इनमें 6 आईसीयू में भर्ती थे, जबकि 2 नॉर्मल वार्ड में भर्ती थे। ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण सभी 8 मरीजों की जान गई है। अस्पताल में भर्ती तकरीबन 300 मरीजों की भी जान भी संकट में है।
कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे दिल्ली के बत्रा अस्पताल में शनिवार (मई 1, 2021) को एक बार फिर ऑक्सीजन की किल्लत हो गई। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, यहाँ पर कुल 307 मरीज भर्ती थे। इस दौरान ऑक्सीजन नहीं मिलने से 8 मरीजों की मौत हो गई।
Our executive director is in regular touch with govt officers concerned & has been updating them about our oxygen stock. INOX & Goel -- two oxygen suppliers supply us oxygen. Neither of them picks up our call: Dr SCL Gupta, Medical Director of Delhi's Batra Hospital
— ANI (@ANI) May 1, 2021
Kitna Papi insaan hai
— ♕James Bond 🏴☠️ (@imjamebond) May 1, 2021
— jitendra kumar meena (@JitendaMeena) May 1, 2021
दिल्ली सरकार को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए क्योंकि अभी चुनाव नहीं है जहाँ मुफ़्त बिजली ,पानी , बस ..वोट नहीं लेना लोगों की महामारी के समय सेवा करनी है और constitution केंद्र सीधे हस्तक्षेप करने से रास्ता रोकता है और राज्य सरकार ख़ाली प्रचार करने में व्यस्त है कितनो के प्राण ..ख़रीद ? pic.twitter.com/DjNL8jRYwA
— Sunil hatwal (@sun_hwr) May 1, 2021
These innocent people are dying because of incompetent fraud @ArvindKejriwal Criminal case must be registered against him. #KejriwalFailsDelhi pic.twitter.com/8QYejEIT0U
— Aryavarta (@Aryavarta21) May 1, 2021
— K A U T I L Y A (@v_a_n_r) May 1, 2021बत्रा अस्पताल ने इस बाबत शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट को जानकारी दी है। इसके मुताबिक, उनके यहाँ ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। बत्रा अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि शनिवार सुबह 6 बजे से SOS में थे। हमारे पास 307 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 230 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।
अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. एससीएल गुप्ता ने बताया कि शनिवार सुबह सात बजे से ही वह दिल्ली सरकार से गुहार लगा रहे थे कि कुछ ही घंटे की ऑक्सीजन बची है। इसके बावजूद ऑक्सीजन नहीं मिली। उन्होंने कहा कि हर 10 मिनट पर वह संबंधित अधिकारियों को अपडेट दे रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने समय पर ऑक्सीजन नहीं भेजा। इस कारण 12.45 से डेढ़ बजे तक मरीज बिना ऑक्सीजन के रहे। इसमें आठ मरीजों की मौत हो गई।
सेना से मदद क्यों नहीं मांगी?
दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और उनकी असफलता को देखते हुए कोर्ट आग बबूला हो गया और कहा कि अगर स्थिति आपसे सँभल नहीं रही थी तो सेना की माँग करनी चाहिए थी। हाईकोर्ट ने कहा कि इस वक्त हर कोई तनाव में हैं, यहाँ तक कि हम खुद तनाव में हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने सवाल उठाया और कहा कि दिल्ली सरकार ने अब तक आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की मदद के लिए रिक्वेस्ट क्यों नहीं की है।
बुनियादी ढाँचे की स्थापना के लिए सशस्त्र बलों की मदद लेने के सुझावों पर दिल्ली सरकार के वकील ने हाईकोर्ट को बताया कि इस प्रक्रिया में हम उच्चतम स्तर पर हैं। हमारी सरकार इसे देख रही है और जल्द ही दिल्ली में 15000 और बेड जुड़ जाएँगे। हम 15 हजार अतिरिक्त बेड लगा रहे हैं, लेकिन हमारे पास इन बेड्स के लिए ऑक्सीजन नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि आपने सेना की माँग क्यों नहीं की। अगर आप सेना से अनुरोध करते तो वे अपने स्तर पर काम करते। उनका अपना बुनियादी ढाँचा है।
दिल्ली में कोरोना के 27000+ नए केस
दिल्ली में अप्रैल 30, 2021 को कोरोना संक्रमण की वजह से 375 और मरीजों की मौत हो गई, जबकि कोविड-19 के 27,047 नए मामले सामने आए। वहीं संक्रमित होने की दर 32.69 प्रतिशत रही। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की नवीनतम बुलेटिन में दी गई है। शुक्रवार को लगातार नौवाँ दिन था, जब दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण से 300 से अधिक मौतें हुईं। बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 11,49,333 हो गई जिसमें से 10.33 लाख से अधिक संक्रमण मुक्त हो गए हैं। वहीं मृतक संख्या 16,147 है।
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