कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को लेकर सियासी संग्राम तेज हो गया है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी 17 अगस्त से 16 दिन की बिहार यात्रा पर निकले हैं, लेकिन इस यात्रा के रूट को लेकर लोगों ने तीखे सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी की ये यात्रा खासतौर से उन इलाकों से निकल रही है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है।
मुस्लिम बहुल जिलों का चयन — संयोग या रणनीति?
राहुल गांधी की यात्रा जिन जिलों से होकर गुजर रही है, वे सभी मुस्लिम बहुल इलाके हैं:
किशनगंज – 68 प्रतिशत
कटिहार – 43 प्रतिशत
अररिया – 41 प्रतिशत
पूर्णिया – 37 प्रतिशत
इसके अलावा, दरभंगा, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, भागलपुर और मधुबनी में भी मुस्लिम आबादी 18 से 22 प्रतिशत के बीच है।
बिहार की सीमाओं से लगे इन जिलों में मुस्लिम आबादी अधिक है। और संयोग देखिए, राहुल गांधी की यात्रा ठीक इन्हीं जिलों से होकर गुजर रही है। चुनाव आयोग के स्पेशल इनटेंसिव रिवीजन (SIR) के विरोध में राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर लोगों का साफ कहना है कि ये महज संयोग नहीं, बल्कि कांग्रेस की एक सोची-समझी वोट बैंक आधारित रणनीति का हिस्सा है।
This map tells the truth.
Along Bihar’s border, Muslim population is alarmingly high in key districts — Kishanganj (68%), Katihar (43%), Araria (41%), Purnia (37%).
These are the very areas where illegal infiltrators from Bangladesh are concentrated.
And where is Rahul… pic.twitter.com/MV2TquePb9
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की इस यात्रा में खास तौर पर मुस्लिम बहुल जिले शामिल किए जाने को लेकर बीजेपी में जमकर निशाना साधा है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी की यात्रा का पैटर्न साफ है– जहां मुस्लिम वोट बैंक ज्यादा है, वहीं वो जा रहे हैं। ये यात्रा नहीं, वोट बैंक की सियासत है।
🔴#BREAKING : बिहार में राहुल गांधी की यात्रा पर बीजेपी का निशाना, कहा- 'जहां मुस्लिम आबादी, वहां राहुल की यात्रा'@AnjeetLive | #Bihar | #RahulGandhi pic.twitter.com/QSJcXtwz6t
ये वही इलाके हैं जहां बांग्लादेश से अवैध घुसपैठियों की सबसे ज्यादा मौजूदगी है। इन जिलों में सीमा पार से आकर बसे अवैध प्रवासी न सिर्फ सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि भारत के जनसंख्यात्मक संतुलन- डेमोग्राफी को भी बिगाड़ रहे हैं। यह राजनीति नहीं, सुरक्षा का सवाल है। अदालत भी कह चुकी है कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए भारत की सुरक्षा और सामाजिक ढांचे के लिए खतरा हैं। लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस हमेशा ऐसे ही ‘ताकतों’ के साथ खड़े दिखाई देते हैं। चाहे वो असम हो, पश्चिम बंगाल हो या अब बिहार। जहां-जहां डेमोग्राफिक बदलाव हुए, कांग्रेस वहां मौन समर्थन देती रही।
जहां जहां संख्या में भारी हैं 'भाईजान' सोरोस के गुलाम राहुल गांधी की “घुसपैठिया बचाओ यात्रा” का सच ये है... pic.twitter.com/4GZAGbndP6 जननायक 2018 में ही कह चुके हैं कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। ख़ैर इस यात्रा के बाद भी वो बस 1 लोकसभा सीट- किशनगंज (जो कि मुस्लिम बहुल है) जीत सकते हैं। राहुल गांधी की वोट अधिकार रैली का उद्दैश्य - Did you know ?
वहां वहां खोलेंगे पप्पू जी 'झूठ की दुकान'
राहुल गांधी की “घुसपैठिया बचाओ यात्रा” का सच। pic.twitter.com/lrFoZ7AywO
यह यात्रा बस मुसलमानों को गोलबंद करने की कवायद लगती है क्योंकि PK ने लालूजी के MY में M को सबसे अधिक डेंट पहुंचाया है। ✅ pic.twitter.com/z4hz20Hs2i
मुस्लिम वोट बंट न जाए ! जिन जिलों में बंग्लादेशी , रोहिंग्या घुसपैठिये बसे हुए है उन क्षैत्रो से होकर गुजरेगी यात्रा ।
हिन्दु कभी हिन्दु के लिए लामबंद नही रहा ।#VoterAdhikarYatra pic.twitter.com/ILhCBuPOOh
Rahul Gandhi’s Vote Adhikar Yatra in Bihar going only through Muslim-dominated areas.
इनको हिंदुओं के वोट चाहिए ही नहीं 🤔
See the Map 👇 pic.twitter.com/SzdGos3acj
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