भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रमा देवी पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान के विवादित बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने फैसला सुना दिया है। उन्होंने कहा कि आजम खान को अपने शर्मनाक बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो वो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इस विषय पर लोकसभा में शुक्रवार(जुलाई 26) को भी हंगामा हुआ।
कुछ एक दलों को छोड़कर पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए नेताओं ने आजम खान पर कार्रवाई की मांग की। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आजम के बयान को अभद्र बताते हुए कहा कि सपा नेता या तो सदन में माफी मांगे या उन्हें निलंबित किया जाए। लोकसभा में भाजपा के नेताओं ने आजम के बयान पर नाराजगी जाहिर की और स्पीकर से अपील की कि वह खान को ऐसी सजा दें जो मिसाल बन सके। खान पर कार्रवाई की मांग का टीएमसी और बाद में कांग्रेस ने भी समर्थन किया। भाजपा के अलावा टीएमसी, कांग्रेस और टीआरएस ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई के लिए वे स्पीकर को अधिकृत करते हैं। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बात करने के बाद खान पर कार्रवाई का फैसला करेंगे।
सपा नेता ने जुलाई 25 को लोकसभा में रमा देवी पर विवादित टिप्पणी की थी। रमा देवी सदन की कार्यवाही चलाने के लिए स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान थीं। इसी दौरान आजम खान ने उन पर विवादिय बयान दिया। आजम खान के इस बयान का भाजपा ने तीखा विरोध किया। खास बात यह थी कि आजम के बयान के समय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी सदन में मौजूद थे लेकिन अपने नेता को रोकने या उनके बयान की निंदा करने की जगह उन्होंने खान का बचाव किया। शुक्रवार को रमा देवी ने आजम खान की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भाजपा नेताओं ने आजम खान के बयान का मुद्दा उठाते हुए उन पर कार्रवाई करने की मांग की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'महिला से जुड़े मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। हमें एकजुट होने की जरूरत है। कार्रवाई करने में इतनी हिचकिचाहट और किंतु-परंतु क्यों हैं?' वित्त मंत्री ने कहा कि सभी ने एक सुर में आजम खान के बयान की निंदा की है, इसे देखकर उन्हें अच्छा महसूस हुआ। उन्होंने कहा, 'हम खान पर कार्रवाई करते हुए स्पीकर को देखना चाहते हैं।'
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी महिलाओं के अनादर के खिलाफ रही है लेकिन यह भी सच है कि एक समय इसी संसद में सोनिया गांधी को 'इटली की कठपुतली' कहा गया।' रंजन के इस बयान का भाजपा सदस्यों ने विरोध किया। इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजम खान अपने बयान के लिए यदि माफी नहीं मांगते तो उन्हें संसद से निलंबित किया जाना चाहिए। भाजपा सदस्यों की मांग का समर्थन टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी किया।
मिमी चक्रवर्ती ने कहा, 'संसद में कोई भी खड़ा होकर एक महिला से यह नहीं कह सकता कि मेरी आंखों में देखकर बात करो। स्पीकर महोदय, आज लोकसभा की सभी महिलाएं आप से कार्रवाई की उम्मीद कर रही हैं।' केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि गुरुवार को लोकसभा में जो कुछ हुआ उसे पूरे देश ने देखा। ईरानी ने कहा कि इसे केवल महिलाओं से जोड़कर न देखा जाए। अमेठी से सांसद ने कहा, 'मैं सभी से एक आवाज में बोलने की अपील करती हूं। आप एक महिला से बदसलूकी नहीं कर सकते।'
रमा देवी की मांग : आज़म खान की लोकसभा सदस्यता खत्म की जाए
उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य आजम खान द्वारा शुक्रवार को भाजपा सांसद रमा देवी पर की गई टिप्पणी से बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रमा देवी जिस समय सदन की अध्यक्षता कर रहीं थीं उसी दौरान आजम ने यह अभद्र टिप्पणी की। अब रमा देवी ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आजम खान कभी भी महिलाओं की इज्जत नहीं करते हैं और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
मीडिया से बात करते हुए रमा देवी ने कहा, 'आसन पर बैठने वाला आदमी सभी लोगों के प्रति समान भाव से काम करता है और सबकी चिंता करता है। ऐसी आपत्तिजनक बात कोई भी करता है तो उसको रोका जाता है, कार्रवाई से निकाला जाता है, वो सारी बातें हो रही थीं कि कार्रवाई से निकाला जाए। लेकिन उनका (आजम खान) का लड़ने का मूड था। हमारे पार्टी के जो लोग बाद में बोलना शुरू किए। मैंने उनसे अध्यक्ष की तरफ मर्यादा में रहकर बात करने को कहा। उसके बाद वो शुरू हो गए। वो तंज करने वाली बातों को कहने लगे।'
