आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
अपने बड़बोलेपन के लिए प्रसिद्ध कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने फिर विवादित ट्वीट कर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को हिटलर और मुसोलिनी से तुलना कर मोदी को आक्रामक होने का अवसर दे दिया है। और दिग्विजय के इस बयान से कांग्रेस उनका व्यक्तिगत विचार कह कर पल्ला झाड़ लेगी। कांग्रेस की शायद यही प्रवित्ति रही है कि मोदी को "मौत का सौदागर", "खून का दलाल", "चायवाला" और न जाने कितने आरोपों से प्रहार कर हमेशा मोदी की राह में फूल ही बिछाए हैं, क्योकि जनता ने चुनाव में कांग्रेस को ही नकार दिया और अब दिग्विजय के इस विवादित ट्वीट का जनता ही जवाब देगी।
दरअसल, प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को विश्व में बेनकाब कर आतंकवाद पर किये जा रहे प्रहारों ने समस्त मोदी विरोधियों के होश उड़े हुए हैं। दिग्विजय जैसे मोदी विरोधी शायद भूल रहे हैं कि मोदी की ही कूटनीति के ही कारण आज आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व मोदी के साथ खड़ा है, जबकि मोदी से पूर्व कोई प्रधानमंत्री आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व को सचेत करने में कोई सफल नहीं हो पाया। विपरीत इसके कांग्रेस तो आतंकवादी घटनाओं को कभी "हिन्दू आतंकवाद" तो कभी "भगवा आतंकवाद के नाम से आतंकवादियों को संरक्षण देती रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तानाशाह एडोल्फ हिटलर और बेनिटो मुसोलिनी के बीच तुलना करते हुए कहा कि दुनिया को महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जैसे नेताओं की जरूरत है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने ऐसा कहा।
राहुल गांधी ने न्यूजीलैंड में गोलीबारी की निंदा करते हुए ट्वीट किया था। इसमें 49 लोगों की मौत हो गई थी। इसी पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि दुनिया को सनातन धर्म, गौतम बुद्ध और महावीर द्वारा प्रचारित प्रेम, शांति और करुणा के सिद्धांत की जरूरत है न कि नफरत की और हिंसा की।
I totally agree with Rahul ji. World needs the Doctrine of Love Peace and Compassion promoted by Sanatan Dharm Gautam Budha and Mahavir and not that of Hatred and Violence. We need Mahatma Gandhis Martin Luther Kings and not Hitlers Mussolinis and Modis.
इसी पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैं राहुल जी से पूरी तरह सहमत हूं। विश्व को सनातन धर्म, गौतम बुद्ध और महावीर द्वारा प्रचारित प्रेम शांति और करुणा के सिद्धांत की आवश्यकता है न कि घृणा और हिंसा की। हमें महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग्स की जरूरत है न कि हिटलर मुसोलिनी और मोदी की।'
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में शुक्रवार को दो मस्जिदों में गोलीबारी कर हमलावर ने 49 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। ऑस्ट्रेलिया में जन्मे ब्रेंटन टारेंट ने ये गोलीबारी की। इसे पकड़ लिया गया एक अदालत में शनिवार को पेश किया गया और उस पर हत्या का मुकदमा चलाया गया।
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