एपल मैनेजर हत्याकांड: PM रिपोर्ट ने लखनऊ पुलिस की स्क्रिप्टेड कहानी की उड़ाई धज्जियां

कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी और मृतक विवेक की फैमिलीएपल मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने लखनऊ पुलिस की स्क्रिप्टेड कहानी की धज्जियां उड़ा दी हैं। उनके मुताबिक, विवेक ने कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी को कार से कुचलने की कोशिश की थी। कॉन्स्टेबल ने महज सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई थी। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि विवेक पर गोली ऊपर से नीचे की ओर चलाई गई थी। मतलब, साफ है कि कॉन्स्टेबल सेफ जगह पर था और उसने सिर्फ तैश में आकर फायर किया था।
ये है उस रात की हकीकत
28 सितंबर की देर रात गोली चलाते वक्त कॉन्स्टेबल प्रशांत डिवाइडर पर खड़ा था। मतलब, उसे किसी तरह की जान का खतरा नहीं था। विवेक द्वारा कार से कुचलने की बात स्क्रिप्टेड थी।
अक्टूबर 1 को चश्मदीद सना खान ने अपने बयान में साफतौर पर कहा, जिस कॉन्स्टेबल (प्रशांत) ने विवेक की कार पर फायर किया था वो डिवाइडर पर खड़ा था।
गोमतीनगर विस्तार में जो डिवाइडर बने हैं, उसकी ऊंचाई करीब एक से डेढ़ फीट के करीब है। मतलब, डिवाइडर पर खड़े होने से कॉन्स्टेबल कार की ऊंचाई से अधिक ऊंचाई पर था। इससे पता चलता है कि आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत ने सिर्फ और सिर्फ तैश में आकर विवेक पर गोली चलाई थी। 
उस रात गाड़ी नहीं रोकने के सवाल पर सना का कहना था- रात का वक्त था और कोई भी आदमी जिसके साथ कोई महिला हो, दोस्त हो या बहन हो बीवी हो, वो गाड़ी नहीं रोकता। विवेक को भी उस वक्त गाड़ी रोकना सही नहीं लगा। उन्होंने बस साइड से गाड़ी निकालने की कोशिश की थी। थोड़ी ही देर बाद कॉन्स्टेबल ने फायर कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्या खुलासा हुआ?
विवेक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुलिस का झूठ सामने आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, विवेक पर गोली ऊपर से नीचे की दिशा में चली थी जो विवेक की कुलीग सना के बयान की पुष्टि करती है।
मतलब, साफ है कि विवेक पर गोली चलाने वाला ऊंचाई पर खड़ा था और फायर करते हुए उसका हाथ नीचे की ओर झुका हुआ था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉन्स्टेबल की गोली विवेक की ठोढ़ी पर लगते हुए नीचे गर्दन में जाकर फंस गई।
विवेक पीछे छोड़ गए पत्नी और दो बच्चे
मृतक विवेक तिवारी सुलतानपुर के शंकरपुरम करौंदिया के रहने वाले थे। उनके पिता उदय नारायण बैंक में मैनेजर रहे हैं। विवेक दो भाई हैं। दूसरा भाई नीरज उनसे छोटा है। पत्नी ने बताया, विवेक एपल कंपनी में एरिया मैनेजर पद पर कार्यरत थे। विवेक घर में पत्नी कल्पना, बेटी शिवी और सानू के साथ रहते थे। वे 4 साल से एपल कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर थे।

विवेक तिवारी की हत्या पर टिप्पणी के बाद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्जविवेक तिवारी की हत्या पर टिप्पणी के बाद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज

एपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल धार्मिक रंग देने की टिप्पणी पर घिर गए हैं। दिल्ली के एक वकील अश्विनी उपाध्याय ने केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। वकील ने तिलक मार्ग पुलिस थाने में केजरीवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 153A, 295A, 504 और 505 के अलावा आईटी सेक्शन की धारा 67 के तहत जाति धर्म के नाम पर वैमनस्य फैलाने और भाजपा नेताओं को बदनाम करने की शिकायत दर्ज हुई है।
केजरीवाल ने पूरे मामले को सांप्रदायिक एंगल दे दिया था जिसके बाद इस पर भाजपा ने जहां उन्हें आड़े हाथों लिया वहीं सोशल मीडिया ने भी उन्हें आईना दिखा दिया। लोगों ने इस कृत्य पर केजरीवाल को जम कर खरी खोटी सुनाई। इसके बाद केजरीवाल देर शाम तक अपने ट्वीट पर सफाई देते दिखे। केजरीवाल ने सितम्बर 30 को ट्वीट कर सवाल किया था कि विवेक तिवारी हिंदू थे तो फिर उन्हें क्यों मार दिया। 
उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक हिंदू के हितों की रक्षा नहीं की। इसके बाद केजरीवाल ने मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी से फोन पर बात की। 
लेकिन यही केजरीवाल उस समय मौन व्रत धारण किये हुए थे, जब इनके वोट बैंक(मुसलमानों) ने विकासपुरी, दिल्ली में डॉ नारंग की हत्या कर दी थी। 
उधर, केजरीवाल के इस हत्याकांड को हिंदू की हत्या बताने के बाद दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर कहा कि केजरीवाल घटिया राजनीति न करें।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि विवेक तिवारी की हत्या हुई है और कसूरवार को सजा मिलेगी। हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा हत्या को सांप्रदायिक रंग देना उनकी ओछी मानसिकता का प्रतीक है।

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