
सिद्दीकी ने बताया कि एसएसवाई ब्याज पर आधारित है, इसलिए यह इस्लामिक शरिया के अनुसार अवैध है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2015 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत यह योजना आरंभ की थी।
इससे पूर्व अन्नपूर्णा खाद्य योजना का भी कुछ लोगों ने यह कह कर विरोध किया था की यह हिन्दुओं की अन्नपूर्णा देवी के नाम से है, इसलिए मुस्लिमों को इसका बहिष्कार करना चाहिए। एक अन्य प्रस्ताव में विभिन्न मोबाइल ऐप के जरिये आर्थिक लेनदेन को अनुमति प्रदान की गयी। शरिया के मुताबिक कैशबैक या रिवार्ड प्वाइंट और ऐप से कैब बुकिंग करने को वैध करार दिया गया। इसी प्रस्ताव में कहा गया मुफ्तियों ने घोषणा की कि वैध वस्तुओं के विज्ञापन के लिए गुगल एडसेंस के उपयोग किया जाना उचित है।
इस स्कीम की सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें जमा सारा पैसा भारत सरकार के अकाउंट में जाता है। इसकी रकम और ब्याज के लिए सीधे भारत सरकार जिम्मेदार होती है। इस अकाउंट को खुलवाने के लिए लड़की की उम्र 10 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 21 साल में ये अकाउंट मैच्योर हो जाता है। आप इस अकाउंट में कम से कम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं।
इस स्कीम में निवेश किए गई रकम पर टैक्स छूट भी मिलती है। मतलब अगर आप इसमें 50 हजार रुपए डालेंगे तो इतनी पूरी रकम का फायदा आप टैक्स छूट के तौर पर उठा सकते हैं। इस योजना में ब्याज भी बैंक एफडी से ज्यादा मिलता है। इसलिए सुकन्या समृद्धि योजना में अकाउंट खुलवाना आपके लिए दोहरे फायदे की बात होगा।
कन्या समृद्धि योजना का अकाउंट खोलना बहुत ही आसान है। आप किसी भी अधिकृत पोस्ट ऑफिस में इसका अकाउंट खुलवा सकते हैं। कई सरकारी और प्राइवेट बैंक भी ये अकाउंट खोलने की सुविधा देते हैं। नए नियम के मुताबिक अब आप इसमें सिर्फ 250 रुपए से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि अकाउंट पोस्ट ऑफिस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, यूनियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं।
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