अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पत्नी उषा वेंस के धर्म को लेकर दिए विवादास्पद बयानों के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट में ट्रंप ने लिखा है, “नाइजीरिया में ईसाई धर्म पर अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है। वहाँ हजारों ईसाइयों की हत्या की जा रही है। इन नरसंहारों के पीछे कट्टरपंथी इस्लामी समूह जिम्मेदार हैं।”
— JD Vance (@JDVance) October 31, 2025
ट्रंप ने आगे लिखा है, “लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं है, जब ईसाइयों या किसी भी समुदाय के लोगों की इस तरह हत्या होती है (सिर्फ नाइजीरिया में 3,100, जबकि दुनिया भर में 4,476 मौतें), तो हमें कार्रवाई करनी ही होगी। संयुक्त राज्य अमेरिका चुप नहीं रह सकता जब नाइजीरिया और कई अन्य देशों में ऐसे अत्याचार हो रहे हैं। हम दुनिया भर में अपने महान ईसाई समुदाय की रक्षा करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम हैं।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया, “नाइजीरिया के एक गाँव में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें करीब 20 ईसाई मारे गए। साल 2024 दुनियाभर में धर्म के नाम पर मारे गए लोगों में 70 प्रतिशत लोग ईसाई थे और नाइजीरिया निवासी थे। इस नरसंहार के लिए बोको हराम, इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (ISWAP) और फुलानी उग्रवादी चरवाहे जिम्मेदार हैं।”
जेडी वेंस ने ईसाईयों की रक्षा को लेकर लिखी गई ट्रंप की यह पोस्ट ऐसे समय में शेयर की है, जब वे खुद अपनी हिंदू पत्नी के ईसाई धर्म अपनाने की इच्छा जता रहे हैं और लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं।
‘मेरी आलोचना करने वाले दिखा रहे नफरत’: हिंदू पत्नी को ईसाई बनाने की इच्छा रखकर घिरे अमेरिकी राष्ट्रपति जेडी वेंस, सफाई में बोले- वो नहीं बदलेगी धर्म
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस पत्नी उषा वेंस के साथ (फोटो साभार: न्यूज 18)अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अपनी हिंदू पत्नी उषा वेंस के ईसाई मजहब अपनाने की इच्छा जताई थी। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भारी आलोचना शुरू हो गई, जिसमें कई लोगों ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी के हिंदू धर्म का अपमान किया है। इसके बाद अब इस मामले में जेडी वेंस ने प्रतिक्रिया दी है।
जेडी वेंस ने शुक्रवार (31 अक्टूबर 2025) को अपनी पत्नी उषा वेंस के धर्म को लेकर दिए गए बयान पर बचाव करते हुए कहा कि उनकी पत्नी क्रिश्चियन नहीं हैं और उनका धर्म बदलने का कोई इरादा भी नहीं है। वेंस ने इस मुद्दे पर हुई आलोचना को घृणित बताया और आरोप लगाया कि यह ‘ईसाई-विरोधी पूर्वाग्रह (anti-Christian bigotry)’ से प्रेरित है।
जेडी वेंस ने कहा- चाहता हूँ वह मेरे नजरिए को समझें
वेंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्पष्टीकरण देते हुए लिखा, “वह क्रिश्चियन नहीं हैं और धर्म परिवर्तन की कोई योजना भी नहीं है। लेकिन जैसे हर इंटरफेथ (मिश्रित धर्म) शादी में होता है, मैं भी चाहता हूँ कि एक दिन वह मेरे नजरिए को समझें, फिर भी मैं उन्हें प्यार करता रहूँगा, उनका साथ दूँगा और हम जीवन और आस्था पर बात करते रहेंगे, क्योंकि वह मेरी पत्नी हैं।”
What a disgusting comment, and it's hardly been the only one along these lines.
— JD Vance (@JDVance) October 31, 2025
First off, the question was from a person seemingly to my left, about my interfaith marriage. I'm a public figure, and people are curious, and I wasn't going to avoid the question.
Second, my… https://t.co/JOzN7WAg3A
वेंस ने यह भी बताया कि उषा ही वो व्यक्ति हैं जिन्होंने उन्हें सालों पहले दोबारा अपने धर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी मेरे जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद हैं। उन्होंने ही मुझे अपने धर्म और विश्वास से दोबारा जोड़ने में मदद की।”
अंत में वेंस ने लिखा, “इस तरह की पोस्ट ईसाई-विरोधी कट्टरता को बढ़ावा देती हैं। हाँ, ईसाइयों की भी अपनी मान्यताएँ होती हैं और हाँ, इन मान्यताओं के कई परिणाम होते हैं, जिनमें से एक यह है कि हम उन्हें दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं। यह बिल्कुल सामान्य बात है, और जो कोई भी आपको इसके विपरीत बता रहा है, उसका कोई न कोई एजेंडा जरूर है।”
दरअसल, मिसिसिपी विश्वविद्यालय में Turning Point USA के एक कार्यक्रम के दौरान वेंस ने कहा था कि वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी उषा, जो एक हिंदू परिवार से हैं, भविष्य में ईसाई मजहब को अपनाएँ। उन्होंने कहा था, “अधिकतर रविवार वह मेरे साथ चर्च आती हैं। क्या मैं चाहता हूँ कि किसी दिन उन्हें भी वही अनुभव हो जो मुझे चर्च में हुआ था? हाँ, मैं वास्तव में चाहता हूँ।”
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