मुंबई : चर्च में घुस दाऊद अंसारी ने क्रॉस उखाड़े-कब्रें तोड़ी

                                             चर्च में तोड़ी कब्रें (तस्वीर साभार: फ्री प्रेस जर्नल)
मुंबई के सेंट माइकल चर्च में शनिवार (7 जनवरी 2023) को 18 कब्रें और उन पर लगे क्रॉस तोड़ने के इल्जाम में महीम पुलिस ने दाऊद अंसारी नाम के 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दाऊद को उसके चाचा के घर से रविवार को (8 जनवरी 2023) गिरफ्तार किया। चर्च प्रशासन द्वारा घटना की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दिए जाने के बाद से दाऊद को ढूँढा जा रहा था।

डीसीपी मनोज पाल ने बताया, पुलिस ने कालंबोली निवासी दाऊद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने चर्च की कब्रों में तोड़फोड़ की थी। वह अपने चाचा के साथ नवी मुंबई में गद्दों की दुकान पर नौकरी करता है। फिलहाल उसने ऐसा क्यों किया इसका पता नहीं चल पाया है।

सेंट माइकल चर्च के पादरी फादर लैंसी पिंटू ने कहा, “घटना सुबह 5 बजे के आसपास की है। चौकीदार ने ये बाद में देखा। सुबह भीड़ होती है इसलिए मुझे भी घटना का 8:30 बजे पता चला। इसके बाद घटना के बारे में फौरन पुलिस को इन्फॉर्म किया गया।”

बताया जा रहा है कि ये चर्च 400 वर्ष पुराना है और कब्रगाह भी तभी बनाई गई थी। अंसारी को फुटेज में देखने के बाद उसको पकड़ा गया। वह सीसीटीवी में तोड़फोड़ के बाद चर्च में घुटनों पर बैठकर प्रार्थना करते हुए भी देखा जा सकता है।

पुलिस का कहना है कि ये मामला गंभीर है क्योंकि इसमें धार्मिक एंगल भी है। वह लोग घटना के पीछे की मंशा पता करने में जुटे हैं। सीसीटीव में दिख रहा है अंसारी चर्च में करीबन 5:30 बजे घुसा। जब प्रार्थना शुरू हुई तो वो बाहर आ गया और उसने कब्रगाह में बड़ा पत्थर उठाकर करीबन 18 कब्रें तोड़ीं। इसके बाद वह चर्च में गया। वहाँ उसने अपना बस्ता नहीं पाया और इसकी शिकायत सुरक्षाकर्मियों से की।

वॉचमैन जब उसका बस्ता खोज रहा था तभी उन्हें कब्रगाह में हुई तोड़फोड़ का पता चला। शक होने पर अंसारी को पकड़ा गया। चर्च प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। लेकिन उस समय अंसारी किसी तरह वहाँ से भाग निकला। बाद में पुलिस ने सीसीटीवी देख उसकी तलाश शुरू की।

पुलिस ने कहा कि ये सब उसने जानबूझकर किया है। इस बीच मिड डे की रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से दाऊद को मानसिक रूप से बीमार बताया गया है। रिपोर्ट में यह भी दावा है कि पुलिस ने कहा कि आरोपित अपनी अम्मी के जाने के बाद से मानसिक रूप से तनाव में था। उसने भगवान में विश्वास करना बंद कर दिया था।

सवाल यह है कि अगर दाऊद मानसिक रूप से बीमार है, चर्च में ही क्यों गया, किसी मुस्लिम कब्रिस्तान में क्यों नहीं गया? मानसिक बीमार है तो अपना घर क्यों नहीं तोडा? मानसिक रूप से बीमार है, फिर कब्रें तोड़ भागा क्यों? इस मानसिक रोगी के बैंक खातों की जाँच की जाए। रिमांड पर लेकर इससे कबूलवाया जाए कि किसके कहने पर ऐसी हरकत की है? ये मानसिक रोगी नहीं, बल्कि मुंबई का माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रहा था। सारे छद्दम धर्म-निरपेक्ष, गंगा-जमुनी तहजीब की दुहाई देने वाले, इसलिए चुप्पी साधे हुए हैं, शायद सभी के घर मातम है।  

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