिर भी जनता अगर अपनी आंखें मूंद लेती है तो यह उसकी नादानी नहीं नासमझी होगी। यह टूलकिट के सदस्यों की दुर्दशा होने का संकेत है। यानि विदेशी भीख पर जनता के तथाकथित हितैषी बन रहे आन्दोलनजीवियों की असलियत सामने पर पार्टी में ही विद्रोह शुरू हो चूका है। यह केवल योगेंद्र यादव की पार्टी में ही नहीं बल्कि लगभग सभी पार्टियों में शुरुआत हो चुकी है। धीरे-धीरे सबकी सामने आने को है। विदेशी भीख पर CAA विरोध से लेकर तथाकथित किसान आंदोलन आदि आयोजित करना खासतौर पर चुनाव से पहले या किसी विदेशी नेता के भारत दौरा करने दौरान। यानि इन टूलकिट प्रायोजित आंदोलनों का असली मकसद देश में उपद्रव कर अशांति फैलाना है।   

जानकारी के अनुसार, अकोला में योगेन्द्र यादव भारत जोड़ो कार्यक्रम के लिए पहुँचे थे। जब योगेन्द्र यादव बोलने लगे तो यहाँ VBA के कार्यकर्ता आए और यहाँ हंगामा किया। इस दौरान माइक तोड़ा गया और कुर्सियाँ भी फेंक दी गईं। बताया गया कि VBA कार्यकर्ता कॉन्ग्रेस को लेकर कुछ प्रश्न उठा रहे थे।

वायरल वीडियो में दिखता है कि योगेन्द्र यादव को लोग चारों तरफ से घेरे हुए हैं और हंगामा चल रहा हिया। इस दौरान पुलिस भी लोगों को पकड़ती दिखाई देती है, कई लोग हाथों में कुर्सियाँ लिए हुए भी दिखाई दिए हैं।

No comments: