जब कोई बिकाऊ व्यक्ति या देश अपनी अक्ल की बजाए अपने आकाओं की ऊँगली पर नाचता है तो उसका विनाश निश्चित है। इसकी जीती जगती मिसाल भारत का विपक्ष और पाकिस्तान है। जो मुल्क एयर और सर्जिकल स्ट्राइक से अपनी आंखें नहीं खोलता उसे बिकाऊ ही कहा जाएगा। दूसरे, भारत में विपक्ष इन स्ट्राइको पर सवाल उठाने को पाकिस्तान सरकार और मीडिया उछाल कर अपने बचाव में इस्तेमाल करते रहे। फिर Operation Sindoor पर हमारा बेशर्म विपक्ष दुश्मन द्वारा किये नुकसान को उछाल जनता को गुमराह कर पाकिस्तान के साथ हम प्याला हम नवाला बनते रहे। जो हमारा बेशर्म विपक्ष बोलता वही पाकिस्तान और जो पाकिस्तान बोलता वही हमारा विपक्ष।
दूसरी मिसाल देखिए भारत में जितना कांग्रेस समेत विपक्ष कमजोर होता रहा पाकिस्तान भी उतना ही कमजोर। और हालत ये हो गयी कि हाथ में कटोरा लेकर घूमने की नौबत आ गयी। पाकिस्तान के स्लीपर सेलों द्वारा दिल्ली हमला होने पर किसी बेशर्म विपक्ष की आवाज़ नहीं निकल रही सबको लगता है सांप सूंघ गया है। जब सरकार की तरफ से बदले की कार्यवाही होते ही सबके मुंह में जबान आ जाएगी। पाकिस्तान भी जानता है कि हमारी फ़ौज से कहीं ज्यादा भारत में हमारे बिना तनखाह के फौजी रह रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर 2025 को हुए धमाके से देश स्तब्ध है। इस विस्फोट में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए। इस एक विस्फोट ने जहां देश की तमाम बड़ी सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल कार्रवाई के लिए प्रेरित किया, वहीं विपक्षी दलों ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर तुच्छ राजनीति शुरू कर दी है। दिल्ली ब्लास्ट पर विपक्ष की तुच्छ राजनीति के बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारी मन और गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए राष्ट्र को आश्वस्त किया। उन्होंने साफ किया कि यह घटना पूरे राष्ट्र को झकझोरने वाली है, लेकिन सरकार और एजेंसियां पूरी रात जांच में लगी रहीं। सूचनाएं खंगाली जा रही हैं और हर पहलू की तह तक जाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने साफ किया कि हमारी एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जाएगी। इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
विस्फोट के तुरंत बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने वहां मौजूद दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली। अमित शाह खुद पल-पल की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को देते रहे। गृह मंत्री ने कहा कि हर दृष्टि से मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, एनआईए,एनएसजी, एफएसएल की टीमें मौके पर पहुंच गईं और धमाके के कारण का पता लगा लगा रही हैं। अमित शाह ने जोर देकर कहा कि कि सभी संभावित कोणों से जांच चल रही है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
मोदी सरकार की नीति और सुरक्षा परिदृश्य में बदलावयह ध्यान रखने की बात है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कह दिया कि साजिशकर्ता को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उसे सख्त सजा दी जाएगी, तो आप ये तय मान कर चलिए कि इस मामले में कोई भी गुनहगार नहीं बचेगा। क्योंकि साल 2014 में सरकार बदलने के बाद देश की आंतरिक सुरक्षा नीति में मूलभूत बदलाव आया है। कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान देश में अक्सर आतंकी घटनाएं और विस्फोट होते रहते थे, लेकिन मोदी सरकार ने ‘आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस’ की नीति को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इस नीति के कारण आतंकी घटनाओं पर लगाम लगी हैं। आतंकियों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है और आतंक के पनाहगारों को नष्ट किया जा रहा है, जिससे देश के नागरिक आमतौर पर अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं। और इस धमाके के बाद मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि दिल्ली ब्लास्ट के पीछे जो भी हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
