पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार राज्य में महिलाओं की इज्जत-आबरू बचाने में एकदम नाकाम साबित हो रही है। संदेशखाली से राजधानी कोलकाता तक महिलाओं का लगातार योन शोषण होने के बावजूद ममता बनर्जी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के बजाए उनपर नमक छिड़कने में लगी हैं। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और लॉ कालेज में बर्बर रेप-मर्डर की दर्दनाक यादें अभी धूमिल भी नहीं हुईं है कि राज्य एक बार फिर गैंग रेप की घटना से दहल उठा। ताजा घटना कोलकाता से 170 किमी दूर दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज के ठीक सामने हुई, जहां ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा पढ़ाई कर रही थी। संदेशखाली यौन शोषण से लेकर कोलकाता के रेप के दोनों मामलों में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता सामने आई थी। बेशर्मी की हदें पार करते हुए सरकार दुष्कर्म जैसे घिनौने मामलों में भी अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं को बचाने की कोशिश करती रही। अब तो ममता बनर्जी के एक कदम और आगे बढ़ते हुए गैंग रेप की इस घटना पर शर्मनाक बयान दिया है कि लड़कियों को “रात में बाहर ही नहीं जाने देना चाहिए।” इस बयान पर बीजेपी ने कड़ा प्रहार करते हुए इसे नारीत्व के नाम पर धब्बा बताया है।
ममता राज में महिलाओं से दरिंदगी के फिर एक मामले पश्चिम बंगाल को बार-बार शर्मसार कर रहे हैं। तृणमूल सरकार के महिलाओं के शोषण के प्रति हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उधर पश्चिम बंगाल में लगातार रेप की घटनाओं के बाद यह भी सवाल उठ रहे हैं कि राहुल-प्रियंका को ऐसे भयावह मामलों के बाद भी कोलकाता जाने की फुर्सत क्यों नहीं मिल रही है? गैंगरेप के ताजा मामला राजधानी से मात्र 170 किमी दूर दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज का है। एमबीबीएस सेकंड इयर की छात्रा रात में अपने दोस्त के साथ डिनर के लिए निकली, तब 8-9 ही बजे का समय था। उस वक्त कैंपस गेट पर 3 युवक खड़े थे। कानून-व्यवस्था के बेखौफ युवकों ने पहले महिला का मोबाइल फोन छीना। फिर उसे बाल पकड़कर कैंपस गेट के सामने जंगल में घसीटकर ले गए, जहां दरिंदों ने मासूम का सामूहिक बलात्कार किया। इससे पहले छात्रा का दोस्त युवकों के धमकाने से डरकर भाग गया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि हम लोग जलेश्वर में थे। शुक्रवार रात करीब 10 बजे बेटी की सहेली ने फोन किया। दुष्कर्म की जानकारी दी। शनिवार सुबह जब मैं वहां पहुंचा, तो मेरी बेटी गंभीर हालत में थी और अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। बेटी की हालत देखकर चीख-चीखकर रोने का मन कर रहा, लेकिन जैसे-तैसे खुद को संभाल रहा हूं। भगवान हमसे क्या गलती हो गई, जो बेटी को इतना कष्ट मिला। कॉलेज कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, न ही यहां इस घटना को लेकर कोई आक्रोश है। कोई प्रतिक्रिया नहीं। मैं बेटी के लिए न्याय चाहता हूं ताकि ऐसी घटनाएं किसी और के साथ न हों।
पश्चिम बंगाल देश के उन 5 टॉप राज्यों में है, जहां महिला अपराध सबसे ज्यादा हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट 2023 बताती है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। 2023 में ऐसे 34691 मामले दर्ज हुए, जो 2022 से 2% ज्यादा हैं। वहां 2023 में 1111 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए थे। दूसरी ओर पीड़िता के दोस्त से जानकारी मिलने के बाद दुर्गापुर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक दरिंदे फरार हो चुके थे। पीड़िता फिलहाल निजी अस्पताल में भर्ती है। जबकि आरोपी फरार हैं। उसकी निशानदेही पर दोस्त, कैंपस के कर्मचारियों समेत कई लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। फिलहाल राज्य स्वास्थ्य विभाग ने दुर्गापुर के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से रिपोर्ट मांगी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम भी दुर्गापुर पहुंच रही है।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुए मेडिकल स्टूडेंट के साथ गैंगरेप की घटना ने राज्य में भारी हंगामा मचा दिया है। इस घटना के बाद बीजेपी ने टीएमसी पर कानून व्यवस्था को लेकर जमकर हमला बोला है। बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी के विवादास्पद बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियों को “रात में बाहर नहीं जाने देना चाहिए”। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुए मेडिकल स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप मामले में बीजेपी ने टीएमसी पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी के उस बयान और उन्हें नारीत्व के नाम पर धब्बा बताया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियां रात में बाहर निकलती ही क्यों हैं। उन्हें खुद को बचाने के लिए बाहर नहीं जाने देना चाहिए।
घटना के बाद बीजेपी ने सीएम ममता पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार राज्य में महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सीएम ममता बनर्जी को “नारीत्व पर एक धब्बा” बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि आरजी कर और संदेशखाली के बाद अब यह भयानक मामला। उन्होंने कहा कि सीएम न्याय देने के बजाय पीड़िता को ही दोषी ठहरा रही हैं। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी ने बार-बार ऐसे बयान दिए हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री चाहती हैं कि सभी महिलाएं बुर्का पहनें और घर पर रहें। उन्होंने कहा कि जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज में घटना हुई थी तो भी एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था। नोटिफिकेशन में कहा गया था कि प्राइवेट कंपनियां महिलाओं को कम रात की शिफ्ट दें। उन्होंने कहा कि अब सीएम कह रही हैं कि महिलाओं को रात में बाहर नहीं जाना चाहिए।
इतनी दरिंदगी के बाद राहुल-प्रियंका को कोलकाता आने से कौन रोक रहा हैपश्चिम बंगाल की राजधानी में मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर, लॉ कालेज के छात्रा और अब विवाहिता के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रहते बंगाल में महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं से देश दहल रहा है। ऐसी घिनौनी घटनाओं को लेकर लोग अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं, लेकिन आपको हैरानी होगी कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं। ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस पर कुछ नहीं बोल रही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि हाथरस कांड पर ये कहने वाले कि ‘दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती’ आखिर इंडी गठबंधन के शासन वाले ममता बनर्जी के बंगाल जाने से उन्हें कौन रोक रहा है? इसे आप दोगलापन नहीं तो क्या कहेंगे कि बीजेपी शासित राज्य में कुछ हो तो दौड़ पर चले जाने वाले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा आखिर बंगाल की घटना पर एक शब्द तक बोल भी नहीं पा रहे हैं।
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