छुपे शब्दों में योगी ने जाहिर कर दी मंशा
विजय शोभायात्रा के दौरान एक मंच से बोलते हुए सीएम योगी ने इशारों ही इशारों में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर दी. उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीलाओं को देखकर हम उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें. रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साथ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हमें करनी चाहिए जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीलाओं का आयोजन हम करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें राम मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू करनी चाहिए.
विजय शोभायात्रा के दौरान एक मंच से बोलते हुए सीएम योगी ने इशारों ही इशारों में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर दी. उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीलाओं को देखकर हम उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें. रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साथ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हमें करनी चाहिए जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीलाओं का आयोजन हम करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें राम मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू करनी चाहिए.
आरएसएस प्रमुख भागवत ने भी उठाया था राम मंदिर मुद्दा
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरूवार (18 अक्टूबर) ने सरकार से अपील की थी कि वह कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करे. संघ द्वारा आयोजित वार्षिक विजयदशमी पर्व में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि राम जन्मभूमि के लिए स्थान का आवंटन अभी बाकी है, जबकि साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि उस जगह पर मंदिर था. यदि राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता तो वहां पर मंदिर काफी पहले ही बन गया होता. हम चाहते हैं कि सरकार कानून बनाकर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करे.
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरूवार (18 अक्टूबर) ने सरकार से अपील की थी कि वह कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करे. संघ द्वारा आयोजित वार्षिक विजयदशमी पर्व में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि राम जन्मभूमि के लिए स्थान का आवंटन अभी बाकी है, जबकि साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि उस जगह पर मंदिर था. यदि राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता तो वहां पर मंदिर काफी पहले ही बन गया होता. हम चाहते हैं कि सरकार कानून बनाकर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करे.
”राष्ट्र के ‘स्व’ के गौरव के लिए जरूरी है राम मंदिर निर्माण- भागवत
मोहन भागवत ने कहा था, ”राष्ट्र के ‘स्व’ के गौरव के संदर्भ में अपने करोड़ों देशवासियों के साथ श्रीराम जन्मभूमि पर राष्ट्र के प्राणस्वरूप धर्ममर्यादा के विग्रहरूप श्रीरामचन्द्र का भव्य राममंदिर बनाने के प्रयास में संघ सहयोगी है. राम मंदिर का बनना स्वगौरव की दृष्टि से आवश्यक है, मंदिर बनने से देश में सद्भावना व एकात्मता का वातावरण बनेगा.” उन्होंने कहा कि कुछ तत्व नई-नई चीजें पेश कर न्यायिक प्रक्रिया में दखल दे रहे हैं और फैसले में रोड़े अटका रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिना वजह समाज के धैर्य की परीक्षा लेना किसी के हित में नहीं है. आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘राष्ट्रहित के इस मामले में स्वार्थ के लिए सांप्रदायिक राजनीति करने वाली कुछ कट्टरपंथी ताकतें रोड़े अटका रही हैं. राजनीति के कारण राम मंदिर निर्माण में देरी हो रही है.’’
मोहन भागवत ने कहा था, ”राष्ट्र के ‘स्व’ के गौरव के संदर्भ में अपने करोड़ों देशवासियों के साथ श्रीराम जन्मभूमि पर राष्ट्र के प्राणस्वरूप धर्ममर्यादा के विग्रहरूप श्रीरामचन्द्र का भव्य राममंदिर बनाने के प्रयास में संघ सहयोगी है. राम मंदिर का बनना स्वगौरव की दृष्टि से आवश्यक है, मंदिर बनने से देश में सद्भावना व एकात्मता का वातावरण बनेगा.” उन्होंने कहा कि कुछ तत्व नई-नई चीजें पेश कर न्यायिक प्रक्रिया में दखल दे रहे हैं और फैसले में रोड़े अटका रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिना वजह समाज के धैर्य की परीक्षा लेना किसी के हित में नहीं है. आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘राष्ट्रहित के इस मामले में स्वार्थ के लिए सांप्रदायिक राजनीति करने वाली कुछ कट्टरपंथी ताकतें रोड़े अटका रही हैं. राजनीति के कारण राम मंदिर निर्माण में देरी हो रही है.’’
जिन्हें लगता है हिन्दुत्व मर गया, जान लें हम जिंदा हैं--अयोध्या कूच करने पर उद्धव ठाकरे

उद्धव ने कहा कि शिवसेना 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ेगी। मैं 25 नवंबर को अयोध्या जाऊंगा और राम मंदिर कब बनेगा, इसका सरकार से जवाब मांगूंगा।" उन्होंने राम मंदिर निर्माण पर भाजपा को अपनी भूमिका बताने को कहा। उन्होंने पूछा कि राम मंदिर भी कहीं सरकार का एक और जुमला तो नहीं?
प्रधानमंत्री के अयोध्या न जाने के मुद्दे को उनके विदेश दौरों से जोड़ते हुए उद्धव ने कहा कि आप चीन जाते हैं, जापान जाते हैं, उन देशों में भी जाते हैं, जिनका नाम तक हमने भूगोल की किताब में नहीं पढ़ा। आप इन देशों में जरूर जाइए। देश का नाम रोशन कीजिए। लेकिन जहां से चुनकर आए, उसके पड़ोस में स्थित अयोध्या को कैसे भूल जाते हैं ?
उद्धव ठाकरे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, कई लोगों ने शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की। मैं उन सभी लोगों को चुनौती देता हूं। आओ आमने-सामने देखते हैं कौन किसको खत्म करता है। धनुष्य बाण हमारा है, धनुष्य बाण के लिए छाती कितनी बड़ी है ये नहीं देखा जाता।
— with Geeta Sahu and 15 others.
