घरों से बाहर निकलो, भीड़ में छींक कर कोरोना फैलाओ, कहने वाला इन्फोसिस कर्मी मुजीब मोहम्मद हुआ गिरफ्तार

इन्फोसिस कर्मी मुजीब मोहम्मदवैश्विक महामारी कोरोना से लड़ने के लिए जहाँ एक तरफ सारी दुनिया एक साथ खड़ी नजर आ रही है वहीं कुछ लोग इस मौके पर भी घृणात्मक विचार फैलाने से बाज नहीं आ रहे। इन्फोसिस में काम करने वाला मुजीब मोहम्मद नामक व्यक्ति ऐसे ही लोगों में शुमार है, जिसे आज पुलिस ने नफरत फैलाने वाले विचारों के आरोप में गिरफ्तार किया।
Coronavirus: Infosys techie sacked for 'sneeze in public' post on COVID-19
यह व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मानवता की लड़ाई के इस वक्त में भी उलटे सीधे बयान देकर लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहा था। अंशुल सक्सेना ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी। अंशुल ने अपने ट्वीट के जरिए बताया कि मुजीब मोहम्मद ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से लोगों से अपील की थी कि आओ घर से बाहर निकलो, कोरोना को फैलाने में हाथ मिलाएँ और पब्लिक के बीच मुँह खोल कर छींकें जिससे यह कोरोना वायरस और फ़ैल सके। 
कट्टरपंथी सोंच वाले केवल भारत में ही ऐसी बकवास करने का साहस सकते हैं, किसी मुस्लिम देश में नहीं। India TV पर प्रतिदिन जहर घोलते मुल्लाओं के वीडियो दिखाए जा रहे हैं। इन कट्टरपंथी भारत में ही बोलती है, भारत से बाहर भीगी बिल्ली बन जाते हैं। भारत से बाहर नीचे दूसरी रपट में देखिए सऊदी अरब में मुजीब जैसी मानव विरोधी को ट्रॉली पर थूकने के अपराध में फांसी भी हो सकती है। 


And that Infosys guy is arrested finally






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Somebody needs to inform Barkha Dutt to find Dardnaaak story of his past..

May be he was punched by his schoolmate when he was in 5th class or similar kind of story.
16:24 - 27 Mar 2020
अंशुल के अलावा एक अन्य ट्विटर यूजर ने भी इस बारे में ट्वीट कर अंशुल सक्सेना के ट्वीट की पुष्टि की। इन ट्वीट्स पर अन्य ट्विटर यूजर्स की प्रतिक्रिया बेहद आक्रामक और गुस्से से भरी आ रही हैं। कुछ लोगों ने इसे जहाँ जिहाद का एक फॉर्म बताया, तो कुछ ने इसके जरिए मीडिया गैंग की पुअर हेडमास्टर संस थ्योरी को याद किया।
फाइंडिंग लाइफ नाम के इस ट्विटर यूजर ने लिखा कि बरखा दत्त को इसकी खबर देनी चाहिए, शायद इसकी भी कोई दर्दनाक स्टोरी हो इसके पास्ट से जुड़ी हुई जहाँ क्लास 5th में किसी क्लासमेट ने इसे पीटा हो या ऐसा कुछ।
कोरोना वायरस को लेकर इस तरह की नफरत फैलाने वाली बात कहने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी चरमपंथी इस्लामिस्ट्स राणा अयूब ने भी कोरोना के संबंध में पूरे देश को बद्दुआ देते हुए कहा था कि जो देश इतना नैतिक रूप से पतित हो चुका हो उसका कोरोना भी क्या करेगा? जिस पर मीडिया गैंग की भी तरफ से काफी तीखी प्रतिक्रिया आई थी। लेकिन बरखा दत्त की जिहादिनों ने जिसका समर्थन किया था।
मोदी ताली बजवा सकता है तो तुम कोरोना रोकने के लिए करो अजान: ममता का पार्षद अख्तर हुसैन 
ऐसे में पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के एक नेता अपने क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोगों से अजान के लिए एक जगह पर इकट्ठा होने की अपील कर रहे हैं।


इस टीएमसी नेता का नाम है अख्तर हुसैन। अख्तर हुसैन पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पार्षद हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के लॉकडाउन के आदेश की खिल्ली उड़ाते हुए लोगों से अपील की है, “अगर मोदी ताली बजाकर कोरोना को रोक सकते हैं तो क्यों न हमें इसे हराने के लिए प्रार्थना (अजान) में जुटना चाहिए।”  नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान शाम 5 बजे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस का हौसला बढ़ाने के लिए लोगों से पाँच मिनट तक ताली, घंटी या थाली बजाने की अपील की थी। लेकिन यहाँ पार्षद उनके नाम से दुष्प्रचार कर रहा है।
जब टाइम्स नाउ ने अख्तर हुसैन से उनकी इस अपील के बारे में पूछा तो उन्होंने ढिठाई के साथ कहा, “क्या अब तक कोरोना बीमारी का कोई इलाज पता चला है? अगर हम अजान के जरिए इससे लड़ना चाहते हैं तो उसमें बुराई क्या है। मैंने कहा है कि कोरोना को अजान से रोका जा सकता है। लोग किसी न किसी तरह सड़क पर आ-जा रहे हैं। तो अगर अजान में लोग आते हैं तो हर्ज ही क्या है?” बता दें कि गुरुवार (मार्च 26, 2020) को आसनसोल में अजान के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे। यहाँ पर कोई पुलिस भी नजर नहीं आ रही थी।

