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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस बर्बरता के खिलाफ अब देशभर में आक्रोश की लहर उठ रही है, जिसकी गूँज संगम नगरी प्रयागराज तक पहुँच चुकी है। यहाँ श्रृंगवेरपुर धाम में जगद्गुरु शांडिल्य जी महाराज के नेतृत्व में संत समाज ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ विशेष अनुष्ठान ‘यज्ञ’ की शुरुआत की है।
इस आयोजन के तहत बटुक ब्राह्मणों द्वारा एक हजार आहुतियों के साथ हवन किया गया। ये आहुतियाँ पहलगाम में मारे गए श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति और पाकिस्तान के समूल नाश की कामना के लिए समर्पित था। जगद्गुरु शांडिल्य जी ने स्पष्ट किया कि यह यज्ञ तब तक जारी रहेगा जब तक पाकिस्तान का अस्तित्व समाप्त नहीं हो जाता।
वही पहलगाम में मारे गए लोगों के लिए लखनऊ में शोक सभा का आयोजन किया गया, साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने मारे गए लोगों के लिए संवेदना व्यक्त की। 23 अप्रैल 2025 को श्री काशी विश्वनाथ धाम में अति रुद्र का पाठ आयोजित किया।
देवकीनंदन महाराज ने कहा- पाकिस्तान को केंद्र सरकार मुंह तोड़ जवाब दे: वृंदावन के कथा वाचक देवकीनंदन महाराज ने कहा हमें शांति का दूत नहीं बनना। पाकिस्तान को केंद्र सरकार मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। हर बार सनातन हिंदुओं पर ही अत्याचार क्यों किए जाते हैं. पुलवामा में आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर गोलियां बरसाईं। क्या हिंदू गोली खाने के लिए बचे हुए हैं?
वहीं संत दिनेश शर्मा ने कहा कि इस आतंकवादी वारदात ने पूरे देश को विचलित कर दिया है। हिंदुओं को चुन-चुन कर गोली मारी गई है। कश्मीर में जितने भी मदरसे हैं, उनको बंद कर देना चाहिए। वहां के कट्टरपंथी और मौलवियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।
श्रृंगवेरपुर में अनुष्ठान किया गया: जगद्गुरु रामानुजाचार्य शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि भगवान राम ने यहा से पूजन हवन के बाद पूरी लंका पर विजय हासिल की थी। आज भगवान राम की नगरी से पाकिस्तान और आंतकवाद का स्वाहा करने के लिए यज्ञ किया जा रहा है। हमारे लोग जो इस आंतकवादी हमले में मारे गए हैं, उनको संतों और बटुक ब्राह्मणो द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। मृतकों की आत्मा की शांति के लिए आहूति दी जा रही है। बटुक ब्राह्मणों के साथ संत समाज ने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ एक हजार आहुतियां दीं।
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