मैंने निभाई सदन की मर्यादा
रमा देवी ने आगे कहा, 'उस समय मुझे बहुत बुरा लगा, लेकिन फिर भी मैं आसन पर बैठी हुई थी, उसकी मर्यादा को निभाते मैंने उनसे कहा कि ठीक से बोलो जो कुछ बोलना है सही से बोलो। कार्रवाई से निकालने के बाद वो कहा कि मैं तो इनको बहन की तरह प्यार करता हूं। मैं कुछ नहीं बोली, मुझे हंसी भी आई कि ये नौटंकीबाज यहां संसद बंद करता है वो महिलाओं को किस नजर से देखता है वो सारा जगजाहिर है। कहीं ऐसा नहीं है कि ये आदमी कभी भी महिला की इज्जत किया हो। उनको या तो रिजाइन करना होगा या मैं अध्यक्ष से जाकर कहूंगी कि इनमें कोई कार्रवाई करें और इस तरह की बातों के लिए माफी मांगे।'
'आजम खान और अखिलेश यादव की सोच एक जैसी' : स्मृति ईरानी
आजम खान ने माफी मांगने के बदले सपा सदस्यों के साथ सदन से वॉकआउट किया। उनके इस व्यवहार की जमकर आलोचना होने लगी। अमेठी से बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने शर्मानक बताते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव को घेरा। स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, आजम खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है; उनका बचाव करके अखिलेश यादव ने भी प्रमाणित कर दिया की उनकी सोच में भी कोई फर्क नहीं। जो सदन में महिला के साथ निंदनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा यह सोचने वाली बात है।
सपा सांसद आजम खान जब मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 पर लोकसभा में हो रही बहस में भाग ले रहे थे खान ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के हस्तक्षेप का जिक्र किया और एक दोहे पढ़े...तूं इधर-उतर की बात ना कर। इस पर पीठासीन अध्यक्ष रमा देवी ने कहा कि इधर उधर न देखें और अध्यक्ष के आसन की ओर देखकर संबोधित करें।
इसके बाद आजम खा ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की जिससे सदन का मौहल अचानक गर्म हो गया। हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी सांसदों ने आजम खान का जोरदार विरोध किया और माफी मांगने के लिए कहा। रमा देवी भी ने भी कहा यह बोलना उचित नहीं है और इसे रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने भी इसके लिए आजम खान से माफी मांगने को भी कहा। हालांकि आजम खान ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा, आप मेरी प्यारी बहन हैं।'
बीजेपी सांसद शोभा करंदालजे ने कहा कि यह शख्स सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों पर धब्बे की तरह है। वो लगातार महिलाओं के प्रति अभद्र टिप्पणियां करता रहा है, सच तो ये है कि महिलाओं के लिए आजम खान के दिल में सम्मान का भाव नहीं है। उन्होंने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वो आजम खान को बर्खास्त करने की जगह गंदी जुबां वाले शख्स का तमाशा देख रहे हैं। क्या कोई लिबरल गैंग से ऐसा सदस्य है जो आजम खान के खिलाफ कुछ बोले।
अवलोकन करें:-
आजम खान को सात दिनों की स्पेशल ट्रेनिंग की जरूरत है- पूर्व स्पीकर
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गुरुवार को कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान जैसे लोगों के लिए एक ट्रेनिंग प्रोग्राम होना चाहिए ताकि वे सीख सकें कि संसद में कैसे व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि यह केवल किसी महिला या पुरुष की प्रतिष्ठा का मामला नहीं है, खान ने एक आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे पूरे संसद की गरिमा और परंपराओं को ठेस पहुंची। यह पूछे जाने पर कि खान के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए? उन्होंने कहा कि केवल कुछ दिनों के लिए संसद से निलंबन पर्याप्त नहीं होगा। उनके जैसे लोगों के लिए सात दिनों की स्पेशल ट्रेनिंग की जरूरत है। ताकि उन्हें पता चल सके कि एक सांसद को सदन में कैसा व्यवहार करना चाहिए। महाजन ने कहा कि खान को खुद स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने संसदीय परंपराओं का उल्लंघन किया है। अध्यक्ष से माफी मांगनी चाहिए। जब तक वह माफी नहीं मांगे तक उन्हें सदन में बोलने नहीं देना चाहिए।
आजम खान खुद सोचें, सांसद कहलाने के योग्य है या नहीं?
