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| पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मणिपुर जैसे हालात की धमकी दी थी (चित्र साभार: ANI & ABP) |
गौरतलब है कि उत्तराखंड में हाल ही में UCC लागू किया गया है। इसी को लेकर मुस्लिमों के सड़कों पर उतरने की धमकी बड़े मौलानाओं से लेकर मुस्लिम सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर तक दे रहे थे। इसमें कांग्रेस के बड़े नेता भी शामिल थे। ऐसी ही कई धमकियाँ अब वायरल हो रही हैं। UCC का विरोध करने वालों में से कोई बताए कि कानून विश्व के कौन से देश में लागू नहीं है। भारत में कट्टरपंथियों द्वारा देश के किसी भी कानून का विरोध करने के कारण कोई मुस्लिम देश भारतीय मुसलमानों को वह इज्जत नहीं देता, जिसके वह अधिकारी हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा मुस्लिम देश का दौरा करने पर जो कट्टरपंथियों ने बबाल मचाया, उस पर सऊदी अरब ने किस तरह अपमानित किया किसी से छिपा नहीं। सऊदी अरब ने कहा था कि 'मुसलमान बन गए हो तो इसका मतलब नहीं कि हर मामले में दखल दो।'
अवलोकन करें:-
देखिए कैसे भारत का इस्लामीकरण करने का प्रयास होता रहा:
एक पोस्ट में एक कट्टरपंथी मुस्लिम इन्फ्लुएन्सर शादाब चौहान, जो कि खुद को पीस पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बताता है, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को धमकी देता दिखा था। उसने मुस्लिमों की ताकत को कम ना आँकने की धमकी दी थी।
शादाब चौहान ने हल्द्वानी दंगे (8 फरवरी, 2024) से दो दिन पहले सीधी धमकी देते हुए लिखा था, “कान खोल करके सुन लो पुष्कर सिंह धामी, किसी की औकात नहीं है जो भारत के मुसलमानों को अल्लाह के हुकुम और हमारे नबी के तरीके पर चलने से रोक सके। अगर तुम हमको कमजोर समझ रहे हो तो गलती कर रहे हो, हमारी ताकत का अंदाज़ा तुम नहीं लगा सकते। हम हर संवैधानिक संघर्ष के लिए तैयार हैं। हमारी ताकत संविधान का अनुच्छेद 25 है, जिसके सामने तुम्हारी कोई हैसियत नहीं है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और कांग्रेस, तुम्हारी भी जिम्मेदारी है कि इसके लिए संवैधानिक संघर्ष करो।”
One reason for unrest in Haldwani... He should be arrested @pushkardhami ji#Haldwani pic.twitter.com/z135eNEWrq
— ABHISHEK SEMWAL (@Abhiisshhek) February 8, 2024
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भी ऐसे हालातों की चेतावनी दी थी। उन्होंने UCC पर कहा था कि इससे राज्य में अशांति हो सकती है। राज्य के हालत मणिपुर में तब्दील हो सकते हैं। उन्होंने UCC के बाद होने वाली हिंसा का उदाहरण कूकी-मैतेई समुदाय से जोड़कर दिया था। उनका यह बयान भी अब वायरल हो रहा है।
▶️Uniform Civil Code पर कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का विवादित बयान, कहा- UCC से उत्तराखंड में अशांति हो सकती है और मणिपुर जैसे हालात बन सकते हैं pic.twitter.com/2XHQrqdLmZ
— The Pamphlet (@Pamphlet_in) February 6, 2024
कांग्रेस यही करना चाहती है पर ये हो नहीं सकेगा।
— दिल्ली दरबार 🇮🇳 (@Citizen_o_India) February 8, 2024
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति उत्तराखण्डम्।
अभ्युत्थानाय धर्मस्य सृजाहम्यं बुलडोजरम्॥
कल सुबह ही पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री
— प्रमोद राजपूत (सनकी .7) 🇮🇳🚩 (@pramodsingh_07) February 9, 2024
हरीश रावत दावा किया था कि उत्तराखंड में
मुस्लिमों को छेड़ा तो मणिपुर जैसे हालात होंगे
शाम तक ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश देने की नौबत आ गई, और रावत मौक़े पर पहुँच कर सुनिश्चित कर रहे थे कि पुलिस की जवाबी कार्यवाही न हो https://t.co/HJId7ElF41 pic.twitter.com/a2X7f7D9Ha
उत्तराखंड में UCC के आते ही मुस्लिम मौलानाओं ने धमकियाँ देना चालू कर दी थीं। देहरादून के शहर काजी हम्मद अहमद कासमी ने सड़क पर उतरने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि देश के बुद्धिमान लोग यूनिफॉर्म सिविल कोड की जरूरत नहीं मानते हैं। वहीं मुस्लिम युवाओं ने भी इस कानून को ना मानने की बात कही थी।
▶️यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोध में देहरादून जामा मस्जिद के शहर काजी बोले, "सड़क पर उतरेंगे"#UniformCivilCode pic.twitter.com/qZhHDF8oeH
— The Pamphlet (@Pamphlet_in) February 6, 2024
उत्तराखंड में मुस्लिम आबादी का एक हिस्सा UCC लाने के विरोध में था। कई कट्टरपंथी इसके खिलाफ बड़े प्रदर्शन और सड़कों को जाम करने की धमकी दे रहे थे। इसके दो दिनों के भीतर ही हल्द्वानी से हिंसा की खबर आ गई।


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