पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद से ही हिंसा जारी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के गुंडे बीजेपी कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है। इसे लेकर 3 मई को ‘इंडिक कलेक्टिव’ नामक ट्रस्ट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इंडिक कलेक्टिव ने इसे सुनवाई के लिए तुरंत लिस्ट करने की मांग की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब देने के बाद भी लिस्ट नहीं हो पाई।
इंडिक कलेक्टिव के अनुसार उसकी तरफ से सीनियर एडवोकेट पिंकी आनंद और जे साईं दीपक ने वकील सुविदत्त सुंदरम के साथ मिल कर जस्टिस यूयू ललित के समक्ष इस मामले को 6 मई 2021 को उठाने के लिए मौखिक रूप से आग्रह किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री द्वारा अस्वीकार कर दिया गया।
*बहुत ही गोपनीय वीडियो हाथ लगी है कि ममता बानो की बंगाल में सीट निकलने का राज क्या है।* pic.twitter.com/QlWNafwem8
— 🚩Er. विनय कुमार बैरवा🚩 (@VinayKumar344) May 4, 2021
2. We filed a request as per procedure to list the matter urgently citing the situation in Bengal. Despite this, the matter was not listed on May 5th
— Indic Collective (@indiccollective) May 7, 2021
4. However, the said request too was not allowed by SC Registry despite being informed of the grave urgency in the matter.
— Indic Collective (@indiccollective) May 7, 2021
6. It is indeed unfortunate that the Hon'ble Supreme Court opens up at midnight for convicted terrorists but hasn't listed a petition in relation to #bengalviolence while lives are still being lost. Clearly, some are more equal than others.
— Indic Collective (@indiccollective) May 7, 2021
8. In the meantime, we are working on alternatives since our team has been flooded with videos and pictures of the ghastly targeted violence in Bengal, and we owe a duty to the victims to do everything we can.
— Indic Collective (@indiccollective) May 7, 2021
10. We are moving a third letter of urgency for listing our Writ Petition before a vacation bench of the Supreme Court.
— Indic Collective (@indiccollective) May 7, 2021
6 मई को ट्रस्ट के एक और पत्र को अस्वीकार कर दिया गया। इंडिक कलेक्टिव ने कहा है कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि सजायाफ्ता आतंकियों के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट आधी रात को खुलता है, लेकिन पश्चिम बंगाल हिंसा के खिलाफ याचिका लिस्ट नहीं की जा रही है, जबकि अब भी जानें जा रही हैं। साफ है कुछ लोग औरों से ज्यादा बराबर हैं।
ट्र्स्ट ने आगे ट्वीट किया है कि 28 जून तक गर्मी छुट्टी से पहले आज सुप्रीम कोर्ट के कामकाज का अंतिम दिन है। हम एक बार फिर से वेकेशन बेंच के सामने याचिका की अर्जेन्ट लिस्टिंग के लिए आग्रह करने जा रहे हैं। हम अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं। इस बीच बंगाल हिंसा की कई तस्वीरें और वीडियो हमारी टीम को मिली हैं।
दरअसल पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडे सीएम ममता बनर्जी की जीत का खूनी जश्न मना रहे हैं। टीएमसी के गुंडे हिंसा, लूट, अग्निकांड और बलात्कार को अंजाम दे रहे हैं। बीजेपी नेता और समर्थकों के घरों, दुकानों, मंदिरों, बस्तियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है। हिंसा में एक दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन इन सब मामलों में स्थानीय पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बन तमाशा देख रहा है। ऐसे में बीजेपी समर्थक राज्य से पलायन कर असम और अन्य राज्यों में शरण ले रहे हैं। देखिए कुछ ट्वीट-
देखिए कैसे बंगाल के बहुसंख्यक समाज के गाँव में इस तरह से ये गुंडे आतंक मचा रहे है । पूरे बंगाल में ऐसा ही मौहोल है । #Bengalviolence pic.twitter.com/8f3x1DmnPP
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) May 5, 2021
सड जी तो धरना देंगे और उसी दिन बधाईयाँ भी
— दादा जी आपके (@vishnudeshwal90) May 5, 2021
इसलिए कहता हू इन लोगों से दूर रहो ये किसी के नहीं हैं
आपकी जान अपने परिवार वालों के लिए बहुत जरूरी है इनके लिए नहीं
आज किसी भी नेता को मार दिया जाता तो न जाने क्या-क्या हो जाता
This is the celebration of TMC goons in Bengal. Hinduism is at threat in Bengal nowadays. Congratulations to New government of Bengal. Urgent intervention of MHA and @jdhankhar1ji is required.#bengalvoilence#Bengal pic.twitter.com/ReoxsLBBQ1
— Nisith Pramanik (@NisithPramanik) May 4, 2021
ऐसे ही हालातों के लिए संविधान में राष्ट्रपति शासन का प्रावधान है
— Avnish Anni jaiswal (@avnishjaiswals1) May 4, 2021
बताओ TMC को की तुम केंद्र सरकार हो, तुम्हारे पास सेना है, CBI, ED, NIA, RAW, क्या नही है तुम्हारे पास। पर तुम बस TV पे रोना जानते हो तुम्हारी कूटनीति अपनी समझ से बाहर है#बंगाल_हिंसा
Please ask for serious action. If not, no one will support you in Bengal. So do act & request the Center to ACT. We are tired of seeing deaths & rapes in WB with no action from your side.
— Murli Menon (@MurliMenon6) May 6, 2021
Sir ...
— Shipra Dutta🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ShipraDUTTA16) May 3, 2021
Ab action chahie 🙏🙏
In a sad development 300-400 @BJP4Bengal karyakartas and family members have crossed over to Dhubri in Assam after confronted with brazen persecution & violence. We’re giving shelter & food. @MamataOfficial Didi must stop this ugly dance of demonocracy!
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 4, 2021
Bengal deserves better. pic.twitter.com/d3MXUvgQam
देख लो सुप्रीम कोठा हाई कोठा की करतूत,80 साल के शोभा मजमूदार हत्या पर चुप
— जन मन की आवाज़ (@omelects) May 4, 2021
बंगाल में हिंदुओं और भाजपा कार्यकर्ताओं की हो रही हत्या जल रहा बंगाल माब लिचिंग में आता है या नहीं ,एक चोर तबरेज के लिए स्वत संज्ञान लेने वाले मिलार्ड, बंगाल नरसंहार पर चुप क्यों हैं ? पूछता है भारत !
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