आपके लिए यह जानना जरूरी है कि साल 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद, देश में और विशेष रूप से दिल्ली में अक्सर होने वाली आतंकी घटनाएं लगभग नहीं के बराबर हुई हैं। इसके बावजूद, विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस ने घटना के तुरंत बाद खुफिया विफलता का आरोप लगा सरकार को घेरने की कोशिश की है। अगर आप ध्यान देंगे तो मानेंगे कि विपक्षी पार्टियों की यह आलोचना पूरी तरह से तथ्यहीन है, क्योंकि पिछले एक महीने में ही भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने आठ से अधिक बड़े आतंकी षड्यंत्रों को सफलतापूर्वक विफल किया है। विपक्ष इन सफलताओं को नजरअंदाज कर, राष्ट्रीय सुरक्षा के गंभीर मसले पर राजनीति करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि दिल्ली ब्लास्ट के पीछे जो भी हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
आदरणीय गृहमंत्री जी LNJP हॉस्पिटल में स्वयं उपस्थित हैं
— ज्ञान सिंह राजावत 🚩सनातनी 🙏🏻 (@gyan_rajawat01) November 10, 2025
सरकार हर एक पीड़ित हर एक व्यक्ति के साथ pic.twitter.com/ToQUoZe3pE
पिछले एक महीने में विफल हुए 8 प्रमुख षड्यंत्र
मोदी राज में गृह मंत्रालय, राज्य पुलिस, एटीएस और स्पेशल सेल की इकाइयों के उत्कृष्ट समन्वय का यह सबूत है कि पिछले कुछ हफ्तों में कई आतंकी साजिश विफल किए गए हैं-जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद में लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया और JeM/अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े प्रोफेसर व डॉक्टर को गिरफ्तार किया।
गुजरात एटीएस और यूपी पुलिस ने ISIS-खुरासान प्लॉट को नाकाम किया। हैदराबाद के एक डॉक्टर सहित तीन लोगों को घातक जहर रिसिन बनाने के रसायनों और पाकिस्तान से ड्रोन-ड्रॉप हथियारों के साथ पकड़ा गया।
1. #Thread Not even a few hours have passed, and Congress has already started its politics, attacking our intelligence forces over the recent blast in Delhi, even before the investigation is complete.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
But what they won’t tell you about are the countless attacks that never… pic.twitter.com/iKGQLKL2jV
राजस्थान एटीएस ने जालौर में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े एक मौलवी को गिरफ्तार किया, जो कट्टरपंथी उपदेश और फंडिंग में शामिल था।
2. 10 November: J&K Police & Haryana Police busted a massive inter-state module in Faridabad. Nearly 2,900 kg of explosives were recovered.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Two radical Islamists, an assistant professor and a doctor from Pulwama, were arrested.
They had links to JeM and Ansar Ghazwat-ul-Hind. pic.twitter.com/6NF8EhNi8n
महाराष्ट्र एटीएस ने पुणे में अल-कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट से जुड़े एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया और ऑनलाइन भर्ती के डिजिटल सबूत जब्त किए।
3. 9 November: Gujarat ATS and UP Police foiled an ISIS-Khorasan plot.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Three islamists, including a Hyderabad-based doctor, were caught with pistols, ammo, and chemicals for producing the deadly toxin ricin.
