देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 मई 2025 को केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला श्री अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। इसी के साथ वे मंदिर के दर्शन करने वाली पहली राष्ट्रपति बन जाएँगी। त्रावणकोर देवस्वम् बोर्ड (TDB) ने राष्ट्रपति के दौरे की पुष्टि की। राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन प्रारंभ हो चुके हैं, जिसमें एसपीजी और मंदिर प्रबंधन सक्रिय रूप से शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2025 से दो दिन के केरल दौरे पर रहेंगी। इस दौरान राष्ट्रपति कोट्टायम में एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। 19 मई 2025 को सबरीमाला मंदिर के दर्शन करेंगी। राष्ट्रपति नीलक्कल हेलीपैड पर उतरेंगी औऱ वहाँ मंदिर के लिए प्रस्थान करते हुए पम्पा बेस कैंप पहुँचेंगी।
यहाँ बेस कैंप से राष्ट्रपति आम तीर्थ यात्रियों की तरह 4.25 किलोमीटर ट्रैक करके जाएँगी। हालाँकि सुरक्षा कारणों के चलते माना जा रहा है कि राष्ट्रपति गाड़ी से भी जा सकती हैं। हालाँकि इस पर अंतिम फैसला स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का ही होगा। टीडीबी अध्यक्ष पीएस प्रशांत ने बताया कि राष्ट्रपति के पहाड़ी चढ़ाई करने का निर्णय एसपीजी के विवेक पर निर्भर है। मंदिर परिसर और आसपास की सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। आधिकारिक कार्यक्रम प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन समीक्षा बैठक आयोजित करेंगे।
TDB के अध्यक्ष पी.एस. प्रसांथ ने कहा कि यह पहली बार है देश के जब राष्ट्रपति सबरीमाला मंदिर आएँगे। यह हमारे लिए गर्व की बात है। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर बीते कुछ हफ्तों से तैयारियाँ चल रही हैं। सड़कों की मरम्मत और निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
18 और 19 मई को मंदिर में सामान्य दर्शनार्थियों के लिए दर्शन बंद रहेंगे और क्यूआर टिकट सेवाएं भी निलंबित रहेंगी। केरल के पथानामथिट्टा जिले में 3,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित सबरीमाला मंदिर दक्षिण भारत का प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पहुंचने के लिए 41 दिनों की तपस्या और पंपा नदी से नंगे पैर चढ़ाई आवश्यक है। यह यात्रा राष्ट्रपति मुर्मू के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक अध्याय जोड़ेगी।
No comments:
Post a Comment