मोदी ने खेल दिया भावात्मक कार्ड जो ले डूबेगा कांग्रेस और RJD ही नहीं INDI गठबंधन को; यह गुंडागर्दी एक सोंची-समझी हरकत; मुसलमान से गाली दिलवाना दंगा करने की साज़िश थी क्या?


जिस बात की उम्मीद थी कि 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा से वापस आकर कांग्रेस और आरजेडी के मंच से माँ को दी गयी गाली पर अपने गुस्से से INDI गठबंधन को मुंह तोड़ जवाब देंगे जो सितम्बर 2 को वह बात सामने आ गयी। यह कहना कि जिस समय मंच से माँ को गाली दी जा रही थी उस समय राहुल और तेजस्वी मंच पर नहीं थे। लेकिन जब मंच पर पप्पू यादव और कन्हैया कुमार जैसों को चढ़ने नहीं दिया जाता वह गालीबाज कैसे चढ़ा? यानि यह गुंडागर्दी एक सोंची-समझी हरकत है। इतना ही मुसलमान से गाली दिलवाना दंगा करने की साज़िश थी क्या? अगर राहुल भारत में बांग्लादेश बनाना चाहते है तो यह उनकी भयंकर भूल है। अगर ऐसी गुंडागर्दी हुई कांग्रेस तो क्या INDI गठबंधन की भी उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। अभी भी समय है कि 
INDI गठबंधन में शामिल पार्टियां कांग्रेस और RJD से दूरी बना लें।

  

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार, 02 सितंबर को बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन भावुकता से भरा रहा। दरअसल में दरभंगा में कांग्रेस-आरजेडी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पीएम मोदी की दिवंगत मां को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं। इसका जिक्र करते हुए भावुक प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ उनकी मां को नहीं, बल्कि देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘बिहार वो धरती है जहां मातृशक्ति का सम्मान सर्वोपरि रहा है। यहां गंगा मइया, कोसी मइया, गंडकी मइया, पुनपुन मइया की पूजा होती है। जानकी जी जैसी बेटियां इसी धरती की गौरव हैं। ऐसे समृद्ध परंपरा वाले बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में आरजेडी-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। ये गालियां सिर्फ मेरी मां के लिए नहीं। ये देश की हर मां-बहन-बेटी के लिए थीं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां के जीवन संघर्षों को याद करते हुए भावुक अंदाज में कहा कि मेरी मां ने मुझे देश की सेवा के लिए आशीर्वाद देकर विदा किया था। वो खुद गरीबी में रहीं, कभी आराम नहीं किया। उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था। फिर भी उन्हें गालियां दी गईं। क्या यही कांग्रेस-आरजेडी के संस्कार हैं?

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग शाही परिवारों में पैदा होते हैं, उन्हें एक गरीब की सफलता और संघर्ष समझ में नहीं आता। ये लोग सोचते हैं सत्ता उनकी विरासत है। उन्होंने कहा कि एक गरीब मां की तपस्या, उसके बेटे की पीड़ा ये शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते। ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। इसलिए जब एक गरीब मां का बेटा प्रधानमंत्री बनता है, तो वो इसे गाली देने लगते हैं।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कभी मुझे नीच कहा गया, कभी गंदी नाली का कीड़ा, तो कभी जहर वाला सांप। गाली देकर इनकी नामदार वाली सोच बार-बार उजागर हो रही है। और इसी सोच की वजह से ये लोग अब मेरी स्वर्गीय मां को भी अपने मंच से गालियां दिलवाने लगे हैं।

उन्होंने कहा किआरजेडी-कांग्रेस जैसे दल कभी महिलाओं को सशक्त नहीं देखना चाहते। जब एक गरीब घर की महिला आत्मनिर्भर बनती है तो इन्हें बर्दाश्त नहीं होता। महिला आरक्षण का विरोध करते हैं, आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी के दौर में महिलाओं की सुरक्षा पर सबसे बड़ा खतरा था और आज भी उनकी मानसिकता नहीं बदली है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में बिहार में सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं पर ही हुए। हत्याएं, फिरौती, बलात्कार आम बात थी। महिलाएं घर से निकलने से डरती थीं। आज भी वही मानसिकता इन दलों में देखी जा सकती है। आरजेडी को हटाने और बार-बार हराने में बिहार की आप सभी महिलाओं की बड़ी भूमिका रही है। इसीलिए, आरजेडी हो या कांग्रेस, ये लोग आज सबसे ज्यादा महिलाओं के प्रति बौखलाए हुए हैं।

अपने भाषण के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के प्रति घृणा और नफरत की इस राजनीति पर लगाम जरूरी है। देशवासियों को सोचने की जरूरत है कैसी भाषा बोली जा रही है। बिहार की जनता के सामने, मां को गाली देने वालों से कहना चाहता हूं कि मोदी तो उन्हें माफ कर सकता है, लेकिन भारत की धरती मां के अपमान को नहीं भूलेगी। जहां भी आरजेडी और कांग्रेस के नेता जाएं, हर गली-मोहल्ले से एक ही आवाज उठनी चाहिए। ‘मां को गाली नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे’। ‘इज्ज़त पर वार नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे’।

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