भारत ने पाकिस्तानी हमलों को किया नाकाम (साभार: India Today)
अपनी जेहादी मानसिकता के चलते पाकिस्तान मस्जिदों को छोड़ मन्दिरों और गुरूद्वारे निशाना बना रहा है। जिनका श्राप पाकिस्तान को उसको अकाल मौत के मुंह में धकेल रहा है। दूसरे, हमास के तरह नागरिकों को निशाना बनाने की घिनौनी और जहरीली सोंच दर्शा रही है। 10 मई की रात को पाकिस्तान ने दिल्ली को निशाना बनाते जो मिसाइल दागी जिसे हरियाणा में गिराने के बाद पाकिस्तान के 3 air base समाप्त कर दिए। और सुबह श्रीनगर, अमृतसर आदि शहरों पर हमला करने पर उसके 3 airjets को बर्बाद करने के बाद अपने परमाणु कमेटी की मीटिंग बुलाना बहुत खतरनाक खेल खेलने की शरारत करने का मन बना रहा है। और अगर पाकिस्तान परमाणु इस्तेमाल करता है निश्चित रूप से पाकिस्तान दुनिया के नक़्शे से अपना नाम मिटाने की ओर कदम उठा लेगा। देखना है भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है।
ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार (8 मई 2025) को जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में हमास की स्टाइल में हमले किए। पाकिस्तानियों ने ड्रोन उड़ाए, मिसाइलें दागीं, तोपें गरजाईं। मगर भारत की फौज ने आँखें तरेरते हुए सारे हमले नाकाम कर दिए। हालाँकि विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से 400-500 एयर अटैक सिर्फ हमले के लिए नहीं थे, बल्कि पाकिस्तान की ये चाल थी भारत की एयर डिफेंस को चेक करने की। यानी भारत का डिफेंस सिस्टम कितना और कहाँ प्रभावी है और कहाँ कमजोर।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की प्लानिंग ये देखने की थी कि पश्चिम की पूरी सीमा पर भारत किस तरह से मुस्तैद है। ये सब 7 मई 2025 को भारत के जबरदस्त ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुआ। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। वो कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के जवाब में की गई थी।
ऑपरेशन सिंदूर से तिलमिलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 16 लोग मरे। फिर उसने भारत के 15 फौजी ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें धरी रह गईं। उल्टा, लाहौर में उनका एक डिफेंस सिस्टम ही खराब हो गया।
पाकिस्तान ने क्या चक्कर चलाया?
रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से गुरुवार (8 मई 2025) के हमले भारत की ताकत को टटोलने की चाल थी। पाकिस्तान ने 40 से ज्यादा जगहों पर हमले किए, लेकिन उनके ड्रोन और मिसाइलों में या तो बारूद था ही नहीं, या बहुत कमजोर था। एक सूत्र ने कहा, “दुश्मन ऐसा करके देखता है कि उसका ड्रोन कहाँ बिना पकड़े घुस जाता है। अगर ड्रोन वापस आ जाए, तो उन्हें लगता है कि वहाँ हमारा डिफेंस कमजोर है। अगर पकड़ा जाए, तो समझ जाते हैं कि हमारा सिस्टम टाइट है।”
बहरहाल, पाकिस्तान के हमलों के बाद भारत ने कोई मौका नहीं छोड़ा। हमारे ड्रोन सियालकोट, लाहौर और कराची जैसे बड़े ठिकानों पर मंडराए। डिफेंस सिस्टम चालू किए गए और नियंत्रण रेखा पर जमकर जवाबी फायरिंग हुई।
पाकिस्तान और हमास की दोस्ती
फौजी भाषा में पाकिस्तान की इस चाल को क्या बोलते हैं?
भले ही इन हमलों से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मामला गंभीर है। अगर ये टटोलने की चाल थी, तो पाकिस्तान किसी बड़े हमले की प्लानिंग कर सकता है। भारत को हर वक्त चौकस रहना पड़ेगा।
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