क्या कांग्रेस के पाकिस्तान प्रेम का असर एक दिन में नज़र आ गया; पहले पाकिस्तान जिंदाबाद हुआ और अगले दिन बेंगलुरु में धमाका

 सुभाष चन्द्र

कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के पहले से ही मुस्लिम तुष्टिकरण और हिन्दू विरोधी नीतियां शुरू कर दी थी। अब हाल ही में मंदिरों को लूटने का भी कार्यक्रम बना कर पैसा मस्जिदों, मदरसों और चर्चों में लगाने का बिल विधान सभा से पास करा लिया था जो विधान परिषद में गिर गया लेकिन ये विचार कांग्रेस की कुटिल बुद्धि में घुस चुका है तो उसे पूरा करने का जुगाड़ ये लगाते ही रहेंगे

लेखक 
अभी याद होगा कुछ दिन पहले भी मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर पाकिस्तान जाकर पाकिस्तान की शान में कसीदे पढ़े थे और 29 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सईद नासिर हुसैन की जीत के बाद उसके समर्थकों ने विधानसभा परिसर में “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाए

विधानसभा में भाजपा द्वारा विरोध जताने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हमने “वॉयस रिपोर्ट जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दी और यदि इसमें “पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाया गया पाया गया तो ऐसे व्यक्ति को गंभीर सजा दी जाएगी दूसरी तरफ खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने ऐसे नारे से इंकार किया और इसे भाजपा की साजिश बता दिया नारे सुनकर भी इन लोगों को पता नहीं लगता कि क्या नारा लगा है 

अब खबर है कि फॉरेंसिक जांच में साबित हो गया है कि पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया गया था जिसके लिए पुलिस ने हावेरी जिले के एक मिर्च व्यापारी को हिरासत में लिया है लेकिन  उसके खिलाफ कोई कार्रवाई होगी क्या क्योंकि कांग्रेस के बड़े नेता बीके हरिप्रसाद ने तो पाकिस्तान को एक तरह कांग्रेस का “मित्र देश” बता दिया है और कोर्ट इसे “अभिव्यक्ति की आज़ादी” भी कह सकता है

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भाजपा के लिए “शत्रु देश” है जबकि हमारे लिए एक “पड़ोसी मुल्क” है और सहारा लिया आडवाणी जी की लाहौर यात्रा का जिसमे उन्होंने जिन्ना की तारीफ़ की थी आडवाणी की एक यात्रा को कंधा बनाए रहते हैं कांग्रेस के लोग जबकि पाकिस्तान को जन्म देकर कांग्रेस ने तभी से पाकिस्तान की लल्लोचप्पो ही की है

एक दिन “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगवाए कांग्रेस ने और दूसरे दिन बेंगलुरु में बम धमाका होता है जबकि पिछले 10 सालों से कोई आतंकी हमले नहीं हुए क्या कांग्रेस मोदी सरकार के इसी दावे को पलीता लगाना चाहती है कि भाजपा राज में कांग्रेस राज की तरह आतंकी हमले नहीं हुए कांग्रेस भूल रही है कि इस धमाके की जिम्मेदारी भी कांग्रेस सरकार पर होगी जो अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान जिंदाबाद नारे लगवा कर और फिर पाकिस्तान को “मित्र देश’ बता कर पाकिस्तान के साथ खड़ी है 

यह धमाका भारत विरोधी निताशा कौल को वापस भेजने के बाद हुआ कांग्रेस सरकार वैसे ही इस महिला को निमंत्रण पर बुला कर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की दोषी है क्योंकि निताशा कौल पाकिस्तान प्रेमी और भारत विरोधी है, कहती है कश्मीर भारत का नहीं है और 370 हटाना गलत है जबकि यह महिला कश्मीरी है और ऐसी भारत विरोधी महिला से कांग्रेस के संबंध का क्या मतलब है 

जो माहौल कांग्रेस ने कर्नाटक में बनाया हुआ है और जिस तरह राज्य सरकार का खजाना खाली हो चुका है और विकास के पैसा बचा ही नहीं है ऐसे में कोई निवेश राज्य में होना नामुमकिन है, कांग्रेस के विदेशी आका चाहते हैं  कि भारत को खोखला करते रहो और अडानी अंबानी टाटा का विरोध करते रहो

अभी तो कांग्रेस का युवराज राहुल “कालनेमि” लंदन से कोई नया टूल किट लेकर आया होगा जो हो सकता है चुनाव से पहले देश में दंगे भड़काने के काम आएगी 

No comments: