रेवंत रेड्डी का लोकतंत्र, स्कूलों में आतंकी धमकी और पाकिस्तानी फवाद हुसैन का कांग्रेस के लिए “प्रचार”; नूपुर गुमनाम और फेक वीडियो बनाने वाला आज़ाद क्यों?

नूपुर का फेक वीडियो प्रसारित करने वाला
आज़ाद क्यों घूम रहा है?
सुभाष चन्द्र

जितनी तत्परता से दिल्ली पुलिस गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो पर दिखा रही है, उस समय गृह मंत्रालय और पुलिस क्या कर रही थी, जब नूपुर शर्मा का फेक वीडियो प्रसारित कर मुस्लिम कट्टरपंथियों का 'सर तन से जुदा' गैंग सक्रीय हो गया था? और बेकसूर नूपुर को गुनाहगार बना दिया गया। कन्हैया लाल तेली का क़त्ल करने वालों को अब तक फांसी क्यों नहीं हुई?  'सर तन से जुदा' गैंग को कितने रूपए मिले थे और किसने किसके कहने पर दिए थे? जैसाकि जाहिर हो चूका है कि जॉर्ज सोरोस मोदी सरकार को हटाने के लिए पैसा पानी की बहा रहा है, फिर भी सरकार और अदालतें उपद्रवियों पर ढील बरत रही है, क्यों? कहीं शोभा यात्राओं पर, कहीं हिन्दू त्योहारों पर दंगा, क्यों नहीं सरकार पत्थरबाजों और घरों और मस्जिदों में पत्थर जमा किसके इशारे पर किए? क्यों नहीं अब तक उनको मिल रही सरकारी सुविधाएं ख़त्म की गयी? जब तक सरकार और अदालतें ऐसे मामलों पर ढील बढत्ती रहेंगी ऐसे मामले ख़त्म नहीं होंगे। 

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा गृह मंत्री का फेक वीडियो जारी करने पर दिल्ली पुलिस ने जब उस पर केस दर्ज करके 1 मई को दिल्ली summon किया तो रेड्डी की पहली प्रतिक्रिया थी “हम नोटिस से डरने वाले नहीं हैं” यानी इतने बड़े दर्जे के माफिया हो कि अपराध भी करोगे और धमकी भी दोगे। 

दूसरी तरफ कांग्रेस ने कहा रेड्डी को दिल्ली पुलिस का summon “स्वतंत्र और निष्पक्ष” चुनाव के ताबूत में एक और कील है कांग्रेसी जयराम रमेश ने तो रेड्डी को और बड़ा तमगा दे दिया और कहा कि “प्रधानमंत्री को रेवंत रेड्डी से डर क्यों लगता है”? कमाल है यार, केजरीवाल और उसके चमचे कहते हैं मोदी केजरीवाल से डरता है; राहुल “कालनेमि” कहता है मोदी मेरे X-Ray से डर गया और अब जयराम रमेश कहता है कि मोदी रेड्डी से डर गया, सारे के सारे क्या ऐसे भयानक हैं मोदी को डराने के लिए

लेखक 
चर्चित यूटूबर 
पुलिस ने summon भेज दिया तो “स्वतंत्र निष्पक्ष” चुनाव में कील ठोक दी गई और “फेक वीडियो” जारी करने में सब कुछ स्वतंत्र और निष्पक्ष था अब चुनाव का बहाना बना कर summon पर आने के लिए 15 दिन मांग रहे हो लेकिन चुनाव बीत जाने का इंतज़ार नहीं कर सकते थे वीडियो जारी करने को, जब वीडियो जारी कर सकते हो तो summon पर भी आना चाहिए ये परसो केजरीवाल के केस में सुप्रीम कोर्ट के चुनाव के समय गिरफ़्तारी पर पूछे गए सवाल का जवाब भी है कि कोई अगर चुनाव के समय अपराध करेगा तो गिरफ्तार भी होगा

मई 1 को दिल्ली के 178 स्कूलों के हज़ारों बच्चों को बम प्लांट करने की धमकी से दहला दिया गया और जो ईमेल में भाषा लिखी वह पूरी तरह आतंकियों की भाषा थी और कल ही पाकिस्तान में इमरान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन ने राहुल गांधी की तारीफ़ कर उसके लिए वोट की दुआ भी कर दी याद कीजिये कभी इमरान खान से राहुल गांधी भाषण के अंश UNO में अपने भाषण में बोले थे

कोई ऐसा चुनाव नहीं होता जिसमें पाकिस्तान की एंट्री न होती हो कांग्रेस का संबंध पाकिस्तान और आतंकियों से जगजाहिर है और इसलिए स्कूलों में धमकी देने वालों के तार भी कांग्रेस से जुड़े हो सकते हैं, इसकी भी सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता अमित शाह के फेक वीडियो में कांग्रेस और आप के नेता पकडे गए हैं, तो स्कूलों में धमकी में भी इनके लोग मिल सकते हैं

कांग्रेस का manifesto भी मुस्लिम लीग का और अब पाकिस्तान से कांग्रेस के लिए प्रचार जाहिर करता है कांग्रेस का कितना गहरा संबंध है भारत के दुश्मन देश से कांग्रेस के नेता बी के हरिहर प्रसाद ने कुछ दिन पहले कहा भी था कि पाकिस्तान भाजपा के लिए दुश्मन हो सकता है लेकिन कांग्रेस के लिए मित्र देश है

अब सबसे बड़ी मजे की बात देखिए कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी कह रहे हैं कि फवाद हुसैन पर शाहबाज़ शरीफ और नवाज शरीफ का दबाव था ऐसा बयान देने के लिए कि जिससे चुनाव में भाजपा को फायदा हो जाए ऐसे बेसिरपैर के भी बयान कांग्रेस के नेता दे सकते हैं, मेरी समझ से परे है भला पाकिस्तानी सरकार का भाजपा से क्या लेना देना है जो वो भाजपा की मदद करेगी और फवाद हुसैन उनके दबाव में आ जाएगा वो तो राहुल गांधी की तारीफ कर रहा है भाजपा की नहीं भाजपा को तो वो कट्टरपंथी कह रहा है

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