समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे आजम खान ने मार्च 15 को घोषणा करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की रामपुर यूनिट आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी। सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा, 'भाजपा देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा करना चाहती है और वह अपने उद्देश्य में काफी हद तक सफल भी रही है। सपा की रामपुर यूनिट लोकसभा चुनावों का बायकॉट करेगी।'
मार्च 14 को सपा कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आजम खां ने कहा कि रामपुर ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठा है। सबका साथ-सबका विकास और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा देनी वाली सरकार ज्यादती कर रही है। पूरे रामपुर में आतंक का माहौल है। प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने जुल्म की इंतहा कर दी है।
मार्च 13 को रामपुर पब्लिक स्कूल (आरपीएस) के छोटे-छोटे बच्चे-बच्चियों का कान पकड़ कर खदेड़ दिया गया। ऐसे हालात में क्या करें। विरोध करने पर पुलिस मुकदमे दर्ज कर रही है। ऐसा सिर्फ भाजपा को चुनाव जिताने के लिए किया जा रहा है। ऐसे में पार्टी के सामने यह मुद्दा खड़ा है कि रामपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा जाए या नहीं।
06 मार्च को रामपुर के जिला मजिस्ट्रेट अंजनी सिंह ने आजम खान ट्रस्ट द्वारा बनाए गए अवैध उर्दू गेट को गिरा दिया था। प्रशासन के इस कदम से आजम खान बेहद खफा है। आजम ने कहा, 'हम सभी ने चुनाव बहिष्कार का एकमत से निर्णय लिया है क्योंकि रामपुर आज डर के साए में है। सीबीआई जैसी केंद्रीय संस्थाएं केंद्र के इशारे पर काम कर रही हैं।'
उर्दू गेट को तोड़े जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए आजम खान ने कहा, 'उत्तर प्रदेश का स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर माहौल खराब कर रहा है। वो राज्य के हालातों को कश्मीर जैसा बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं। स्थानीय प्रशासन जौहर ट्रस्ट द्वारा संचालित होने वाले स्कूल को भी निशाना बना रहा है।'
उर्दू गेट का निर्माण आजम खान ने तब करवाया था जब वह अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। भाजपा के सत्ता पर आसीन होने के बाद इस गेट को ढहा दिया गया और कहा गया कि इस गेट का निर्माण सार्वजनिक रोड पर अवैध तरीके से हुआ है।
06 मार्च को रामपुर के जिला मजिस्ट्रेट अंजनी सिंह ने आजम खान ट्रस्ट द्वारा बनाए गए अवैध उर्दू गेट को गिरा दिया था। प्रशासन के इस कदम से आजम खान बेहद खफा है। आजम ने कहा, 'हम सभी ने चुनाव बहिष्कार का एकमत से निर्णय लिया है क्योंकि रामपुर आज डर के साए में है। सीबीआई जैसी केंद्रीय संस्थाएं केंद्र के इशारे पर काम कर रही हैं।'
उर्दू गेट को तोड़े जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए आजम खान ने कहा, 'उत्तर प्रदेश का स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर माहौल खराब कर रहा है। वो राज्य के हालातों को कश्मीर जैसा बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं। स्थानीय प्रशासन जौहर ट्रस्ट द्वारा संचालित होने वाले स्कूल को भी निशाना बना रहा है।'
उर्दू गेट का निर्माण आजम खान ने तब करवाया था जब वह अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। भाजपा के सत्ता पर आसीन होने के बाद इस गेट को ढहा दिया गया और कहा गया कि इस गेट का निर्माण सार्वजनिक रोड पर अवैध तरीके से हुआ है।
इस मुद्दे को लेकर पार्टी के चुनिंदा कार्यकर्ताओं की राय ली जा रही है। इसके बाद आजम खां ने पार्टी के चुनिंदा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक में अधिकांश कार्यकर्ताओं ने राय दी कि रामपुर में जिला प्रशासन ने जो हालात पैदा कर दिए हैं, उसमें निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। ऐसे में चुनाव नहीं लड़ना ही ठीक होगा। पार्टी कार्यकर्ताओं की राय से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया गया है।
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