पूर्व स्पीकर ने कहा कि संसद के सदस्य बनने के बाद सांसद एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। अगर यह व्यक्ति (खान) यह समझने में असमर्थ है, तो उसे खुद के लिए सोचना होगा कि क्या वह सांसद कहलाने के योग्य है या नहीं?' महाजन ने कहा, 'आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद, खान ने चेयर (रमा देवी) को अपनी बहन कहना शुरू कर दिया। लेकिन शेर-ओ-शायरी (उर्दू कविता) जिसे संसद में सुनाया, एक बहन को संबोधित नहीं किया।'उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया पर भी निराशा व्यक्त की। 'मुझे समझ नहीं आया कि अखिलेश को क्या हो गया है। वह एक राज्य के मुख्यमंत्री थे, वह खान के पक्ष में क्यों खड़े हैं?'
आजम खान को पागलखाने या जेल भेजना चाहिए
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि सपा नेता आजम को संसद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया वह आजम की अपमानजनक बयान की निंदा करती हैं। उन्हें संसद के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए। दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने भी खान आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें इस असभ्य बयान के लिए जेल भेज देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया 'आजम खां को शर्म आनी चाहिए। पीठासीन सभापति की कुर्सी पर बैठीं सांसद के खिलाफ ऐसा असभ्य बयान ऐसे नेताओं की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार कब कानून बनाएगा? इस व्यक्ति को पहले पागलखाने और फिर जेल भेजना चाहिए।'
आश्चर्य तब हुआ जब सपा सांसद, पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पार्टी के सांसद की निंदा करने के बजाय कहा कि मैं नहीं मानता आजम खान जी ने अध्यक्ष (रमा देवी) जी अनादर किया है। ये (बीजेपी सांसद) लोग इतने असभ्य हैं, कौन हैं जो उंगलियां उठाते हैं?
कुछ एक दलों को छोड़कर पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए नेताओं ने आजम खान पर कार्रवाई की मांग की। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आजम के बयान को अभद्र बताते हुए कहा कि सपा नेता या तो सदन में माफी मांगे या उन्हें निलंबित किया जाए। लोकसभा में भाजपा के नेताओं ने आजम के बयान पर नाराजगी जाहिर की और स्पीकर से अपील की कि वह खान को ऐसी सजा दें जो मिसाल बन सके। खान पर कार्रवाई की मांग का टीएमसी और बाद में कांग्रेस ने भी समर्थन किया। भाजपा के अलावा टीएमसी, कांग्रेस और टीआरएस ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई के लिए वे स्पीकर को अधिकृत करते हैं। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बात करने के बाद खान पर कार्रवाई का फैसला करेंगे।
सपा नेता ने जुलाई 25 को लोकसभा में रमा देवी पर विवादित टिप्पणी की थी। रमा देवी सदन की कार्यवाही चलाने के लिए स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान थीं। इसी दौरान आजम खान ने उन पर विवादिय बयान दिया। आजम खान के इस बयान का भाजपा ने तीखा विरोध किया। खास बात यह थी कि आजम के बयान के समय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी सदन में मौजूद थे लेकिन अपने नेता को रोकने या उनके बयान की निंदा करने की जगह उन्होंने खान का बचाव किया। शुक्रवार को रमा देवी ने आजम खान की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की।
Lok Sabha Speaker Om Birla on Azam Khan: I will call a meeting of leaders of all parties and then take a decision on this issue
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी महिलाओं के अनादर के खिलाफ रही है लेकिन यह भी सच है कि एक समय इसी संसद में सोनिया गांधी को 'इटली की कठपुतली' कहा गया।' रंजन के इस बयान का भाजपा सदस्यों ने विरोध किया। इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजम खान अपने बयान के लिए यदि माफी नहीं मांगते तो उन्हें संसद से निलंबित किया जाना चाहिए। भाजपा सदस्यों की मांग का समर्थन टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी किया।
TMC MP, Mimi Chakraborty on Azam Khan, in Lok Sabha: Nobody can stand in the Parliament and tell a woman "look into my eyes and talk." Speaker sir, all women here are expecting something big from you on this.
