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नंबी नारायण |
‘रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट’ फिल्म में इसरो वैज्ञानिक को हिंदू परंपराओं का पालन करते हुए दिखाए जाने पर लिबरल आलोचकों ने जो सवाल खड़े किए थे, उन पर स्वयं नंबी नारायण ने जवाब दिया है। उन्होंने पूछा है कि क्या हिंदू होना पाप है। अगर वो हिंदू हैं और हिंदू धर्म का अनुसरण करते हैं तो वही तो उनकी बायोग्राफी में दिखाया जाएगा।
इस सन्दर्भ में एक पुराना किस्सा स्मरण आता है कि एक बार एक मुस्लिम नेता ने DRDO को लिखा था कि आप जो भी हथियार(missile आदि) बनाते हैं हिन्दू नाम ही क्यों रखते हो, उस पर DRDO ने बहुत ही सुन्दर जवाब दिया था कि यह डॉ अबुल कलाम से पूछिए। नाम वही रखते हैं।
डेक्कन वाहिनी को दिए गए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने फिल्म की आलोचना को गलत बताते हुए कहा,
“मैं हिंदू हूँ। मुझे कोई शर्म नहीं है हिंदू होने में। क्या हिंदू होना पाप है? अगर मैं हिंदू हूँ और मेरी कहानी दिखाई जा रही है तो वो मुझे हिंदू की तरह ही तो दिखाएँगे । वह लोग मुझे मुस्लिम या ईसाई तो नहीं दिखा सकते…। तो फिर हम किस बारे में बात कर रहे हैं? क्या ब्राह्मण होना पाप है? मैं ब्राह्मण नहीं हूँ, वो अलग सवाल है। अगर कोई ब्राह्मण है तो क्या आप उसे हटा देंगे? कितने ब्राह्मण हैं जिन्होंने इस देश को अपनी सेवा दी। कोई एक नहीं। बहुत सारे। मैं आपको लिस्ट दे सकता हूँ।”
Padma Bhushan S. Nambi Narayan on media Narratives about him -
— Jahidhussain (@JahidHussain2) July 19, 2022
" Is it a Sin to be a Hindu? Don't label me as BJP person or Shiv Sena or some other party. I am happy to receive the acknowledgement from all political parties of both extremes." pic.twitter.com/PSP9EHPJ9b
We need to expose those who spreading fake propaganda about Hindu terrorism ✋
— विशाल तायवाड़े 🚩 (@VishalTaywade7) July 20, 2022
Lutyens media set the agenda & misleading to musl!ms & spreading hate in the social community 🤡👻
This is completely paid & bias 🤖 pic.twitter.com/sFZ65DobJC
उन्होंने कहा, “मैं बस ये कहना चाहता हूँ कि हम बेवजह मामले को रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। हम नरेंद्र मोदी को भाजपा नेता कहते हैं न कि प्रधानमंत्री। आपकी जानकारी के लिए बताता हूँ, नरेंद्र मोदी को भूल जाएँ। क्या आप जानते हैं कि वर्तमान के केरल मुख्यमंत्री ने मेरा कितना समर्थन किया था? जिस ढंग से उन्होंने मुझे समर्थन दिया वो जितना बताओ उतना कम है? उन्होंने मेरे मामले को लंबा खिंचने से रोका। ऐसे में क्या मुझे कम्युनिस्ट कहा जाने लगेगा।”
वह इंटरव्यू में साफ करते हैं कि उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी के प्रति कोई झुकाव नहीं है। लेकिन फिर भी उनसे सवाल हो रहे हैं क्योंकि लोगों की एक मानसिकता बन गई है। वह कहते हैं, “आप मुझसे सवाल नहीं पूछते, क्योंकि आपने एक तरह की मानसिकता बनाई हुई है कि आप मुझ पर बीजेपी का ठप्पा लगाना चाहते हैं।”
उन्होंने इंटरव्यू लेने वाले को सलाह दी वो अपने सवाल में सुधार करें और चीजों को समझें। तब उन्हें पता चलेगा कि चाहे शिवसेना हो या कोई और उनसे किसी का कोई लेना देना नहीं है।
वह बोले, “अगर कोई मुझे समर्थन देता है है तो कृपया ऐसा न दिखाएँ कि मैं उस पार्टी विशेष का हो गया हूँ। मैं ये देखकर खुश होता हूँ मैंने नरेंद्र मोदी और पिनराई विजयन दोनों से बात की। वह दोनों ही शीर्ष पर हैं। अगर मेरा केस सही नहीं होता तो ये दो लोग क्यों मेरे साथ आते।”
No one has vilified Hindu Priestly class more than bollywood....
— Ritu #सत्यसाधक (@RituRathaur) July 19, 2022
Bhand wood made hindus mock & untrust their pujaris --ones who preserved the hindu knowledge for them pic.twitter.com/6KPLuYLhNs
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