आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
दिल्ली में दंगाई लगातार अपनी ख़तरनाक गतिविधियाँ बढ़ाते जा रहे हैं। पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया है कि राज्य में पर्याप्त पुलिस बलों की तैनाती की है। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार एजेंसियों ने ख़बर चलाई थी कि दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय से पर्याप्त बल नहीं मिला है, जो कि ग़लत है। इनमें से NDTV का नाम प्रमुख है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार दिल्ली पुलिस की सहायता कर रहा है और उनके पास पर्याप्त बल उपलब्ध कराए गए हैं। पटनायक ने आश्वासन दिया कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने कहा कि पुलिस की पहली प्राथमिकता स्थिति को नियंत्रित करने की थी, जो हो गई है।
रंधावा ने बताया कि जितने भी एफआईआर रजिस्टर किए गए हैं, उन सभी के अंतर्गत जाँच होगी और इस दंगे के मुख्य साज़िशकर्ता को पकड़ा जाएगा। वहीं उधर एमनेस्टी इंडिया ने कहा है कि कुछ नेतागण घृणा फैला रहे हैं, जिन पर रोक लगनी चाहिए। गाज़ियाबाद शहर में भी धारा-144 लगा दिया गया है और साथ ही सारे शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है। मुस्तफाबाद में एक क्षेत्र में आगजनी की गई, जिसके बाद वहाँ से SOS संदेश भेजा गया। वहाँ फायर ब्रिगेड, पुलिस और मीडिया से मदद माँगी गई है।
करावल नगर, मौजपुर, चाँदपुर और बाबरपुर- दिल्ली के इन चार थाना क्षेत्रों में धारा-144 लगा दिया गया है। उधर लखनऊ में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। अलीगढ़ में क़ानून-व्यवस्था पहले से ही तगड़ी रखी गई है। उधर सीएए दंगाइयों की हिंसा के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए पुलिस कॉन्स्टेबल रतन लाल के पार्थिव शरीर को उनके बुरारी स्थित निवास पर लाया गया। दिल्ली के चाँदबाग़ इलाक़े में भी फिर से हिंसा भड़कने की ख़बर है। वहाँ पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए आँसू गैस के गोले दागने पड़े।
सबसे ज्यादा स्थिति नार्थ-ईस्ट दिल्ली में ख़राब है। ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि अब तक उसके 56 जवान घायल हुए हैं, वहीं 130 नागरिक भी घायलों की सूची में शामिल हैं। स्पेशल सीपी सतीश गोलछा ने कहा कि खजूरी ख़ास इलाक़े में हिंसा भड़काने वालों को जल्द शिकंजे में लिया जाएगा। पुलिस ने दोषियों के ख़िलाफ़ लीगल एक्शन लेने की बात कही है। भजनपुरा क्षेत्र में धारा-144 लगने के बाद से स्थिति नियंत्रण में है।
अवलोकन करें:-
दिल्ली के खजूरी ख़ास में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने मिल कर फ्लैग मार्च भी किया। कॉन्ग्रेस पार्टी ने हिंसा पर चर्चा के लिए अपनी वर्किंग कमिटी की बैठक बुलाई है। दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। जीटीबी अस्पताल में एक और व्यक्ति की मौत के बाद अब तक हिंसा में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है।
दिल्ली में दंगाई लगातार अपनी ख़तरनाक गतिविधियाँ बढ़ाते जा रहे हैं। पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने बताया है कि राज्य में पर्याप्त पुलिस बलों की तैनाती की है। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार एजेंसियों ने ख़बर चलाई थी कि दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय से पर्याप्त बल नहीं मिला है, जो कि ग़लत है। इनमें से NDTV का नाम प्रमुख है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार दिल्ली पुलिस की सहायता कर रहा है और उनके पास पर्याप्त बल उपलब्ध कराए गए हैं। पटनायक ने आश्वासन दिया कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने कहा कि पुलिस की पहली प्राथमिकता स्थिति को नियंत्रित करने की थी, जो हो गई है।
