समाजवादी पार्टी नेता ही लगे हैं अखिलेश की साइकिल पंचर करने में

                                                  इसी ट्वीट पर ट्रोल हुुए अखिलेश यादव (फोटो साभार: Twitter)
उत्तर प्रदेश में राज्य विधानसभा चुनाव जारी हैं और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दौर के मतदान के लिए प्रचार कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने कई छोटी जाति-आधारित पार्टियों और जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल के साथ गठबंधन किया है।

उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय समाजवादी पार्टी पार्टी के नेताओं की हरकतों से लगता है कि वे अखिलेश यादव की साइकिल पंचर करने में लगे हुए हैं। शुक्रवार, 25 फरवरी को पार्टी ने ट्विटर पर एक फोटो अपलोड करते हुए लिखा- 10 मार्च को आ रहे हैं अखिलेश…। समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से शेयर फोटो में अंग्रेजी में लिखा हुआ है- Ride With The Tide (राइड विद द टाइड)। इसके नीचे लिखा हुआ है- ‘अखिलेश यादव ने छोटे, जाति-आधारित दलों के साथ एक मजबूत गठबंधन बनाया है। उनका काम समाजवादी पार्टी को वापस सत्ता में लाने का है, लेकिन उनके सहयोगियों के चंचल- ढुलमुल रवैए और अपनी पार्टी के नेताओं के बीच असंतोष के कारण यह चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।

पोस्ट में जिस तरह से पार्टी की आलोचना की गई है, उसके कारण सपा के ट्वीट करते ही यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यूजर्स ट्विटर पर समाजवादी पार्टी को ट्रोल करने लगे। यूजर्स तंज कस रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने फोटो में लिखे शब्दों को पढ़ना भी जरूरी नहीं समझा का क्या लिखा है। पार्टी के नेताओं ने सिर्फ अखिलेश का फोटो देख इसे बिना पढ़े शेयर करना शुरू कर दिया। जिससे सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव की किरकिरी हो रही है।

ऐसा लगता है कि अखिलेश यादव की हाथ हिलाती हुई तस्वीर को देखकर समाजवादी पार्टी इतनी उत्साहित हो गई कि उन्होंने फोटो में लिखे कैप्शन को पढ़ना भी मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने मान लिया कि इसमें लिखा है कि अखिलेश यादव चुनाव में जीत कर सत्ता में आ रहे हैं। उन्होंने बिना पढ़े ही उसे ट्वीट कर दिया। जिसके लिए अब अखिलेश यादव को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

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