आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
चावड़ी बाजार के हौज काजी में हुई सांप्रदायिक विवाद पर गृह मंत्रालय हरकत में आ गया है। सूत्रों का कहना है कि हौज काजी में विवाद को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने जिस तरीके से कार्रवाई की है उससे गृह मंत्री अमित शाह नाराज हैं और इस मामले में लेट-लतीफ कार्रवाई के लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक को फटकार लगाई है। बता दें कि गत 30 जून को हौज काजी में पार्किंग को लेकर दो समुदाय के लोगों के बीच झगड़ा हुआ और देखते ही देखते ही इस झगड़े ने पहले मारपीट और फिर सांप्रदायिक झड़प का रूप ले लिया। मुस्लिम गुंडों ने वहां स्थित एक मंदिर को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद तनाव और बढ़ गया।
हौज काजी में हुई घटना के बाद गृह मंत्री से मिलने के बाद पुलिस कमिश्ननर ने कहा, 'मैंने उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी है। इलाके में स्थिति अब सामान्य है। इस मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।'
विवाद के बाद चांदनी चौक संसदीय सीट से सांसद केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धन ने जुलाई 2 को इलाके का दौरा भी किया था। वह उस मंदिर भी गए थे, जहां पथराव के कारण खिड़कियों के शीशे टूट जाने और खण्डित मूर्तियों को भी दिखा। उन्होंने दो टूक कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी तो लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की। उनके दौरे के बाद जुलाई 3 की सुबह मंदिर में आरती और पूजा-अर्चना की गई।
इस बीच, विहिप के कार्यकर्ताओं ने भी इलाके का दौरा किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विहिप ने हौज काजी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मंदिर में तोड़फोड़ को 'बड़ी साजिश' करार दिया तो आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने पर जोर दिया। पुलिस को उन लोगों के विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही करनी चाहिए, जिसकी एक कॉल पर हज़ारों मुसलमान सड़क पर आ गए, क्या सड़क पर आए ये मुसलमान भाड़े के थे? क्योकि इस गंभीर मुद्दे पर यदि पुलिस कार्यवाही करती है, इससे भविष्य में होने वाले दंगों पर भी अंकुश लगने की पूरी सम्भावना है। क्योकि कोई दंगा होने पर मुस्लिम समाज पर एक ही तकिया कलाम "बाहर के लोग थे" सुनते-सुनते बुढ़ापा आ गया है। और यदि "बाहर के लोग" की बात आने पर सख्ती से पूछा जाये की "किसके कहने पर ये लोग आये थे, और किसने इनका खर्चा किया?" सच्चाई जानने के लिए अगर रिमांड पर लेना पड़े, पुलिस संकोच न करे, इस काम में सफल होने पर, सिर्फ पुलिस ही नहीं, देश के सामने इसके दूरगामी परिणाम आएंगे। दंगों से राहत मिलेगी।
इस सांप्रदायिक तनाव पर राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है। भाजपा सांसद विजय गोयल ने दो पड़ोसियों के बीच हुए विवाद को सांप्रदायिक रंग देने के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा नेता ने कहा कि लोगों को इकट्ठा कर सुनियोजित तरीके से इस सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई। वहीं, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए दोनों समुदायों की तरफ से उठाए गए कदमों की सराहना की है।
नकवी ने माहौल को शांत करने एवं सद्भाव कायम करने की लोगों की पहल का स्वागत किया है। नकवी ने कहा, 'दिल्ली में जिस तरह से लोगों ने माहौल खराब करने की कोशिश की लेकिन वहां के स्थानीय लोगों ने मिलकर इन नापाक कोशिशों को नाकाम किया। ये पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। दोनों समुदाय के लोगों ने सद्भाव दिखाते हुए आपसी भाईचारे की भावना को और मजबूत किया है। यह देश के लिए एक मिसाल है।' वहीं, इस घटना के लिए भाजपा सांसद विजय गोयल ने आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा सांसद ने कहा, 'इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी के नेता भी जिम्मेदार हैं। मैं उनका नाम नहीं ले रहा हूं लेकिन मुझे रास्ते चलते हुए लोगों ने बताया कि जो दो पड़ोसियों का झगड़ा था उसे सांप्रदायिक रंग दिया गया। लोगों को रात में इकट्ठा किया गया और फिर मंदिर के ऊपर हमला किया गया। पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। अभी तक इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं और जरूरत हुई तो आगे और गिरफ्तारियां होंगी।'
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इस बीच, याचिकाकर्ता आलोक श्रीवास्तव ने दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर इस घटना की जांच कराने की मांग की है। याचिकाकर्ता का कहना है कि दो पड़ोसियों के आपसी झगड़े को सुनियोजित ढंग से सांप्रदायिक रंग दे दिया गया। उन्होंने एसआईटी से इसकी जांच कराने और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
चावड़ी बाजार के हौज काजी में हुई सांप्रदायिक विवाद पर गृह मंत्रालय हरकत में आ गया है। सूत्रों का कहना है कि हौज काजी में विवाद को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने जिस तरीके से कार्रवाई की है उससे गृह मंत्री अमित शाह नाराज हैं और इस मामले में लेट-लतीफ कार्रवाई के लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक को फटकार लगाई है। बता दें कि गत 30 जून को हौज काजी में पार्किंग को लेकर दो समुदाय के लोगों के बीच झगड़ा हुआ और देखते ही देखते ही इस झगड़े ने पहले मारपीट और फिर सांप्रदायिक झड़प का रूप ले लिया। मुस्लिम गुंडों ने वहां स्थित एक मंदिर को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद तनाव और बढ़ गया।
हौज काजी में हुई घटना के बाद गृह मंत्री से मिलने के बाद पुलिस कमिश्ननर ने कहा, 'मैंने उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी है। इलाके में स्थिति अब सामान्य है। इस मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।'
विवाद के बाद चांदनी चौक संसदीय सीट से सांसद केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धन ने जुलाई 2 को इलाके का दौरा भी किया था। वह उस मंदिर भी गए थे, जहां पथराव के कारण खिड़कियों के शीशे टूट जाने और खण्डित मूर्तियों को भी दिखा। उन्होंने दो टूक कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी तो लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की। उनके दौरे के बाद जुलाई 3 की सुबह मंदिर में आरती और पूजा-अर्चना की गई।
Delhi: Prayers being offered at the temple in Hauz Qazi area, which was vandalised on 30 June after a clash broke out between two groups over parking in the locality on the day.
इस सांप्रदायिक तनाव पर राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है। भाजपा सांसद विजय गोयल ने दो पड़ोसियों के बीच हुए विवाद को सांप्रदायिक रंग देने के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा नेता ने कहा कि लोगों को इकट्ठा कर सुनियोजित तरीके से इस सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई। वहीं, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए दोनों समुदायों की तरफ से उठाए गए कदमों की सराहना की है।
Delhi Police Commissioner Amulya Patnaik after meeting Home Minister Amit Shah over #ChandniChowk incident: I have briefed him about the situation here. Things are now normal in the Hauz Qazi area. 4 people have been arrested
भाजपा सांसद ने कहा, 'इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी के नेता भी जिम्मेदार हैं। मैं उनका नाम नहीं ले रहा हूं लेकिन मुझे रास्ते चलते हुए लोगों ने बताया कि जो दो पड़ोसियों का झगड़ा था उसे सांप्रदायिक रंग दिया गया। लोगों को रात में इकट्ठा किया गया और फिर मंदिर के ऊपर हमला किया गया। पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। अभी तक इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं और जरूरत हुई तो आगे और गिरफ्तारियां होंगी।'
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