![]() |
‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी ने बदजबान शोएब जमाई को अपने शो से निकाल बाहर किया था क्योंकि उसने पैनलिस्टों पर ओछी और अपमानजनक टिप्पणी की थी। शोएब ने दावा किया था कि भारतीय मीडिया शत प्रतिशत मुस्लिम-विरोधी और सांप्रदायिक हो गया है। उसने धमकी दी थी कि एक दिन उन्हें मुस्लिमों के जीवन को ख़तरा पहुँचाने की सज़ा भुगतनी पड़ेगी। उसने मीडिया पर फेक न्यूज़ फैलाने का आरोप मढ़ा था। उसने दावा किया था कि 25 करोड़ मुस्लिम मीडिया पर काफ़ी गुस्सा हैं। करोड़ों मुस्लिमों वाली धमकी कई अन्य इस्लामी प्रोपेगंडाबाज भी दे चुके हैं।
अभी कुछ दिन पूर्व, दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर आई.पी.एस. कक्कर साहब ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि "मेरे 36 वर्ष के कार्यकाल में मुसलमानों पर किसी भी प्रकार से अंकुश लगाने की इजाजत नहीं थी। 2014 से पहले तक ये लोग चाहे जो करें या कुछ भी बोलें कोई इन्हें कहने वाला नहीं था, लेकिन अब नकेल पड़ने से ये सब घबरा रहे हैं ...."
लगता है अपनी बेजुबानी के लिए मशहूर हो रहे शोएब को ये एंकर बुलाते क्यों हैं? India tv पर भाजपा प्रवक्ता डॉ संवित पात्रा को जैसे ही अपशब्द से सम्बोधित किया संवित ने टीवी एंकर ने तुरन्त दोनों में से एक को परिचर्चा में रखने की जिद करने पर एंकर को विवश होकर शोएब को बाहर कर दिया था।
इतना ही नहीं, तब्लीगी का बचाव करते अप्रैल 7 को टीवी9 पर "आड़ी" कार्यक्रम में भी मीडिया पर fake news चलाने का आरोप लगाया था। जब एंकर द्वारा शोएब से बार-बार उस चैनल का नाम बताने के आग्रह करने के बावजूद उस चैनल का नाम नहीं बताए जाना सिद्ध करता है कि अफवाह फैलाकर जनता को CAA की तर्ज पर भड़का कर देश में सौहार्द ख़राब करने के प्रयास में हैं। जबकि एंकर ने स्पष्ट शब्दों में शोएब को कहा कि "अगर आपके इस बयान से कोई अनहोनी होती है, तो उसके जिम्मेदार शोएब जमाई का यह बयान होगा। जो रिकॉर्ड पर है।"

उसने कहा कि ये सब शुरू हो चुका है। अपने पहले ट्वीट के क़रीब 13 घंटा बाद उसने ट्वीट करते हुए बताया कि वो न्यूज़ चैनलों की उन बातों को हलके में नहीं ले सकता और ऐसा करने वालों को क़ानून का सामना करना पड़ेगा। उसने कहा कि अब बहुत हो गया है। शोएब ने साथ ही 25 करोड़ मुस्लिमों वाली बात की भी व्याख्या की। उसने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा तो निश्चित है कि मुसलमान गुस्सा होंगे। साथ ही उसने दावा किया कि वो हिंसा में विश्वास नहीं रखता लेकिन क़ानूनी लड़ाई आवश्यक है।
अर्नब के शो में सोमवार (जनवरी 27, 2020) को PFI द्वारा सीएए के ख़िलाफ़ हुए दंगों को फंड दिए जाने के खुलासे पर डिबेट चल रहा था। इसी डिबेट के वीडियो में करीब 33 मिनट 50 सेकेंड के स्लॉट में शोएब को नेशनल टेलीवीजन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते सुना जा सकता है। गौर करने वाली बात है कि शोएब ने डिबेट से जुड़ने के बाद ही इधर-उधर की बातें करनी शुरू कर दी थी।
अवलोकन करें:-
No comments:
Post a Comment