भारत द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध चल रही कार्यवाही से पाकिस्तान में इतनी भगदड़ मची हुई कि मंत्रियों और सेना प्रमुखों ने अपने-अपने परिवारों को पाकिस्तान से बाहर भेजना शुरू कर दिया है। लेकिन भारत में कांग्रेस पाकिस्तान की बोली बोल रही है।
जम्मू-कश्मीर के पहले गेम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बयान है। हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें कर्नाटक के दो लोग भी शामिल थे। जब सिद्धार्थ ने सिद्धारमैया से पूछा कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए, तो उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के साथ जंग की कोई जरूरत नहीं है. हम जंग के हक में नहीं हैं. हमें सख्त कदम उठाना चाहिए और अपनी सुरक्षा को और मजबूत करना चाहिए."
सिद्धारमैया के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। फोर्ब्स मीडिया इस पर दावा कर रही है कि भारत में ही सरकार के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं।
इस बयान पर बीजेपी ने सिद्धारमैया पर तीखा हमला बोला है। कर्नाटक विधानसभा में नामांकन के नेता आर. अशोक ने कहा, "सिद्धरामय्या पाकिस्तान की कठपुतली की तरह रह रहे हैं। ऐसे उपदेश वक्त में, जब सीमा पर जंग का खतरा है, उनका बयान शर्मनाक है।" अशोक ने तंज कसते हुए सिद्धारमैया को ' पाकिस्तान रत्न ' कहा और 'एक्स' पर लिखा, "बधाई हो! अगर आप पाकिस्तान गए, तो शाही स्वागत होगा। शायद आपको पाकिस्तान निशान-ए-पाकिस्तान पाकिस्तान दे दे।"
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित इंट्रेस्ट ने 'एक्स' पर लिखा, "कांग्रेस पाकिस्तान में डर बनी हुई है। सिद्धरमैया मुस्लिम सीट के लिए ऐसे बोल रहे हैं, जबकि दोस्त दोस्त की हत्या कर रहे हैं।" उन्होंने एक न्यूज चैनल की क्लिप भी शेयर की, जिसमें सिद्धारमैया का बयान दिखाया गया था।
कांग्रेस पाकिस्तान को बचाने के लिए आगे आई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, जो मुस्लिम वोटों के कारण पद पर हैं, को पाकिस्तान में यह कहते हुए उद्धृत किया जा रहा है कि हमें पाकिस्तान से भिड़ने के बजाय कश्मीर में सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जबकि वे भारतीय हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं... pic.twitter.com/YKvVoGN3UE
– अमित मालवीय (@amitmalviya) 26 अप्रैल, 2025
इस मामले में खुद को चारों तरफ से देखते हुए सिद्धरमैया ने सफाई दी। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "मैंने कहा कि जंग आखिरी रास्ता है, पहले नहीं। केंद्र ने भी माना कि प्लेगेम पर हमला हमारी खुफिया जानकारी और सुरक्षा में चूक के कारण हुआ। पहले इसे ठीक करना चाहिए।" उन्होंने कहा कि केंद्र ने सिंधु जल संधि को रद्द करने जैसे कदम उठाए हैं, उनका स्वागत है। सिद्धारमैया ने यह भी कहा, "पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति टूट गई है। उन्हें कुछ भी बुरा नहीं लगा। भारत को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए। दुनिया भारत के साथ है। हमें फायदा उठाना चाहिए। पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए।"
मैंने युद्ध के बारे में अपने बयान के पक्ष और विपक्ष में बहस और चर्चा देखी है।
— सिद्धारमैया (@siddaramaiah) 27 अप्रैल, 2025
युद्ध हमेशा एक राष्ट्र का अंतिम उपाय होना चाहिए - कभी भी पहला या एकमात्र विकल्प नहीं। केवल तभी जब दुश्मन को हराने के सभी अन्य तरीके विफल हो गए हों, तब किसी देश को युद्ध में उतरना चाहिए।
सिद्धराम ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि कुछ लोग देश में युद्धोन्माद फैलाकर सांताक्रूज को खराब कर रहे हैं। केंद्र को ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए।
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