मोदी ने महागठबंधन को बताया ‘सराब’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यूपी की क्रांतिधरा मेरठ से लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावी रैली का शंखनाद किया। उन्होंने कहा 2019 का चुनाव क्रांतिधरा से शुरू करने के पीछे एक वजह है। 1857 में इसी जगह से स्वतंत्रता का बिगुल बजा था। यही कारण है कि नए भारत के निर्माण के लिए यहां से शुरुआत करने जा रहा हूं।
उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुए बसा टीकरी के लाल अजय कुमार को मंच से ही श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने चौधरी चरणसिंह को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले आशीर्वाद मांगा था। आपने भरपूर प्यार दिया। आपने आशीर्वाद दिया था। मैंने कहा था ब्याज सहित लौटाऊंगा। मैने जो काम किया है। उसका हिसाब भी दूंगा। अपना हिसाब दूंगा और दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ साथ चलने वाले हैं। एक तरफ दमदार चौकीदार है जालसाजी वंशवाद है, दागदारों की भरमार है।
मेरठ में रैली के दौरान अपने विरोधियों पर पीएम मोदी जमकर बरसे। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो सत्तर साल में गरीबों के खाते नहीं खुलवा पाए, वे खाते में पैसै कहां से डालेंगे। उन्होंने कहा कि जब ये महान मिलावटी लोग बैठे थे तब देश के अलग-अलग इलाकों में बम धमाके होते थे। ये महामिलावटी आतंकियों को सरंक्षण देते थे। उनकी जाति के आधार पर तय करते थे कि आतंकवादी को बचाना है या उसे सजा देनी है।
उन्होंने गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके राज में बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। मेरठ और पश्चिमी यूपी तो इनके कारनामों को भुगत चुका है। जब से योगी जी की सरकार आई है। तब से गुंडों और बदमाशों में डर और भय है। बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले आज सौ बार सोचते हैं, क्योंकि आपके इस चौकीदार ने ऐसे लोगों को फांसी तक का प्रावधान कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जो लोग इस चौकीदार को चुनौती देते थे। वे अब रो रहे हैं कि मोदी ने पाकिस्तान को घर में घुसकर क्यों मारा। मोदी ने यह क्यों किया, वह क्यों किया। विरोधियों में पाकिस्तान में मशहूर होने की होड़ लगी है। मैं देश की जनता से मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हमें सबूत चाहिए या फिर सपूत।
आप याद करिए 26 फरवरी की उस रात को यदि उस वक्त थोड़ी सी भी चूक हो जाती तो ये क्या करते, मेरे पुतले जलाते, मुझे गालियां देते। आप आश्वस्त रहिए मैं देश के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने को हमेशा तैयार रहने वाला व्यक्ति हूं। कोई भी राजनीतिक ताकत अपाके इस चौकीदार को नहीं डरा पाएगी। उन्होंने कहा कि मैं क्यों किसी दबाव में आऊं? मेरे पास अपना है ही क्या, जो भी कुछ है इस देश ने दिया है।
पीएम ने राहुल गांधी के उन्हें थिएटर दिवस की बधाई देने वाले बयान पर कहा कि कुछ लोगों की बुद्धिमत्ता पर दुख होता है, जिन्हें ए-सैट को थिएटर का सेट समझ लिया। अंतरिक्ष की सफलता का भी इन्होंने मजाक बनाया। समझ नहीं आता कि ऐसे लोगों की बुद्धिमत्ता पर हंसें या फिर रोएं।
यूपी में सपा बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी ने गेस्ट हाउस कांड किया उसके ही साथ आज बहनजी खड़ी हैं। बुआ और बबुआ तक पहुंचने में दो लड़कों ने जो तेजी दिखाई है वह गजब है। यूपी में सब कुछ इतना जल्दी हो रहा है कि कुछ समझ ही नहीं आ रहा। उनका नारा था यूपी को लूटो बारी-बारी। बोर्ड को बदलने से दुकान नहीं बदलती। इनके लिए सत्ता से बड़ा कुछ नही है। ये सिर्फ जाति की राजनीति में लगे हुए हैं। यूपी के विकास से अखिलेश और मायावती को कोई नाता नहीं है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने पैतीस हजार करोड़ रुपये का बकाया भुगतान योगी जी पर छोड़ दिया। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आपके गन्ना भुगतान की एक-एक पाई चुकाई जाएगी। भाजपा सरकार में इस साल का पैसा इसी साल मिल रहा है।
उन्होंने सपा-रालोद-बसपा को सराब की संज्ञा देते हुए कहा कि अच्छी सेहत के लिए ‘सराब’ से बचना चाहिए। सराब सेहत के लिए हानिकारक होती है। अच्छे भारत के भविष्य के लिए हानिकारक है। नए भारत के लिए हानिकारक है। इसलिए सपा, रालोद और बसपा- इस सराब से बचकर रहें, क्योंकि यह आपको बर्बाद कर सकती है।
