RSS से जुड़ी संस्था सेवा भारती को अमर सिंह ने दान की करोड़ों की प्रॉपर्टी

समाजवादी पार्टी से निष्कासित नेता और राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आजमगढ़ स्थित अपनी पैतृक संपत्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी संस्था सेवा भारती संस्थान को दान कर दी है। 
सूत्रों के मुताबिक, अमर सिंह ने अपने स्वर्गीय पिता की याद में उनकी संपत्ति सेवा भारती के नाम पर करने का फैसला लिया। जब से उनके पिता की मौत हुई थी, तभी से उनका यह घर खाली रहता था। दान की गई संपत्ति की कीमत करीब 15 करोड़ बताई जा रही है। 
इसमें उनका पैतृक आवास भी शामिल है, जिसकी कीमत 4 करोड़ है। साथ ही तरवां गांव की 10 बीघा जमीन जिसकी कीमत 10 करोड़ बताई जा रही है दान में दी गई है। 
नवंबर 28 को वाराणसी से जौनपुर जाते हुए अमर सिंह ने इस बात की पुष्टि की और कहा, ‘संघ बड़ी संस्था है. उसे कुछ दान देना बहुत छोटी बात होगी।  मेरे स्वर्गीय पिता की याद में मेरी संपत्ति को देकर, मैंने समाज की सेवा के प्रयासों में योगदान करने की कोशिश की है।' 
 अमर सिंह ने उन आरोपों का जवाब नहीं दिया, जिसमें कुछ राजनीतिक पार्टियां यह कह रही हैं कि आरएसएस के माध्यम से अमर सिंह बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। 
अमर सिंह की पूरी राजनीतिक पारी आरएसएस के खिलाफ रही है। वे आरएसएस को सांप्रदायिक बताते रहे हैं
अमर सिंह की पैदाइश आजमगढ़ की है। मुलायम सिंह सरकार में उन्होंने आजमगढ़ के विकास के लिए बहुत काम किया। लेकिन 2010 में सपा से निकाले जाने के बाद उन्होंने अलग पूर्वांचल राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर राष्ट्रीय लोक मंच नाम की एक पार्टी बनाई. इसको लेकर उन्होंने पद यात्रा भी की, लेकिन उनकी पार्टी को कोई सफलता नहीं मिली। 

अमर सिंह ने भाजपा का समर्थन करते हुए विपक्षी पार्टियों पर बोला हमला

राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने नवंबर 28 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा के साथ-साथ सपा, बसपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पहले वाराणसी के एयरपोर्ट पर तो उसके बाद जौनपुर में आयोजित एक समारोह में उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। कहा कि मैं भाजपा में भले ही नहीं हूं लेकिन मोदी के साथ हूं। मोदी का कारवां बढ़ता रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने सपा और बसपा अध्यक्ष के साथ ही महागठबंधन पर तंज भी कसा। 
राज्यसभा सांसद ने कहा कि जो बाप का नहीं हुआ, वह जनता का क्या होगा। अखिलेश समाजवादी नहीं, नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं। भारत माता को डायन कहने वाले उनके साथ हैं। वह जौनपुर के सर्वोदय विद्यापीठ इंटरमीडिएट कॉलेज मीरगंज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।  अमर सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को विकास के रास्ते पर लाकर खड़ा कर दिया है। गरीबों को उज्ज्वला, आयुष्मान भारत और जनधन जैसी योजनाएं दी हैं। 
लोग मुझसे पूछते हैं कि भाजपा में कब जा रहे हैं। मैं कहता हूं कि जो देश को आगे बढ़ा रहा है, मैं उसके साथ हूं। कहा कि एससी-एसटी एक्ट मामले में दुष्प्रचार हुआ है। न्यायालय के आदेश में छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए थी। आप लोग मोदी का साथ मत छोड़िएगा, वरना बदले का डंडा लेकर बुआ और बबुआ खड़े हो जाएंगे। सांसद ने कहा कि श्रीराम मंदिर पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मोदी और योगी ही भव्य मंदिर बनवा सकते हैं। 
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश पर चुटकी लेते हुए कहा कि रामचंद्र कह गए सिया से एक दिन कलयुग आएगा, बेटा अखिलेश राज करेगा, बूढा बाप जंगल जाएगा। समाजवादी पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति करती है, जो देश के लिए घातक है। वाराणसी एयरपोर्ट पर कहा कि विपक्षी दल महागठबंधन नहीं, महाठगबंधन बन रहे हैं। अमर ने कहा कि बबुआ बस अब अंगूठा चूसेंगे। कागज की कश्ती जिसका कागज़ गल गया हो, जिसका खाली कंकाल रह गया हो, उस सपा से कांग्रेस क्यों समझौता करेगी।
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री के बारे में कहा कि कुछ लोगों का चरित्र होता है कि वे छेड़ते नहीं लेकिन उनको जब कोई छेड़ता है तो वो उसे छोड़ते नहीं। उसका छोटा रूप खुद को और बड़ा रूप नरेंद्र मोदी को बताया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को मौन रहने की नसीहत भी दे डाली। आजम खां को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत के संविधान की शपथ लेकर वह मंत्री तो बन गए थे लेकिन अपने देश पर टिप्पणी करने पर जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
अमर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को हमने अपनी जमीन दान नहीं, समर्पित की है। आरोप लगाने वालों का वह जवाब देना उचित नहीं समझते। राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि रामलला की मूर्ति तो अब भी वहीं है। पूजा भी हो रही है। विपक्ष को नहीं दिख रहा है।

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