(एजेंसी इनपुट)
क्या देश के रहने वाले कुछ कट्टरपंथी मुसलमान, ईसाई इत्यादि हिंदुओं को किसी भी तरह नीचे रखने व् दिखाने का प्रयास कर रहे हैं, वैसे तो उनका यह एजेंडा, लक्ष्य उद्देशय बहुत पुराने समय से ही चल रहा है, जिसमे वह अधिकतर सफल भी रहे है, क्योकि हिन्दू बहुत ही ज्यादा टुकड़ो में बटा हुआ है, जिसका लाभ कांग्रेस ने उठा कर सदैव हिन्दुओ के विभाजन को अंग्रेजो की तर्ज़ पर अपने वोट बैंक के लिए इस्तेमाल कर धर्म विशेष का तुष्टिकरण किया जबकि पहले ही मज़हब के नाम पर देश का बॅटवारा हो चूका था, परंतु अभी यह दुष्ट घटनाएं अधिक ही स्पष्ट हो रही है कि कुछ कट्टरपंथी मुसलमान हमारे आराध्य भगवान श्री राम का मंदिर उन्ही की प्रमाणित जन्म भूमि पर ही ही नहीं बनना देना चाह रहे है और यदि मंदिर नहीं बन पाता या सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हिंदुओं के विरुद्ध आता है तो यह कट्टरपंथी मुस्लिम अभी से खुशी मनाने की जैसे तैयारी कर रहे हो।
इसके अतिरिक्त सबरीमाला मंदिर पर जो भी महिलाओं के अधिकारों के हित के लिए याचिका दायर की गई वह हिन्दू धर्म को मानने वाली, पूजा करने वाली या मंदिर जाने वाली महिलाये नहीं है, वह सब गैर धर्मी, मुस्लिमों की कॉन्ट्रैक्ट मैरिज, तीन तलाक, हलाला व् समलैंगिक “LGTB” समुदाय की समर्थक है परंतु दुखद स्थिति यह है कि न्यायपालिका इस धार्मिक विषय में हिंदुओं के विरुद्ध निर्णय देकर बिना हित के केवल मनोरंजन के लिए याचिका दायर करने वाली चरित्रहीन महिलाओ का पूर्ण समर्थन कर रही है, बलात्कार के आरोपी पादरी को हमारे न्यायिक सिस्टम में सम्मानित किया जाता है,
मैंने 3 साल पहले कहा था जो आरएसएस प्रमुख ने अभी कहा है कि यदि राम मंदिर का निर्माण अभी नहीं हुआ तो जनता 2019 में उन्हें ही चुनेगी जो राम मंदिर कभी नहीं बनाएंगे लेकिन मंदिर बनाने का सपना दिखने वालो को देश की जनता पूर्णतया धूल धसरित कर देगी, राम मंदिर फिर बने या न बने लेकिन भाजपा अगले 30 सालों तक दुबारा सत्ता में नहीं आएगी, वाजपेयी सरकार किन कारणों से इंडिया शाइनिंग में भी 10 सालो के लिए गयी, यह सभी बुद्धिजीविओं को पता है, क्या वर्तमान सरकार उसी मार्ग पर अग्रसर है तो यह देश का भी दुर्भाग्य होगा क्योकि अभी समय नहीं बचा है जैसे 20 ओवर्स मैच का आखरी ओवर हो इसी में जो कुछ करना है कर लो वरना देश के विभाजन का एक नया अध्याय निश्चित ही है। Post by:-RK Sahu
मैंने 3 साल पहले कहा था जो आरएसएस प्रमुख ने अभी कहा है कि यदि राम मंदिर का निर्माण अभी नहीं हुआ तो जनता 2019 में उन्हें ही चुनेगी जो राम मंदिर कभी नहीं बनाएंगे लेकिन मंदिर बनाने का सपना दिखने वालो को देश की जनता पूर्णतया धूल धसरित कर देगी, राम मंदिर फिर बने या न बने लेकिन भाजपा अगले 30 सालों तक दुबारा सत्ता में नहीं आएगी, वाजपेयी सरकार किन कारणों से इंडिया शाइनिंग में भी 10 सालो के लिए गयी, यह सभी बुद्धिजीविओं को पता है, क्या वर्तमान सरकार उसी मार्ग पर अग्रसर है तो यह देश का भी दुर्भाग्य होगा क्योकि अभी समय नहीं बचा है जैसे 20 ओवर्स मैच का आखरी ओवर हो इसी में जो कुछ करना है कर लो वरना देश के विभाजन का एक नया अध्याय निश्चित ही है। Post by:-RK Sahu
Chakradhar Jha
रेहाना फातिमा,
मेरी स्वीटी
और सैम डेनियल ....
गैरहिन्दू महिलाओं का पवित्र हिन्दू मंदिर में क्या काम?
इनको दंगा एक्ट और राज्य में अफरा तफरी फैलाने के जुर्म में गिरफ्तार करना चाहिए सरकार को ....
मेरी स्वीटी
और सैम डेनियल ....
गैरहिन्दू महिलाओं का पवित्र हिन्दू मंदिर में क्या काम?
इनको दंगा एक्ट और राज्य में अफरा तफरी फैलाने के जुर्म में गिरफ्तार करना चाहिए सरकार को ....
अरे हाँ...
मैं तो भूल ही गया कि
सबरीमाला मंदिर मे प्रवेश के लिए
PIL डालनेवाला भी तो गैरहिन्दू ही था
जिसपर वामी जजों ने फैसला सुनाया था...।
मैं तो भूल ही गया कि
सबरीमाला मंदिर मे प्रवेश के लिए
PIL डालनेवाला भी तो गैरहिन्दू ही था
जिसपर वामी जजों ने फैसला सुनाया था...।
हर कोई हिन्दुओं के आस्थाओं पीछे ही क्यों पडा है भाई ?
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