रंधावा ने बताया कि जितने भी एफआईआर रजिस्टर किए गए हैं, उन सभी के अंतर्गत जाँच होगी और इस दंगे के मुख्य साज़िशकर्ता को पकड़ा जाएगा। वहीं उधर एमनेस्टी इंडिया ने कहा है कि कुछ नेतागण घृणा फैला रहे हैं, जिन पर रोक लगनी चाहिए। गाज़ियाबाद शहर में भी धारा-144 लगा दिया गया है और साथ ही सारे शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है। मुस्तफाबाद में एक क्षेत्र में आगजनी की गई, जिसके बाद वहाँ से SOS संदेश भेजा गया। वहाँ फायर ब्रिगेड, पुलिस और मीडिया से मदद माँगी गई है।
Don't have enough forces to control violence: Delhi Cops to Home Ministry.https://t.co/bpDJY1j0rb pic.twitter.com/R9ewPNrOA0— NDTV (@ndtv) February 25, 2020
Our top priority was to control the situation which we've done. We will investigate all FIRs that have been registered & if a main conspirator is found action will be taken: Delhi Police PRO MS Randhawa on Delhi violence. pic.twitter.com/5VaZoLkEkK— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) February 25, 2020
Some news agency ran the news that Delhi Police said that it has not got adequate forces from MHA, this info is wrong. MHA is continually supporting us & we have adequate forces. Delhi police denies this completely: Delhi Commissioner of Police, Amulya Patnaik on Delhi violence. pic.twitter.com/QbRXcF2WoJ— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) February 25, 2020
करावल नगर, मौजपुर, चाँदपुर और बाबरपुर- दिल्ली के इन चार थाना क्षेत्रों में धारा-144 लगा दिया गया है। उधर लखनऊ में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। अलीगढ़ में क़ानून-व्यवस्था पहले से ही तगड़ी रखी गई है। उधर सीएए दंगाइयों की हिंसा के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए पुलिस कॉन्स्टेबल रतन लाल के पार्थिव शरीर को उनके बुरारी स्थित निवास पर लाया गया। दिल्ली के चाँदबाग़ इलाक़े में भी फिर से हिंसा भड़कने की ख़बर है। वहाँ पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए आँसू गैस के गोले दागने पड़े।
सबसे ज्यादा स्थिति नार्थ-ईस्ट दिल्ली में ख़राब है। ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि अब तक उसके 56 जवान घायल हुए हैं, वहीं 130 नागरिक भी घायलों की सूची में शामिल हैं। स्पेशल सीपी सतीश गोलछा ने कहा कि खजूरी ख़ास इलाक़े में हिंसा भड़काने वालों को जल्द शिकंजे में लिया जाएगा। पुलिस ने दोषियों के ख़िलाफ़ लीगल एक्शन लेने की बात कही है। भजनपुरा क्षेत्र में धारा-144 लगने के बाद से स्थिति नियंत्रण में है।
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मोदी-योगी विरोधियों का नंगा नाच
मोदी विरोधियों ने चुनाव जीतने के लिए दो महीने तक लोगों को बढ़िया जलपान और बिरयानी खिलाकर खूब रोजगार दिया। खूब शोर मचाया जाता था कि जब तक CAA और NRC वापस नहीं होगा, यहीं बैठे रहेंगे। आखिर मजदूर वही काम करेगा, जो उसको बोला जाएगा, बच्चा मरता हो मर जाए, दो पैसों के लालच में बच्चे को भी खो दिया। यदि CAA विरुद्ध था, तो चुनाव परिणाम आते ही क्यों शाहीन बाग़ खाली होना शुरू हुआ, कहाँ है वो औरत जो अपना मर जाने पर कहती थी कि दो और बच्चे मरवाने को तैयार हूँ?...
See Moreमोदी विरोधियों ने चुनाव जीतने के लिए दो महीने तक लोगों को बढ़िया जलपान और बिरयानी खिलाकर खूब रोजगार दिया। खूब शोर मचाया जाता था कि जब तक CAA और NRC वापस नहीं होगा, यहीं बैठे रहेंगे। आखिर मजदूर वही काम करेगा, जो उसको बोला जाएगा, बच्चा मरता हो मर जाए, दो पैसों के लालच में बच्चे को भी खो दिया। यदि CAA विरुद्ध था, तो चुनाव परिणाम आते ही क्यों शाहीन बाग़ खाली होना शुरू हुआ, कहाँ है वो औरत जो अपना मर जाने पर कहती थी कि दो और बच्चे मरवाने को तैयार हूँ?...
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