
जब से(अगस्त 5) मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया है, विश्व में लगभग सभी देश भारत सरकार के निर्णय के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं, जबकि भारत में पाकिस्तान की बोली बोलने वाली कांग्रेस और इसके समर्थक दल एवं इनके प्रायोजित #not in my name, #awardvapsi, #intolerance, #moblynching आदि तथाकथित देशभक्त गैंग तुष्टिकरण नीति त्यागने को तैयार नहीं। जो ये विरोधी तथाकथित देशभक्त बोलते हैं, उन्ही आवाज़ों को पाकिस्तान अपनी ताकत समझ अपने चैनलों पर प्रसारित कर, अपना पक्ष मजबूत करने का असफल प्रयास कर रहा है।
भारत में पल रहे इन तथाकथित देशभक्त पाकिस्तान की तरह जनता की नब्ज पढ़ने में असफल हो रहे हैं। जिसकी मिसाल इतने वर्षो से अयोध्या में रामजन्मभूमि मन्दिर का विरोध कर बाबरी मस्जिद के पक्ष में अदालतों के खड़े होने वाले इक़बाल अंसारी भी इन तथाकथित देशभक्तों का विरोध कर रहे हैं। जो इस बात का भी संकेत दे रहे हैं, कि अयोध्या विवाद समाप्त होने पर इस बात के ऊपर से भी पर्दा हटेगा कि अयोध्या में राममन्दिर को विवादित करने में कौन-कौन पार्टी अवरोध कर रही थीं, वैसे तो 99%पर्दा उठ ही चूका है। लेकिन इक़बाल अंसारी के विरोधी स्वरों की भारत से लेकर पाकिस्तान तक कहीं कोई चर्चा नहीं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर अयोध्या मामले के मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने सवाल उठाया है। इकबाल अंसारी ने राहुल गाँधी और कांग्रेस से पूछा है कि देश मे कई जगह मसले हैं, वहाँ उनके नेता कभी क्यों नहीं जाते हैं। अंसारी ने राहुल गाँधी से दो टूक पूछा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (POK) भारत का अभिन्न अंग है, वहाँ जाकर राजनीति क्यों नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही कश्मीर में धारा 370 लागू किया था और पार्टी के नेता 70 साल तक राजनीति कर अपना लाभ लेते रहे हैं।
इकबाल अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने धारा 370 हटाकर देश में एक कानून का राज स्थापित किया है। धारा 370 के खत्म होने से कश्मीर के लोगों का भला हुआ है। राहुल और कांग्रेस को देश की चिंता है, तो पाकिस्तान जाकर मसले को हल करें या फिर अन्य जगहों पर जाकर मसले को हल करें, लेकिन कश्मीर पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
अंसारी ने भारतीय मुसलमानों की तुलना वीर अब्दुल हमीद से करते हुए कहा कि देश के मुसलमान वतन के लिए पाकिस्तान से लड़ने को तैयार है। पाकिस्तान हमेशा भारत से मुँह की खाता रहा है। वहीं, कांग्रेस कश्मीर पर राजनीति कर रही है। देश के हिन्दू-मुसलमान सिख व ईसाई अमन चाहते हैं। कांग्रेस ने कश्मीर पर राजनीति कर हमेशा फायदा उठाया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अगर कश्मीर जाना चाहती है, तो जाए, लेकिन कश्मीर पर राजनीति न करे, क्योंकि कांग्रेस की राजनीति अब हिन्दुस्तान से खत्म होने वाली है और खत्म हो जाएगी।”
शनिवार (अगस्त 24, 2019) को राहुल गाँधी समेत कई विपक्षी नेता श्रीनगर पहुँचे थे। हालाँकि, इन राजनेताओं को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया और उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली भेज दिया गया। इनमें गुलाम नबी आज़ाद, डी राजा, शरद यादव, मनोज झा, मजीद मेमन और अन्य नेता शामिल थे।
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