रमा देवी की मांग : आज़म खान की लोकसभा सदस्यता खत्म की जाए
उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य आजम खान द्वारा शुक्रवार को भाजपा सांसद रमा देवी पर की गई टिप्पणी से बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रमा देवी जिस समय सदन की अध्यक्षता कर रहीं थीं उसी दौरान आजम ने यह अभद्र टिप्पणी की। अब रमा देवी ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आजम खान कभी भी महिलाओं की इज्जत नहीं करते हैं और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
मीडिया से बात करते हुए रमा देवी ने कहा, 'आसन पर बैठने वाला आदमी सभी लोगों के प्रति समान भाव से काम करता है और सबकी चिंता करता है। ऐसी आपत्तिजनक बात कोई भी करता है तो उसको रोका जाता है, कार्रवाई से निकाला जाता है, वो सारी बातें हो रही थीं कि कार्रवाई से निकाला जाए। लेकिन उनका (आजम खान) का लड़ने का मूड था। हमारे पार्टी के जो लोग बाद में बोलना शुरू किए। मैंने उनसे अध्यक्ष की तरफ मर्यादा में रहकर बात करने को कहा। उसके बाद वो शुरू हो गए। वो तंज करने वाली बातों को कहने लगे।'
Rama Devi,BJP MP on Azam Khan's remark on her: He has never respected women, we all know what he had said about Jaya Prada ji. He has no right to stay in Lok Sabha, I will request Speaker to dismiss him. Azam Khan must apologize.
रमा देवी ने आगे कहा, 'उस समय मुझे बहुत बुरा लगा, लेकिन फिर भी मैं आसन पर बैठी हुई थी, उसकी मर्यादा को निभाते मैंने उनसे कहा कि ठीक से बोलो जो कुछ बोलना है सही से बोलो। कार्रवाई से निकालने के बाद वो कहा कि मैं तो इनको बहन की तरह प्यार करता हूं। मैं कुछ नहीं बोली, मुझे हंसी भी आई कि ये नौटंकीबाज यहां संसद बंद करता है वो महिलाओं को किस नजर से देखता है वो सारा जगजाहिर है। कहीं ऐसा नहीं है कि ये आदमी कभी भी महिला की इज्जत किया हो। उनको या तो रिजाइन करना होगा या मैं अध्यक्ष से जाकर कहूंगी कि इनमें कोई कार्रवाई करें और इस तरह की बातों के लिए माफी मांगे।'
'आजम खान और अखिलेश यादव की सोच एक जैसी' : स्मृति ईरानी
आजम खान ने माफी मांगने के बदले सपा सदस्यों के साथ सदन से वॉकआउट किया। उनके इस व्यवहार की जमकर आलोचना होने लगी। अमेठी से बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने शर्मानक बताते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव को घेरा। स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, आजम खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है; उनका बचाव करके अखिलेश यादव ने भी प्रमाणित कर दिया की उनकी सोच में भी कोई फर्क नहीं। जो सदन में महिला के साथ निंदनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा यह सोचने वाली बात है।
आज़म खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है; उनका बचाव करके अखिलेश यादव ने भी प्रमाणित कर दिया की उनकी सोच में भी कोई फ़र्क़ नहीं।
जो सदन में महिला के साथ निंदनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा यह सोचने वाली बात है।
जो सदन में महिला के साथ निंदनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा यह सोचने वाली बात है।
इसके बाद आजम खा ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की जिससे सदन का मौहल अचानक गर्म हो गया। हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी सांसदों ने आजम खान का जोरदार विरोध किया और माफी मांगने के लिए कहा। रमा देवी भी ने भी कहा यह बोलना उचित नहीं है और इसे रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने भी इसके लिए आजम खान से माफी मांगने को भी कहा। हालांकि आजम खान ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा, आप मेरी प्यारी बहन हैं।'
This man is shame for the entire elected representatives, he has become a repeat sexism offender, who doesn't have any respect for women.
