भाई(राहुल) तो भाई बहन(प्रियंका) तो भाई की भी अम्मा निकल गयी। आखिर नीचता की भी एक सीमा होती है। ये दोनों जिस तरह संवैधानिक संस्थाओं पर बेसिर पैर के सवाल खड़े कर रहे हैं IAS लॉबी ही नहीं इनमे कार्यरत लोगों को भी कांग्रेस के खिलाफ कर रहे हैं। चर्चा यह भी है कि निचली अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट भी कांग्रेस के रवैये से सचेत हैं। जिस तरह दोनों भाई-बहन राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा, दोनों ही सांसद हैं, भड़काऊ बयानबाज़ी कर रहे हैं उस पर चुनाव आयोग, लोक सभा अध्यक्ष, केंद्रीय गृह एवं कानून मंत्री क्यों नहीं संज्ञान लेकर कार्यवाही करते? क्या ये सब देश में आगजनी होने का इंतज़ार कर रहे हैं? अगर यही बात किसी उम्मीदवार या आम नागरिक ने बयानबाज़ी की होती पुलिस भी एकदम एक्शन में आ गयी होती। सोशल मीडिया पर साफ कहा जा रहा है कि अगर चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार या इनके परिवार को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदार प्रियंका होगी।
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| देखिए प्रियंका का दोगलापन :उत्तर प्रदेश में रुद्र्राक्ष माला और कलावा केरल में सब साफ |
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| लेखक चर्चित YouTuber |
इस खबर को जब न्यूज़ पोर्टल्स पर तलाश किया तो देखा India TV की खबर में था कि प्रियंका वाड्रा ने CEC ज्ञानेश कुमार और अन्य दो चुनाव आयुक्तों को नाम लेकर धमकी दी। चुनावी मंच से प्रियंका ने कहा “You will not retire peacefully and also mentioned the names of other two election commissioners SS Sandhu and Vivek Joshi, urging the public not to forget their names”.
आगे खबर में कहा गया कि प्रियंका ने कहा, “ज्ञानेश कुमार, अगर आप सोचते कि आप शांति से रिटायर हो जाओगे तो ऐसा नहीं होगा, मैं जनता को कहना चाहती हूं कि वह ज्ञानेश कुमार का नाम कभी मत भूलें। प्रियंका ने फिर चुनाव आयुक्त श्री SS Sandhu और श्री विवेक जोशी का भी नाम लेकर जनता से कहा वो इनके नाम भी याद रखें। और प्रियंका के समर्थकों ने “चोर चोर” के नारे लगाए।
कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर X पर प्रियंका वाड्रा की 3.08 मिनट के वीडियो के साथ है पोस्ट किया:-
ज्ञानेश कुमार
एस एस संधू
विवेक जोशी
ये चुनाव आयोग के सबसे ऊंचे अधिकारी हैं, जो देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
ये तीनों लोग आपके अधिकार छीन रहे हैं। इनके नाम याद कर लीजिए। इनको पद और आयोग के पीछे छिपने मत दीजिए। प्रियंका वाड्रा ने लोगों से तीनों के नाम लेकर “मुर्दाबाद” के नारे भी लगवाए।
ये भाषण को कोई भाषण नहीं था। ये चुनाव आयुक्तों को रिटायरमेंट के बाद की धमकी थी कि आप लोग चैन से जी नहीं सकेंगे। सच कहें तो उन्हें हत्या की धमकी दी गई।
एक ही राग अलाप रहे हैं भाई बहन- वोट चोरी हो रहे हैं। 11 महीने पहले हरियाणा विधानसभा के नतीजे आए थे और वोट चोरी अब याद आ रही है। राहुल गांधी लाया भी किसको फर्जी वोट डालने के लिए गवाह के तौर पर एक ब्राजील की लड़की को जिसने अगले दिन ही भांडा फोड़ दिया कि उसकी फोटो “चोरी” करके गलत तरीके से उपयोग की गई है।
वो लड़की एक मॉडल है लारिसा। उसने राहुल गांधी के झूठ को बेनकाब करते हुए कहा -
“भारत का एक नाकाम नेता, जो लगभग 100 चुनाव हार चुका है, मेरी पुरानी तस्वीर इस्तेमाल कर अपनी झूठी और भ्रामक राजनीति चला रहा है। उसकी पार्टी के कुछ सदस्य तो मुझे डीएम में प्रोपोज़ तक कर रहे हैं। घिन आती है - यक्क”
क्या इज़्ज़त रह गई राहुल गांधी की? जो चीख चीख कर कह रहे हो संविधान का उल्लंघन कर रहा है चुनाव आयोग तो उस उल्लंघन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाओ लेकिन नहीं जाएंगे क्योंकि वहां से तो चुनाव आयोग को हरी झंडी मिल चुकी है SIR करने की। अब तुम सडकों पर पागल कुत्तों की तरह भोंकते रहो, कोई सुनने वाला नहीं हैं। ये बात अपने जॉर्ज सोरोस को बता दो।
एक बात मजेदार और है। जहां एक तरफ ढोल पीट रहे है भाई बहन कि वोट चोरी हो रहे है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी यह भी कह रहा है कि बिहार में Gen-Z वोट चोरी होने नहीं देगा। मतलब कोई वोट चोरी नहीं होगी। फिर ये चीख पुकार काहे मचा रहे हो।


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