नीचता की भी हद होती है; मोदी विरोध में कायस्थों के अराध्य देव भगवान चित्रगुप्त का अपमान करने की कैसे हिम्मत की कांग्रेसी पवन खेरा? तेरे में शर्म है या नहीं ?

नीचता की भी हद होती है, पहले हिन्दू विरोधी कांग्रेस अपने शासनकाल में किस तरह पुरुषोत्तम श्रीराम का अपमान करती रही और अब कायस्थों के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त का अपमान कर रही है। कांग्रेस में जितने भी कायस्थ है, उन्हें तुरन्त कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। इतना ही नहीं जब तक पवन खेरा नाक रगड़ कर माफ़ी न मांगे कोई कायस्थ कांग्रेस को वोट नहीं दे।  कांग्रेस अपने आप साबित कर रही है कि यह एक हिन्दू विरोधी पार्टी है। 

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हर राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति तय करने में लगा हुआ है। हालाँकि, INDI गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस रोज-नए विवाद पैदा कर रही है। कभी कंगना रनौत को लेकर आपत्तिजनक बयान देती है तो कभी हिंदू देवी-देवताओं को लेकर टिप्पणी करती है। अब कांग्रेस के एक बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। यूजर्स का कहना है कि कांग्रेस ने कायस्थ समाज के कुलदेवता चंद्रगुप्त भगवान का अपमान किया है।


दरअसल, कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने रविवार (14 अप्रैल 2024) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “आज की प्रेस कांग्रेस की शुरुआत में यमलोक की एक घटना का मैं जिक्र करना चाहता हूँ। यमराज ने एक ऐसी मशीन बनाई थी कि जब भी कोई झूठ बोलता था तो टन…टन… आवाज शुरू हो जाती। आज सुबह से मशीन बंद ही नहीं हुई। टन…टन…टन… बजे जा रही है।”

उन्होंने आगे कहा, “यमराज बहुत चिंतित हुए और चित्रगुप्त को बुलाया और कहा कि चित्रगुप्त ये बंद क्यों नहीं हो रही है। चित्रगुप्त ने कहा- महाराज, आज मोदी जी का संकल्प पत्र जारी होने वाला है। अभी तक बज रही है, आपको आवाज आ रही होगी। ये स्थिति एक ऐसे नेता की हो गई है, जो 10 साल से प्रधानमंत्री है। मोदी जी के घोषणा पत्र का नाम संकल्प पत्र नहीं, माफीनामा होना चाहिए।”

पवन खेड़ा ने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधने के लिए जिस तरह की कहानी गढ़ी और उसमें यमराज एवं चित्रगुप्त का वर्णन किया, उससे सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। सोशल मीडिया यूजर्स पवन खेड़ा और कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता रहे हैं। उन पर हिंदू देवता का अपमान करने का आरोप लग रहा है।

NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भी इसको लेकर पवन खेड़ा और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने X पर लिखा, “चित्रगुप्त जी “भगवान” हैं, अपमानजनक तरीक़े से भगवान चित्रगुप्त जी का नाम लेना भगवान की निंदा करना है। ये केवल हमारे कायस्थ कुल का नहीं बल्कि समस्त हिंदुओं का अपमान है, ये असहनीय है।”

अंकुश नाम के सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “चित्रगुप्त जी संपूर्ण कायस्थ समाज के लिए भगवान स्वरुप हैं। वह तो स्वयं संपूर्ण कायस्थ समाज के कुलदेवता भी हैं। हैरानी तो नहीं हुई के पवन खेड़ा जी उनका सम्मान नहीं कर पाए क्यूंकि कांग्रेस तो समस्त सनातन के विनाश में ही लगी हुई है। कांग्रेस का विनाश निश्चित है।”

राकेश पांडेय नाम के यूजर ने लिखा, “चित्रगुप्त देव हैं, उनका अपमान करना हिंदुओं का अपमान है। संपूर्ण कांग्रेस हिंदुओं के देवी-देवताओं को अपमानित करने का ठेका लेकर बैठी है। अब इस पर कार्यवाही हो तो ये मूर्ख प्रवक्ता और नेता विक्टिम कार्ड दिखाने लगते है।”

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पंकज सिन्हा नाम के यूजर ने लिखा, “बोलते रहो, बोलते-बोलते अपने आप एक दिन ऐसा होगा कि मुख से आवाज आनी बंद हो जाएगी और फिर अचानक तुम्हारे मुख आवाज निकलने लगेगी – मोदी, मोदी। भारत को भारत नहीं बनने देनेवाले तुम्हारे जैसे लोग और तुम्हारा दल कांग्रेस का अब कोई महत्व नहीं है।”

शुभम वर्मा ने लिखा, “भगवान चित्रगुप्त सभी कायस्थों के अराध्य देव हैं । कांग्रेस को इनका अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। कॉन्ग्रेस को माफी माँगनी चाहिए, अन्यथा कोई भी कायस्थ कभी कांग्रेस को वोट नही करेगा।”

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