
यह व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मानवता की लड़ाई के इस वक्त में भी उलटे सीधे बयान देकर लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहा था। अंशुल सक्सेना ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी। अंशुल ने अपने ट्वीट के जरिए बताया कि मुजीब मोहम्मद ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से लोगों से अपील की थी कि आओ घर से बाहर निकलो, कोरोना को फैलाने में हाथ मिलाएँ और पब्लिक के बीच मुँह खोल कर छींकें जिससे यह कोरोना वायरस और फ़ैल सके।
कट्टरपंथी सोंच वाले केवल भारत में ही ऐसी बकवास करने का साहस सकते हैं, किसी मुस्लिम देश में नहीं। India TV पर प्रतिदिन जहर घोलते मुल्लाओं के वीडियो दिखाए जा रहे हैं। इन कट्टरपंथी भारत में ही बोलती है, भारत से बाहर भीगी बिल्ली बन जाते हैं। भारत से बाहर नीचे दूसरी रपट में देखिए सऊदी अरब में मुजीब जैसी मानव विरोधी को ट्रॉली पर थूकने के अपराध में फांसी भी हो सकती है।
An Infosys employee named Mujeeb Mohammad, who posted on Facebook "Let's join hands, go out and sneeze with open mouth in public. Spread the Virus", is now arrested by Police.— Anshul Saxena (@AskAnshul) March 27, 2020
Somebody needs to inform Barkha Dutt to find Dardnaaak story of his past..
May be he was punched by his schoolmate when he was in 5th class or similar kind of story.
अंशुल के अलावा एक अन्य ट्विटर यूजर ने भी इस बारे में ट्वीट कर अंशुल सक्सेना के ट्वीट की पुष्टि की। इन ट्वीट्स पर अन्य ट्विटर यूजर्स की प्रतिक्रिया बेहद आक्रामक और गुस्से से भरी आ रही हैं। कुछ लोगों ने इसे जहाँ जिहाद का एक फॉर्म बताया, तो कुछ ने इसके जरिए मीडिया गैंग की पुअर हेडमास्टर संस थ्योरी को याद किया।
फाइंडिंग लाइफ नाम के इस ट्विटर यूजर ने लिखा कि बरखा दत्त को इसकी खबर देनी चाहिए, शायद इसकी भी कोई दर्दनाक स्टोरी हो इसके पास्ट से जुड़ी हुई जहाँ क्लास 5th में किसी क्लासमेट ने इसे पीटा हो या ऐसा कुछ।
कोरोना वायरस को लेकर इस तरह की नफरत फैलाने वाली बात कहने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी चरमपंथी इस्लामिस्ट्स राणा अयूब ने भी कोरोना के संबंध में पूरे देश को बद्दुआ देते हुए कहा था कि जो देश इतना नैतिक रूप से पतित हो चुका हो उसका कोरोना भी क्या करेगा? जिस पर मीडिया गैंग की भी तरफ से काफी तीखी प्रतिक्रिया आई थी। लेकिन बरखा दत्त की जिहादिनों ने जिसका समर्थन किया था।
मोदी ताली बजवा सकता है तो तुम कोरोना रोकने के लिए करो अजान: ममता का पार्षद अख्तर हुसैन
ऐसे में पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के एक नेता अपने क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोगों से अजान के लिए एक जगह पर इकट्ठा होने की अपील कर रहे हैं।
'If Modi can cure it with claps': @AITCofficial leader urges people to gather for azan prayers to 'kill' Coronavirus | #CoronaHarega https://t.co/Dsoo7EUSK9— TIMES NOW (@TimesNow) March 27, 2020
#Breaking | SHOCKING: At a time when the entire country is on a 21-day lockdown, a TMC Councillor in Bengal has called out to Muslims to perform ‘Azan’ as that will be the only way to cure and defeat this epidemic.— TIMES NOW (@TimesNow) March 26, 2020
Sreyashi with more details. | #IndiaBattlesCoronavirus pic.twitter.com/nsmi8uI2Ad
इस टीएमसी नेता का नाम है अख्तर हुसैन। अख्तर हुसैन पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पार्षद हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के लॉकडाउन के आदेश की खिल्ली उड़ाते हुए लोगों से अपील की है, “अगर मोदी ताली बजाकर कोरोना को रोक सकते हैं तो क्यों न हमें इसे हराने के लिए प्रार्थना (अजान) में जुटना चाहिए।” नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान शाम 5 बजे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस का हौसला बढ़ाने के लिए लोगों से पाँच मिनट तक ताली, घंटी या थाली बजाने की अपील की थी। लेकिन यहाँ पार्षद उनके नाम से दुष्प्रचार कर रहा है।
