मोदी और योगी के होते भगवान राम टेन्ट में क्यों?--सुरेंद्र सिंह, भाजपा विधायक

BJP MLA Surendra Singh अपने बेबाक बयानों से सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने नवम्बर 17 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि मोदी जी जैसा महान पीएम हो वो भी हिंदुत्ववादी और योगी जी जैसा महान हिंदुत्वादी नेता सीएम हो, तब भी भगवान राम टेंट में रहें, इससे बड़ा दुर्भाग्य भारत और हिन्दू समाज के लिए नहीं होने वाला। ऐसी परिस्थितियों बनाई जानी चाहिए कि राम मंदिर अयोध्या में बने।
राम मंदिर बनाने के मामले में सुरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि नया विधेयक लाकर मंदिर का निर्माण किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान से बड़ा भगवान होता है। विधायक होते हुए भी हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि भगवान संविधान से अलग चीज है। आस्था की चीज है। उस पे तनिक भी विलंब नहीं होना चाहिए। भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए। 
ऐसा पहली बार नहीं है विधायक सुरेंद्र सिंह ने अगल हटकर बयान दिया हो। इससे पहले भी कई बार वे अजीबोगरीब बयान दे चुके हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने कहा था, हिंदू की आबादी बढ़नी चाहिए। हर महंत की इच्छा है कम से कम पांच बच्चे, हिंदू युगल कम से कम पांच बच्चे पैदा करे तो भारतीय ताकत बनी रहेगी। हिंदुस्तान में हिंदुत्व बना रहेगा।
एमएलए सुरेंद्र सिंह ने एक बार कहा था कि अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव धर्म युद्ध होगा और इसमें महाभारत की तरह एक बार फिर कौरवों और पांडवों के बीच संस्कृतियों की लड़ाई होगी। सिंह ने कहा कि पांडवों के दल में सेनापति और अर्जुन की भूमिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे तो दूसरी तरह कौरवों का दल कांग्रेस के नेतृत्व में होगा, जिसमें धृतराष्ट्र की भूमिका समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव निभाएंगे। उन्होंने एक बार यह भी कहा था, 'ताजमहल' का नाम बदलकर 'राम महल' या 'कृष्ण महल' कर देना चाहिए। 

Subramanian Swamyकोई भी ताकत अयोध्या में राम मंदिर बनाने से नहीं रोक सकती : सुब्रहमण्यम स्वामी, राज्यसभा सांसद 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने कहा कि इस देश में कोई ताकत अयोध्या में राम मंदिर बनने से नहीं रोक सकती। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में मनमानी की, जो एक हिस्सा उन्होंने मुस्लिमों को दे दिया। हमारा देश ऐतिहासिक मोड़ पर है जो राष्ट्र निर्माण का मोड़ है। राम राष्ट्रीय भगवान हैं। विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक अशोक सिंहल की पुण्यतिथि पर नवम्बर 17 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित तीसरे व्याख्यान माला में सुब्रहमण्यम स्वामी ने कहा, 'अशोक सिंघल जी ने ही मुझे रामसेतु पर याचिका दायर करने के लिए कहा था। वह एक ऋषि थे, जिस तरह उनसे प्रेरणा मिलती थी।'
उन्होंने कहा कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने माना है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर बनने से श्रीलंका में पर्यटन बढ़ने की संभावना रहेगी। श्रीलंका की सरकार रावण के महल, अशोक वाटिका को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की संभावना पर विचार कर रही है।
स्वामी ने कहा, 'सब संपत्ति के लिए लड़ रहे हैं। मैं अपनी आस्था के लिए लड़ रहा हूं। मैं अनुच्छेद 25 के तहत अपने मूलभूत अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं, लेकिन कांग्रेस हमारी तारीख ही लगने नहीं देती है। हमारे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाती है और प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर सदा मंदिर ही रहता है। रामजन्मभूमि पर सरकार कानून भी बना सकती है।'
महाभारत के पांडवों के प्रस्ताव और कौरवों के प्रसंग को बताते हुए उन्होंने कहा कि काशी, मथुरा और अयोध्या को छोड़ दो नहीं तो कुछ भी बाकी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, "देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ लेकिन बाद में जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि जो जाना चाहे जाए जो रुकना चाहे रुके। मैं भी यह मानता हूं लेकिन वह यह मान लें कि भारत के पूर्वज उनके है। अगर नहीं मानते तो वह गजनवी और गौरी के वंशज हैं जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। हमारी विराटता तभी प्रकट होगी, जब रामजन्मभूमि पर मंदिर बनेगा। हम सब मिलकर मंदिर बनाएंगे क्योंकि राम की लीला है जैसे राम सेतु बचा वैसे ही मंदिर बनेगा विश्वास रखिए।"
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अयोध्या में 25 नवंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP)…
विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि बाबरी मस्जिद बनाए जाते समय 15 दिन तक लड़ाई हुई, जिसके कारण मस्जिद कभी पूर्ण रूप से नहीं बन पाई। 70 से ज्यादा लड़ाइयों में 4 लाख से अधिक लोगों का बलिदान हुआ। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद 22 दिसंबर 1949 को 40 से 50 नौजवानों ने उस ढांचे के अंदर मूर्ति की स्थापना की, तब से वहां पूजा हो रही है।

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