UNGA में भारत ने खोल कर रख दी इमरान खान की पोल

Vidisha Maitraसंयुक्त राष्ट्र महासभा सभागार (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा दी गई भाषण का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. भारत की ओर से विदेश मंत्रालय की सचिव विदिशा मैत्रा ने इमरान खान के भाषण को भड़काऊ और नफरत से भरा बतलाया. इतना ही नहीं, पाकिस्तान को नसीहत भी दी कि आतंक की फैक्ट्री चलाने वाला देश हमें मानवाधिकार की बात न सिखाए. संयुक्त राष्ट्र महासभा सभागार के मंच से करीब 50 मिनट तक दिए भाषण में खान ने परमाणु युद्ध का राग अलापते हुए आधा समय कश्मीर और भारत पर बोला. भारत ने इमरान खान के सभी आरोपों का जवाब दिया. भारत ने इमरान खान के संबोधन के जवाब में अपने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल किया
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने पहले संबोधन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर पर ज्यादा फोकस करते हुए भारत पर अनाप-शनाप आरोप लगाए। इसके बाद भारत ने 'राइट टू रिप्लाई' के अधिकार का उपयोग करते हुए इमरान खान के एक-एक दावे की पोल खोल दी। यूएन में भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने इमरान के भाषण पर जवाब देते हुए उनसे कई सवाल भी किए।




  • क्या पाकिस्तान यह स्वीकार करेगा कि यह दुनिया की एकमात्र सरकार है जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध आतंकियों को पेंशन प्रदान करती है?
  • क्या पाकिस्तान के पीएम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध 130 आतंकवादी और 25 आतंकवादी संस्थाओं का घर है? 
  • इमरान खान को नियाजी संबोधित करते हुए मैत्रा ने कहा, 'हम आपसे अनुरोध करेंगे कि आप इतिहास की अपनी संक्षिप्त समझ को ताजा करें। 1971 में अपने ही लोगों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए भीषण नरसंहार को न भूलें।'
  • क्या पाकिस्तान इस बात से इनकार करेगा कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने देश को 27 में से 20 प्रमुख मापदंडों के उल्लंघन के लिए नोटिस पर रखा है? और क्या पीएम इमरान खान न्यूयॉर्क शहर से इनकार करेंगे कि वह ओसामा बिन लादेन के खुले समर्थक नहीं थे?
  • यह एक ऐसा देश जिसने 1947 के अपने अल्पसंख्यक समुदाय को 23% से घटाकर 3% कर दिया और आज ईसाई, सिख, अहमदिया, हिंदू, शिया, पश्तून, सिंधी और बलूचियों का जबरदस्त शोषण, जबरन धर्मांतरण और अपमान किया जा रहा है। 
  • इमरान को जवाब देते हुए मैत्रा ने कहा, 'भारत के नागरिकों को उनकी ओर से बोलने के लिए किसी और की आवश्यकता नहीं है, कम से कम उन सभी लोगों से जिन्होंने नफरत की विचारधारा से आतंकवाद का उद्योग खड़ा किया है।' 
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पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की जुबान एक बार फिर फिसल गई, जब वह सितम्बर 27 को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा के अध...

  • इमरान खान के भाषण पर निशाना साधते हुए भारत ने कहा, 'शायद ही कभी संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस तरह के दुरुपयोग को देखा है। मंच का उपयोग गुमराह करने के लिए किया गया।'
  • जब कूटनीति की बात आती है तो शब्द मायने रखते हैं। पोग्रोम, खून-खराबा, नस्लीय संहार, बंदूक उठाएं और 'अंत तक लड़ने' के लिए जैसे वाक्यांशों का आह्वान मध्ययुगीन मानसिकता को दर्शाता है न कि 21 वीं सदी की दृष्टि को।
  • जिस तरह से इमरान खान परमाणु हमले की धमकी देते हैं वो एक राजनेता की नहीं अपरिपक्वता की निशानी है।

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