मुजफ्फरनगर के दंगों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार में लोग घर छोड़ने पर मजबूर थे और आज आरोपी जेल में बंद हैं। तीन तलाक पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इनकी सरकार में तीन तलाक का समर्थन करने वाली महिलाओं को वोट नहीं डालने दिया जाता था।
उन्होंने मेरठ की जनता से भाजपा को मतदान करने का आह्वान किया और कहा कि कांग्रेस को हटा दीजिए गरीबी अपने आप मिट जाएगी। मतदान बूथ पर जाकर कमल के निशान पर वोट करने की अपील के साथ पीएम मोदी ने अपने भाषण को विराम दिया।
प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर उन्हें लेकर 11 :45 पर रैली स्थल के हेलीपैड पर उतरा जहां से पीएम मोदी मंच पर पहुंचे। मेरठ में एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा के पास मैदान में इस रैली का आयोजन किया जा गया। पीएम मोदी के रैलीस्थल पर पहुंचते ही वहां मौजूद लोगों ने जोर-शोर से उनका स्वागत किया। वहीं बताया जा रहा है कि रैली का आयोजन खुले मैदान में हुआ। इसलिए तेज धूप के कारण एक महिला इस दौरान बेहोश हो गई। महिला को उपचार के लिए ले जाया गया।
इससे पहले सीएम योगी ने मेरठ से रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पिछली सरकारें सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य करती थीं लेकिन मौजूदा सरकार ने आतंकवाद की कमर तोड़कर भारत की सामरिक शक्ति को मजबूत किया है। अवैध बूचड़खानों में यहां गोवंश को काटने का काम होता था हमने सरकार में आते ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की।
यह भारतीय जनता पार्टी की प्रतिबद्धता है कि बालाकोट में दुनिया के सामने भारत के पराक्रम का लोहा मनवाया है। उन्होंने मंच से ‘उत्तर प्रदेश 74 पार’, ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे भी लगवाकर अपना भाषण समाप्त किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ की जनता को संबोधित करने के लिए आए।
उधर उत्तराखंड के रुद्रपुर में मोदी ने कहा कि यहां के कांग्रेस नेता पहले दिल्ली में हाजिरी लगाने जाते थेउन्होंने यहां के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सीएम हरीश रावत ने केवल एक ही परिवार के रोजगार के लिए काम किया मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस उत्तराखंड का सपना देखा था हम उसे सच करने में जुटे है। कांग्रेस के राज ने इस क्षेत्र को केवल पलायन दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम के साथ मैं एक धाम और जोड़ता हूं। वो धाम है सैनिक धाम, यहां हर दूसरा घर सैनिक का है। इस सैनिक धाम उत्तराखंड को मेरा कोटि कोटि नमन
मोदी ने कहा कि मैं आज से कुछ गंभीर सवाल पूछना चाहता हूं। 'सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हमारे वीर जवानों की वीरता पर सवाल उठाना क्या सही था? जब आतंकियों को घर में घुसकर मारा गया तो हमारे वीर जवानों पर इस प्रकार के सवाल करना ठीक था? क्या हमारे सेनाध्यक्ष को गाली देना सही था? हमारे वायुसेना के प्रमुख को झूठा कहना सही था? पाकिस्तान के हीरो बनने की चाहत में देश का अपमान करने वालों को क्या देश की जनता माफ करेगी?' 
मोदी ने आगे कहा, 'हमारे विरोधी भी सुन लें और दुश्मन भी सुन लें हम डरने वाले नहीं डटने वाले हैडरने का काम तो कांग्रेस के नामदारों का है ये वो लोग है जिनका खून कभी नहीं खौला है ये वो लोग है जिन्होंने सेना को कोई सहूलियत नहीं दी थी सेना बुलेट प्रूफ जैकेट मांगती थी, वन रैंक वन पेंशन मांगती थी, लेकिन कुछ नहीं दिया इन्होंने तो सेनाध्यक्ष पर ही केस कर दिया था हथियारों के सौदे 10 साल तक फंसे रहे लेकिन कांग्रेस की सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही थी क्योंकि ध्यान रक्षा सौदों की दलाली में मलाई खाने में लगा रहता थाकांग्रेस की सरकार ने ओआरओपी के नाम पर केवल 500 करोड़ का बजट रखा था लेकिन हमारी सरकार ने 35 हजार करोड़ रुपये पूर्व सैनिकों तक पहुंचा दिए
कांग्रेस कभी भी लोगों की भावनाओं को समझ नहीं सकती है अगर कांग्रेस ने चाहा होता तो हमारी तीर्थ करतारपुर साहिब आज भारत में होता लेकिन कांग्रेस को सिखों की परवाह कहां है? कांग्रेस ने जो काम सैनिकों के साथ किया वही काम किसानों और गरीबों के साथ किया गरीबी हटाओ का जो नारा तीन दशक पहले दिया था वो आज भी लेकर आई है। कांग्रेस से जो भी करती है उसमें अधूरापन होता है 72 सालों तक देश के साथ गद्दारी करने वाली कांग्रेस कभी भी गरीबी को मिटाना नहीं चाहती है गरीबी का कारण ही कांग्रेस है अब देश के लोग कह रहे है कि कांग्रेस हटाओ गरीबी अपने आप हट जाएगी

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