राहुल ने शत-प्रतिशत सच कहा है “कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है” राहुल गांधी के बयान के अब 7 साल बाद “मुसलमान और कांग्रेस एक ही हैं” हिंदुओं के लिए खतरे की घंटी बजा दी कांग्रेस ने

सुभाष चन्द्र
"कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है" राहुल गाँधी का यह कहना गलत नहीं है। इस सच्चाई को जानने के लिए मोती लाल नेहरू के पिता उर्फ़ अब्बू का इतिहास जानना होगा। जवाहर लाल नेहरू ने अपनी पुस्तक Discovery of India में साफ-साफ लिखा I am Hindu by accident जिसे हिन्दू ही नहीं देश ने बहुत हल्के में लिया। सच्चाई तो नेहरू ने भी कबूली थी। हिन्दू नाम रख ठीक उसी तरह जनता को गुमराह किया गया है जिस तरह मुस्लिमों द्वारा हिन्दू नामों से ढाबे चलाना। इतना ही नहीं, जब इंदिरा गाँधी ने फिरोज जहांगीर से निकाह करने से पहले इस्लाम कबूल कर "मैमुना बेगम" नाम था। लेकिन जनता को गुमराह करने हिन्दू नाम इंदिरा नाम को चलन में रखा। वही जनता को गुमराह करने मरने पर हिन्दू रीति-रिवाजों से दाह संस्कार किया गया,  जबकि मुस्लिम मजहब में मुर्दे को दफनाया जाता है। जब फिरोज को दफनाया गया फिर मैमुना बेगम उर्फ़ इंदिरा को क्यों नहीं। यहाँ गलती मुस्लिम ठेकेदारों-मुल्ला, मौलवी और मुस्लिम बुद्धिजीविओं- की है। इन मुस्लिम ठेकेदारों को ऐतराज करना चाहिए था कि  इंदिरा और इसके परिवार के मुर्दों का दाह संस्कार क्यों किया जा रहा है?           

जुलाई 2018 में राहुल गांधी ने कुछ कथित मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात की थी जिसके बाद उर्दू दैनिक अख़बार “इंकलाब” ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि राहुल गांधी ने उस मीटिंग में खुल कर कहा था कि “कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है” जिस पर बवाल किया गया था और दावा किया गया कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ नहीं कहा

अख़बार के पत्रकार मुमताज़ आलम रिज़वी ने अपनी रिपोर्ट को सही बताया और कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि "Yes, Congress is a party of Muslims, because Muslims are weakened, they have become another version of Dalits in the country”.

कांग्रेस की तरफ से राहुल के बयान पर जो भी आशंका जताई गई, वो तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दूर कर दी और राहुल गांधी के बयान को और साफ़ शब्दों में कह दिया कि कांग्रेस न केवल मुसलमानों की पार्टी है बल्कि “मुसलमान मतलब कांग्रेस है और कांग्रेस मतलब मुसलमान”। रेड्डी ने आगे कहा कि कांग्रेस है तो मुसलमानों की इज़्ज़त है और कांग्रेस के बिना मुसलमानों की कोई इज़्ज़त नहीं है”

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इसके पहले भी तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि “देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है”। इसलिए ही कांग्रेस मुसलमानों पर सब कुछ कुर्बान करती रही है जैसे 2014 में सरकार का कार्यकाल ख़त्म होने से कुछ दिन पहले दिल्ली की 123 सरकारी  संपत्तियां वक्क बोर्ड को भेंट कर दी। वक्फ बोर्ड को जिस मर्जी संपत्ति को अपना कहने का अधिकार पहले से ही दे दिया था

रेवंत रेड्डी ने भी अपने बयान जारी करने से पहले कांग्रेस और मुसलमान एक होने के सबूत के तौर पर 2500 वर्ग किलोमीटर भूमि शैक्पेट में वक्फ बोर्ड को दे दी और जब हल्ला मचा तो कह दिया गया कि सेना ने उस जमीन को अपना बता कर विवाद पैदा कर दिया है

कितने सबूत दे कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी होने के, मुस्लिमों के वोट मिलते हैं इसलिए हमेशा आतंकियों और पाकिस्तान के साथ खड़ी रहती है कांग्रेस के नेताओं को पाकिस्तान अपने घर जैसा दिखाई देता है। 1971 के युद्ध के बाद इंदिरा गांधी ने बांग्लादेशियों को भारत में घुसाया जिससे वे कांग्रेस के वोट बैंक बन सकें और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बनाया। इंदिरा गांधी ने गांधी/नेहरू की सोच को आगे बढ़ाया था जो भारत में दूसरा पाकिस्तान बनाने की थी। 1971 के बाद भी कांग्रेस और अन्य विपक्षी सरकारें बांग्लादेशी और रोहिंग्या को देश में घुसाती रही हैं जिसकी वजह से घुसपैठिये 10 करोड़ तक पहुंच गए है कुछ अनुमानों के अनुसार। 

आज जब SIR के जरिए घुसपैठियों के वोट कटने की नौबत आ गई तो जगह जगह योगी और मोदी को ही घुसपैठिया बता रहे हैं। लेकिन किसी भी हालत में बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बचाने में लगे है। वो सोचते है फर्जी आधार कार्ड से काम चल जाएगा लेकिन उन्हें पता नहीं कि Biometric से फर्जी आधार कार्ड की पहचान तुरंत हो सकती है

इधर कांग्रेस भारत में मुसलमानों को बचाने में लगी है और उधर अमेरिका में मालदीव जैसा “इंडियन आउट” का खेल Deep State ने शुरू कर दिया है। भारतीयों और हिंदुओं के खिलाफ आग उगलने वाले मैट फोर्नी ने यह कैंपेन शुरू किया है। हम तो भारतीयों को संभाल लेंगे लेकिन हमारी कांग्रेस कोशिश करेगी कोई भी भारत न आ सके। लेकिन भारतीयों के भारत आने से अमेरिका का सर्वनाश होने से कौन बचाएगा। क्या एक किताब को मानने वाले अमेरिका को बचा लेंगे?

हिंदुओं को कांग्रेस का खेल अब पूरी तरह समझ आ जाना चाहिए। अब भी कोई हिंदू कांग्रेस या सेकुलर दलों को वोट करता है तो उसे भगवान भी नहीं बचा सकता

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