Drone-dropped weapons from Pakistan were traced. pic.twitter.com/ANTpTA3or9
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने ISIS-प्रेरित ऑनलाइन मॉड्यूल को नष्ट किया, जो आत्मघाती हमलों के लिए प्रशिक्षण दे रहा था, और हथियार जुटाने से पहले दो को गिरफ्तार किया।
4. 7 November: Rajasthan ATS arrested a cleric in Jalore connected to Tehrik-e-Taliban Pakistan (TTP). His network was involved in radical preaching and fundraising for terror operations. pic.twitter.com/W877cJtOaW
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
6. 24 October: Delhi Police Special Cell dismantled an ISIS-inspired online module training recruits for suic!de attacks through encrypted platforms.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Two were arrested before they could mobilise weapons or explosives. pic.twitter.com/578tHO23UT
पंजाब पुलिस ने एक ड्रोन-आधारित हथियार और मादक पदार्थों के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया और 10 पिस्तौल व अफीम जब्त की।
7. 15 October: Punjab Police busted a drone-based cross-border arms and narcotics network.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Ten pistols and 500 grams of opium were seized, with 3 Islamists arrested. pic.twitter.com/za3qKcg6b2
आंध्र प्रदेश, यूपी और महाराष्ट्र पुलिस ने संयुक्त रूप से जैश-ए-मोहम्मद के कट्टरता और फंडिंग नेटवर्क का खुलासा किया और ऑनलाइन भर्ती चला रहे दो गुर्गों को गिरफ्तार किया।
8. 13 October: Andhra Pradesh, UP, and Maharashtra Police jointly uncovered a Jaish-e-Mohammed radicalisation and funding network.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Two operatives running online recruitment and financing were arrested. pic.twitter.com/YolSfd26Ph
पंजाब पुलिस ने आईएसआई-समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल प्लॉट को विफल करते हुए, एक बड़े हमले के लिए इरादा 2.5 किलोग्राम का एक आईईडी बरामद किया।
8. 13 October: Andhra Pradesh, UP, and Maharashtra Police jointly uncovered a Jaish-e-Mohammed radicalisation and funding network.
— Political Kida (@PoliticalKida) November 10, 2025
Two operatives running online recruitment and financing were arrested. pic.twitter.com/YolSfd26Ph
अक्टूबर 2005 में दिवाली से ठीक पहले, दिल्ली के सरोजिनी नगर, पहाड़गंज, गोविंदपुरी जैसे व्यस्त बाजारों में एक साथ हुए सीरियल ब्लास्ट में 60 से अधिक नागरिक मारे गए और 200 से अधिक घायल हुए।
मार्च 2006 में वाराणसी के संकट मोचन मंदिर और रेलवे स्टेशन पर हुए धमाकों में 28 से अधिक लोग मारे गए। इसके बाद जुलाई 2006 में मुंबई की लोकल ट्रेनों में 7 स्थानों पर सीरियल बम धमाके हुए, जिसमें अकेले 209 लोग मारे गए और 700 से अधिक घायल हुए थे।
अगस्त 2007 में हैदराबाद के लुम्बिनी पार्क और गोकुल चाट भंडार में एक के बाद एक दोहरा बम धमाका हुआ। इन हमलों में 42 लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हुए थे।
मई 2008 में जयपुर के व्यस्त बाजारों में एक के बाद एक 9 बम धमाके किए गए। इस हमले में 80 से अधिक नागरिक मारे गए और 170 से अधिक घायल हुए थे।
नवंबर 2008 में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने ताज महल पैलेस होटल, सीएसएमटी, ओबेरॉय ट्राइडेंट जैसे प्रमुख स्थानों को निशाना बनाया। यह भारत के इतिहास का सबसे भीषण हमला था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे।
फरवरी 2010 में पुणे की जर्मन बेकरी में शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ, जिसका आरोप इंडियन मुजाहिदीन (IM) पर लगा था। इस हमले में 17 लोग मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए थे।
सितंबर 2011 में दिल्ली हाई कोर्ट के गेट नंबर 5 के बाहर बम धमाका हुआ। इस हमले में 13 लोग मारे गए और 70 से अधिक घायल हुए।
फरवरी 2013 में हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके में दो साइकिलों पर रखे गए बमों में विस्फोट हुआ। इस हमले में 18 लोग मारे गए और 130 से अधिक घायल हुए थे।
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