17 वीं लोकसभा के लिए चुनावी तारीखों का ऐलान हो चुका है। सात चरणों में पूरे देश में चुनाव संपन्न होंगे और 23 मई को नतीजा सबके सामने होगा। चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी नेताओं के बोल भी आक्रामक हो चुके हैं। दिल्ली में एक कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार की नीतियों पर निशाना साधा। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को खरी खोटी भी सुनाई।
राहुल गांधी अपने अंदाज में पुलवामा हमले का जिक्र कर रहे थे। वैसे तो बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगाते हैं कि उन लोगों का सामान्य ज्ञान कमजोर है। ये बात अलग है कि पुलवामा में वो शहीदों की संख्या कभी 40 तो कभी 45 बता रहे थे। जैश के सरगना को कभी मसूद अजहर तो कभी मसूद अजहर जी के नाम से संबोधित कर रहे थे।
ये हो सकता है कि राहुल गांधी ने किसी तथ्यात्मक गलती न हो बल्कि उनके बोलने का अंदाज हो। लेकिन आपको याद होगा कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कह कर संबोधित किया था। ये बात अलग है कि बयान पर बवाल के बाद उन्होंने सफाई दे दी थी।
राहुल गांधी ने कहा कि याद करिए वो दिन और उस शख्स के बारे में जिसने जैश सरगना मसूद अजहर को भारतीय विमान में बिठाकर कंधार छोड़ने के लिए गया था। आप इस तरह के लोगों से देश की हिफाजत की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। ये बात अलग है कि बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर पलटवार किया और कहा कि देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार शख्स के लिए कांग्रेस के मन में इतना सम्मान।
दिल्ली जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाने वालों के साथ खड़े होने वाले भी राहुल ही थे।
राहुल गांधी एक आतंकी का सम्मान कर रहे हैं। ये बड़े आश्चर्य की बात है कि जैश के जिन आतंकियों ने इतने बड़े हमले को अंजाम दिया हो। उसके सम्मान में राहुल गांधी कसीदे पढ़ रहे हैं।
अवलोकन करें:-
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब डोकलाम का मुद्दा गरम था आपने देखा होगा कि मोदी जी चीन गए। लेकिन शी जिनपिंग के साथ उनकी जो बैठक हुई उसमें कोई एजेंडा नहीं था।
उन्होंने चीन से हाथ जोड़कर एक तरह से डोकलाम पर भीख मांगी। मोदी जी ने कहा कि भारत में इस बारे में किसी को पता नहीं चलेगा और मीडिया को हम मैनेज कर लेंगे। यह मोदी जी की सच्चाई है।
राहुल गांधी अपने अंदाज में पुलवामा हमले का जिक्र कर रहे थे। वैसे तो बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगाते हैं कि उन लोगों का सामान्य ज्ञान कमजोर है। ये बात अलग है कि पुलवामा में वो शहीदों की संख्या कभी 40 तो कभी 45 बता रहे थे। जैश के सरगना को कभी मसूद अजहर तो कभी मसूद अजहर जी के नाम से संबोधित कर रहे थे।
ये हो सकता है कि राहुल गांधी ने किसी तथ्यात्मक गलती न हो बल्कि उनके बोलने का अंदाज हो। लेकिन आपको याद होगा कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कह कर संबोधित किया था। ये बात अलग है कि बयान पर बवाल के बाद उन्होंने सफाई दे दी थी।
राहुल गांधी ने कहा कि याद करिए वो दिन और उस शख्स के बारे में जिसने जैश सरगना मसूद अजहर को भारतीय विमान में बिठाकर कंधार छोड़ने के लिए गया था। आप इस तरह के लोगों से देश की हिफाजत की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। ये बात अलग है कि बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर पलटवार किया और कहा कि देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार शख्स के लिए कांग्रेस के मन में इतना सम्मान।
दिल्ली जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाने वालों के साथ खड़े होने वाले भी राहुल ही थे।
#WATCH Rahul Gandhi in Delhi: You would remember that during their(NDA) last Govt, current National Security Advisor Ajit Doval went to Kandahar to hand over Masood Azhar.
देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के लिए राहुल गांधी के मन में इतना सम्मान! #RahulLovesTerrorists
अवलोकन करें:-
उन्होंने चीन से हाथ जोड़कर एक तरह से डोकलाम पर भीख मांगी। मोदी जी ने कहा कि भारत में इस बारे में किसी को पता नहीं चलेगा और मीडिया को हम मैनेज कर लेंगे। यह मोदी जी की सच्चाई है।
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