Rather sacking him from party, @yadavakhilesh enjoys guttermouth's Thamasha!
Anyone voice against this from liberal gang??#AzamKhan
Rather sacking him from party, @yadavakhilesh enjoys guttermouth's Thamasha!
Anyone voice against this from liberal gang??#AzamKhan
अवलोकन करें:-
समझ में नहीं आता कि "आखिर किस कारण समाजवादी पार्टी आज़म खान को ढ़ो रही है? आखिर क्या मजबूरी है, जो मुलायम सिंह से लेकर अब अखिलेश यादव इस अमर्यादित आज़म खान को पार्टी में क्यों रखे हुए हैं? क्या समाजवादी पार्टी का महिलाओं को अपमानित करना ही उद्देश्य है? जब लोगों की प्रतिक्रिया होगी, फिर सिरफिरा आज़म खान इस्लाम को बीच में लाकर जहर फैलाएगा। आखिर कोई न कोई ऐसा राज है, जिस कारण मुलायमसिंह से लेकर अखिलेश यादव इस आदमी को पार्टी से निकालने की बजाए इसका बचाव करते आ रहे हैं?"
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गुरुवार को कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान जैसे लोगों के लिए एक ट्रेनिंग प्रोग्राम होना चाहिए ताकि वे सीख सकें कि संसद में कैसे व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि यह केवल किसी महिला या पुरुष की प्रतिष्ठा का मामला नहीं है, खान ने एक आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे पूरे संसद की गरिमा और परंपराओं को ठेस पहुंची। यह पूछे जाने पर कि खान के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए? उन्होंने कहा कि केवल कुछ दिनों के लिए संसद से निलंबन पर्याप्त नहीं होगा। उनके जैसे लोगों के लिए सात दिनों की स्पेशल ट्रेनिंग की जरूरत है। ताकि उन्हें पता चल सके कि एक सांसद को सदन में कैसा व्यवहार करना चाहिए। महाजन ने कहा कि खान को खुद स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने संसदीय परंपराओं का उल्लंघन किया है। अध्यक्ष से माफी मांगनी चाहिए। जब तक वह माफी नहीं मांगे तक उन्हें सदन में बोलने नहीं देना चाहिए।
आजम खान खुद सोचें, सांसद कहलाने के योग्य है या नहीं?
पूर्व स्पीकर ने कहा कि संसद के सदस्य बनने के बाद सांसद एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। अगर यह व्यक्ति (खान) यह समझने में असमर्थ है, तो उसे खुद के लिए सोचना होगा कि क्या वह सांसद कहलाने के योग्य है या नहीं?' महाजन ने कहा, 'आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद, खान ने चेयर (रमा देवी) को अपनी बहन कहना शुरू कर दिया। लेकिन शेर-ओ-शायरी (उर्दू कविता) जिसे संसद में सुनाया, एक बहन को संबोधित नहीं किया।'उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया पर भी निराशा व्यक्त की। 'मुझे समझ नहीं आया कि अखिलेश को क्या हो गया है। वह एक राज्य के मुख्यमंत्री थे, वह खान के पक्ष में क्यों खड़े हैं?'
आजम खान को पागलखाने या जेल भेजना चाहिए
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि सपा नेता आजम को संसद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया वह आजम की अपमानजनक बयान की निंदा करती हैं। उन्हें संसद के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए। दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने भी खान आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें इस असभ्य बयान के लिए जेल भेज देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया 'आजम खां को शर्म आनी चाहिए। पीठासीन सभापति की कुर्सी पर बैठीं सांसद के खिलाफ ऐसा असभ्य बयान ऐसे नेताओं की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार कब कानून बनाएगा? इस व्यक्ति को पहले पागलखाने और फिर जेल भेजना चाहिए।'
आश्चर्य तब हुआ जब सपा सांसद, पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पार्टी के सांसद की निंदा करने के बजाय कहा कि मैं नहीं मानता आजम खान जी ने अध्यक्ष (रमा देवी) जी अनादर किया है। ये (बीजेपी सांसद) लोग इतने असभ्य हैं, कौन हैं जो उंगलियां उठाते हैं?
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