जाकिर नाइक द्वारा माफी माँगने पर मलेशिया के मंत्री बोले- मानहानि का मुकदमा करो

Zakir Naikमलेशियाई मानव संसाधन मंत्री एम. कुलसेगरन ने अगस्त 17 को विवादित धर्मगुरु जाकिर नाइक को उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने को कहा है। कुलसेगरन की टिप्पणी तब आई है, जब नाइक ने मलेशिया के मंत्री से उनके प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए माफी की मांग की थी। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि नाइक वर्तमान में जांच के घेरे में है और उसकी स्थायी निवासी की स्थिति को मलेशियाई सरकार द्वारा रद्द किया जा सकता है, यदि वह देश की भलाई के लिए हानिकारक साबित होती है।
इससे पहले अगस्त 16 को जाकिर नाईक ने एम कुलसेगरन की प्रेस रिलीज पर आपत्ति जताई थी, जिसका शीर्षक था 'जाकिर नाइक की उपस्थिति भारत में सभी मलेशियाई लोगों के लिए शर्मनाक है।' कुलसेगरन ने कहा था कि नाईक भगोड़ा है। भारत में उस पर गंभीर आरोप हैं। उसे मलेशिया के इतिहास के बारे में जानकारी नहीं है। उसे भारत को सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जाकिर जैसे लोग हमारे विविधता वाली संस्कृति में रहने के हकदार नहीं हैं। उसको स्थायी नागरिकता किसी भी शर्त पर नहीं दी जानी चाहिए।
 
वहीं मलेशिया की मीडिया का कहना है कि पुलिस ने उस शख्स को पकड़ा है जिसने जोहान का सिर कलम करने की धमकी दी थी, जो नागरिक स्वतंत्रता वकील और लिम किट सियांग के राजनीतिक सचिव हैं। जोहान ने मलेशियाई सरकार को जाकिर नाइक के मलेशियाई स्थायी निवासी दर्जा को वापस लेने का सुझाव दिया था।
 
तीन साल पहले जाकिर नाइक को मलेशिया में स्थाई निवासी का दर्जा मिला था लेकिन देश में अल्पसंख्यक जातीय चीनी और हिंदू आबादी को लेकर विवादित बयान देने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
नाइक ने हाल ही में कहा था, 'भारत में मुसलमानों के मुकाबले हिंदुओं के पास 100 गुना ज्यादा अधिकार हैं, जो यहां अल्पसंख्यक श्रेणी में आते हैं। मलेशियाई हिंदू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हैं न कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद का।'

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