जिस तरह अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका ही नहीं अपने पद की गरिमा को धूमिल किया है, यही स्थिति LoP राहुल गाँधी की है। जो किसी लोकतंत्र के लिए बहुत ही चिंता की बात है। दोनों ही वास्तविक मुद्दों की बजाए दादागिरी का रवैया अपनाकर अपने-अपने पद को कलंकित कर रहे हैं। यह शायद पहला मौका है कि अमेरिका राष्ट्रपति को बड़बोला और झूठा बोला जा रहा है, ट्रम्प के नक्शेकदम पर LoP राहुल गाँधी चल रहे हैं। इस कटु सच्चाई से कोई इंकार नहीं सकता।
यही सत्य लगता है कि ट्रंप ने नया Deep State बनाया है जिसका मालिक वह खुद है और राहुल गांधी एवं भारतीय विपक्ष के साथ मिलकर मोदी को उखाड़ने में लगा है। ये सब फ़ालतू बातें है जो ट्रंप कहता फिरता है कि मोदी उनका दोस्त है, मोदी महान है और मेरे मोदी के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं।
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| लेखक चर्चित YouTuber |
ट्रंप जानबूझकर ऐसे बयान देते हैं जो राहुल गांधी और उसके गिरोह को ऑक्सीजन देने का काम करते हैं। कभी कभी लगता है कि दुनिया के शक्तिशाली देश का एक नेता भौंकता है तो भारत में उसके समर्थन में यहां भी उसके साथी भौंकना शुरू कर देते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति को ऐसी बात बोलने का क्या मतलब है जो गलत साबित हो सकती है। ट्रंप ने कहा मोदी ने उसे फ़ोन करके कहा है कि वह रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा जबकि फ़ोन हुआ ही नहीं।
जब से यूक्रेन/रूस युद्ध शुरू हुआ है मोदी बराबर रूस से तेल ले रहा है और कांग्रेस एवं विपक्ष को तकलीफ यह है कि तेल खरीदना बंद न करने की वजह से भारत में तेल के दाम नहीं बढ़ रहे बल्कि भारत तो उस तेल को refine करके वैश्विक बाजार में बेच कर पैसा कमा रहा है लेकिन विपक्ष को तेल की कीमतें न बढ़ने से विरोध का मौका नहीं मिल रहा।
ट्रंप ने नैरेटिव चलाया है कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है जिसकी वजह से रूस की कमाई हो रही है और वो यूक्रेन से युद्ध लड़ रहा है - ऐसा ही ट्रंप चीन के बारे में सोचता है लेकिन केवल भारत और चीन को तेल बेचने से ही युद्ध की financing नहीं हो रही। युद्ध चल रहा है अमेरिका और NATO और यूरोपीय देशों के यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई से। और सच्चाई यह है कि ये देश ही युद्ध को चलते रहना देना चाहते हैं जिससे इनके हथियार बिकते रहे। जेलेंस्की तो मोदी के लिए कह चुका है कि युद्ध अगर कोई बंद करा सकता है तो मोदी करा सकता है।
अमेरिका में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के ही नहीं, विपक्षी Democrat भी ट्रंप के विरोध में हैं कि उसकी टैरिफ नीति की वजह से अमेरिका और भारत के 25 साल से चल रहे मधुर संबंधों में खटास आ रही है जिनमें सुधार लाना कठिन होगा। लेकिन भारत का विपक्ष खासतौर पर बुद्धिहीन राहुल गांधी हर विषय पर मोदी के विरोध में रहता है जबकि वह मोदी के पैरों की धूल के एक कण के बराबर भी नहीं है।
ट्रंप को पता नहीं है कि मोदी वह नेता नहीं है जो तुम्हारी हर किसी फालतू बात का जवाब देता फिरेगा। जहां अमेरिका का समर्थन करना जरूरी है, वहां करता है लेकिन जो बात पसंद नहीं अमेरिका की उसका दृढ़ता से विरोध भी करता है। मोदी एक परिपक्व नेता है जो समय पर और जरूरत के अनुसार ही बोलता है और यही कारण है आज दुनिया भर के देश उसकी बात ध्यान से सुनते हैं।
ट्रंप को अब तक समझ आ जाना चाहिए कि मोदी को हटाने के उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सकते क्योंकि उसके साथ ईश्वरीय शक्ति है तो अन्याय के खिलाफ लड़ने में उसकी मदद करती है।
वो ट्रंप की फालतू बातों का क्या जवाब देगा जब उसने कभी कांग्रेस और विपक्ष द्वारा दी गई 100 से ज्यादा गालियों का जवाब नहीं दिया।
सोनिया गांधी ने गाज़ा समझौते पर कुछ नहीं कहा लेकिन मोदी को नीचा दिखाने के लिए उसका विरोध करती है।

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