जब टाइम्स नाउ ने अख्तर हुसैन से उनकी इस अपील के बारे में पूछा तो उन्होंने ढिठाई के साथ कहा, “क्या अब तक कोरोना बीमारी का कोई इलाज पता चला है? अगर हम अजान के जरिए इससे लड़ना चाहते हैं तो उसमें बुराई क्या है। मैंने कहा है कि कोरोना को अजान से रोका जा सकता है। लोग किसी न किसी तरह सड़क पर आ-जा रहे हैं। तो अगर अजान में लोग आते हैं तो हर्ज ही क्या है?” बता दें कि गुरुवार (मार्च 26, 2020) को आसनसोल में अजान के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे। यहाँ पर कोई पुलिस भी नजर नहीं आ रही थी।
No words... pic.twitter.com/zqejgnntvk— Citizen Derek | নাগরিক ডেরেক (@derekobrienmp) March 26, 2020
पिछले दिनों टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सड़क पर कुछ सब्जी वालों के ठीक सामने पहुँचती है। जिसके बाद वो हाथ में चॉक लेकर सड़क पर गोले बनाना शुरू कर देती हैं। ममता एक साथ कुछ दूरी पर कई गोले बनाती है। ऐसा करके ममता ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सिखाने की कोशिश की।
हालाँकि, जब वह सड़क पर चॉक से गोले बना रही थीं, तब उन्हें देखने के लिए पीछे काफी लोग खड़े हो गए। लोग एक दूसरे से काफी करीब खड़े थे। जो वीडियो में साफ देखा जा सकता है। इसीलिए ट्विटर यूजर्स ने इसे लेकर ममता की खूब खिंचाई भी की कि ममता के पीछे जमा लोग कौन सी सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रहे हैं?
लॉकडाउन के तहत किसी को भी सामूहिक धार्मिक आयोजन करने की मनाही है। तमाम मुस्लिम संगठनों ने भी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में ना इकट्ठा होने की अपील की है। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर पीएम मोदी की पहल की उनके विरोधी नेता भी तारीफ कर रहे हैं। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी के अलावा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए पीएम की मुहिम का समर्थन किया है। लेकिन टीएमसी नेता का यह रवैया उनके राज्य में कोरोना के खतरे को बढ़ा रहा है।
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शॉपिंग ट्रॉली पर थूकने वाला युवक कोरोना संक्रमित |
जानकारी के अनुसार, युवक विदेशी नागरिक है। वह सऊदी अरब के बलजुराशी शहर में रहता था। उसने ऐसा क्यों किया इसकी पड़ताल की जा रही है। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने उस स्टोर में जाने वाले हर शख्स को अस्पताल जाकर अपना चेकअप कराने की सलाह दी है। इसके अलावा सीसीटीवी के जरिए हर उस जगह की पहचान की जा रही है, जहाँ-जहाँ इस युवक ने जगह को इंफेक्ट किया।
ثبوت اصابة عامل بلجرشي بكورونا بعد ضبطه يبصق على الابواب وعربات التسوق والصحة تطالب زوار السوق بالتوجه للمستشفى للفحص بشكل عاجل.— محمد علي الزهراني (@mazahrani) March 23, 2020
सऊदी अरब में इस हरकत को एक बड़ा अपराध माना गया है और अरब के ऑनलाइन पोर्टल के मुताबिक उसे सख्त सजा हो सकती है। अजेल पोर्टल के अनुसार, “यह व्यवहार धार्मिक और कानूनी रूप से निंदनीय है। इसे समाज के सदस्यों के बीच जान-बूझकर कोरोनोवायरस महामारी फैलाने और उनके बीच दहशत फैलाने के रूप में माना जाता है।”
सऊदी अधिकारियों ने बताया कि उसके कार्यों को एक तरह की प्रथम श्रेणी की हत्या माना जा सकता है। अधिकारियों के अनुसार, जिस समय उसने ये किया उस समय उसे बुखार, खाँसी थी और उसकी ये हरकत केवल अन्य लोगों को मारने के उद्देश्य से थी। बता दें कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने घातक कोरोना वायरस के कारण अपने देश में 900 मामले सामने आने की पुष्टि की हैं। 2 लोगों के मौत की बात भी सामने आई है। परिस्थितियों को देखते हुए वहाँ देश भर में कर्फ्यू लगाया जा चुका है। शुरुआत में केवल 13 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया था।
अवलोकन करें:-
जानकारी के मुताबिक देश भर में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो मई तक 13 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना के मामलों में मृत्यु दर 3.4 फीसदी है, जबकि आम फ्लू के संक्रमण में मृत्यु दर 1 फीसदी ही है। बात अगर भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की करें तो अब तक 727 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जबकि इस वायरस की वजह से पूरे देश में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
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