पिछले दिनों टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सड़क पर कुछ सब्जी वालों के ठीक सामने पहुँचती है। जिसके बाद वो हाथ में चॉक लेकर सड़क पर गोले बनाना शुरू कर देती हैं। ममता एक साथ कुछ दूरी पर कई गोले बनाती है। ऐसा करके ममता ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सिखाने की कोशिश की।
हालाँकि, जब वह सड़क पर चॉक से गोले बना रही थीं, तब उन्हें देखने के लिए पीछे काफी लोग खड़े हो गए। लोग एक दूसरे से काफी करीब खड़े थे। जो वीडियो में साफ देखा जा सकता है। इसीलिए ट्विटर यूजर्स ने इसे लेकर ममता की खूब खिंचाई भी की कि ममता के पीछे जमा लोग कौन सी सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रहे हैं?
लॉकडाउन के तहत किसी को भी सामूहिक धार्मिक आयोजन करने की मनाही है। तमाम मुस्लिम संगठनों ने भी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में ना इकट्ठा होने की अपील की है। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर पीएम मोदी की पहल की उनके विरोधी नेता भी तारीफ कर रहे हैं। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी के अलावा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए पीएम की मुहिम का समर्थन किया है। लेकिन टीएमसी नेता का यह रवैया उनके राज्य में कोरोना के खतरे को बढ़ा रहा है।
सऊदी अरब, अपराधी
शॉपिंग ट्रॉली पर थूकने वाला युवक कोरोना संक्रमित
सऊदी अरब: शॉपिंग ट्रॉली पर थूकने वाला युवक निकला कोरोना पॉजिटिव, मिल सकती है सजा-ए-मौत सऊदी अरब में एक युवक को शॉपिंग ट्रॉली पर थूककर कोरोना वायरस संक्रमण फैलाने के अपराध में गिरफ्तार किया गया। युवक को इस हरकत के लिए मौत की सजा हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवक को ट्रॉली पर थूकते हुए वहाँ मौजूद कर्मचारियों ने देखा। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। सुरक्षा लिहाज से जब उसका टेस्ट किया गया तो वह कोरोना संक्रमित पाया गया।
जानकारी के अनुसार, युवक विदेशी नागरिक है। वह सऊदी अरब के बलजुराशी शहर में रहता था। उसने ऐसा क्यों किया इसकी पड़ताल की जा रही है। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने उस स्टोर में जाने वाले हर शख्स को अस्पताल जाकर अपना चेकअप कराने की सलाह दी है। इसके अलावा सीसीटीवी के जरिए हर उस जगह की पहचान की जा रही है, जहाँ-जहाँ इस युवक ने जगह को इंफेक्ट किया।

सऊदी अरब में इस हरकत को एक बड़ा अपराध माना गया है और अरब के ऑनलाइन पोर्टल के मुताबिक उसे सख्त सजा हो सकती है। अजेल पोर्टल के अनुसार, “यह व्यवहार धार्मिक और कानूनी रूप से निंदनीय है। इसे समाज के सदस्यों के बीच जान-बूझकर कोरोनोवायरस महामारी फैलाने और उनके बीच दहशत फैलाने के रूप में माना जाता है।”
सऊदी अधिकारियों ने बताया कि उसके कार्यों को एक तरह की प्रथम श्रेणी की हत्या माना जा सकता है। अधिकारियों के अनुसार, जिस समय उसने ये किया उस समय उसे बुखार, खाँसी थी और उसकी ये हरकत केवल अन्य लोगों को मारने के उद्देश्य से थी। बता दें कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने घातक कोरोना वायरस के कारण अपने देश में 900 मामले सामने आने की पुष्टि की हैं। 2 लोगों के मौत की बात भी सामने आई है। परिस्थितियों को देखते हुए वहाँ देश भर में कर्फ्यू लगाया जा चुका है। शुरुआत में केवल 13 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया था।
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कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। अब तक इसके 3 लाख से भी अधिक मामले आ चुके हैं और 19,600 से भी अधिक ल....
जानकारी के मुताबिक देश भर में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो मई तक 13 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना के मामलों में मृत्यु दर 3.4 फीसदी है, जबकि आम फ्लू के संक्रमण में मृत्यु दर 1 फीसदी ही है। बात अगर भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की करें तो अब तक 727 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जबकि इस वायरस की वजह से पूरे देश में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। 

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